दिल्ली का प्रदूषण दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है, दीपावली के बाद इसकी समस्या और बढ़ जाती है इसके मुख्य कारण दिवाली पे जलाये जाने वाले पटाखे और पंजाब, हरियाणा में किसानो द्वारा जलाये जाने वाले फसलों के अवशेष है, जो की हमारे आस पास के वातावरण को जानलेवा बनाते है, हमारी सरकारों के पास इसका कोई समाधान नहीं है, जो समाधान सरकारे लेकर आती भी है तो वह राजनीति से प्रेरित और आम इंसान को परेशानी में डाल देती है जैसे की दिल्ली सरकार के द्वारा लाया गया odd-even सिस्टम जो की दिल्ली में 4-Nov-2019 एक बार फिर लागू किया जा सकता है इससे प्रदूषण की समस्या का समाधान होने वाला नहीं क्योकि जो लोग कारो से सफर करते है वह अपनी जिम्मेदारी को महसूस ही नहीं करते है और न मानने को तैयार है, दिल्ली का आधा प्रदूषण निर्माण कार्यो और खराब रोड से उड़ती हुई धूल के कारण होता है जो आप ने स्वयं महसूस किया होगा, सड़को से धूल को हटाने की जरूरत है एक ऐसा सिस्टम बनाने की जरूरत है की सड़के धूल रहित रहे और इस के लिए हमारी सरकारों के पास कोई रोड मैप नहीं है किन्तु राजनीतिक पार्टिया बस अपने वोट बैंक के बारे में सोचती है और आम जनता के पास भी कोई विकल्प देखने को नहीं मिलता है, कांग्रेस और बीजेपी ने जिस तरह से कार्य किया AAP सरकार भी उनके ही पद चिन्हो पर चलती दिखाई देती है