Kidney Beans (Rajma) Benefits And Its Side Effects | राजमा गर्म होता है या ठंडा | जानें कब और किसे नहीं करना चाहिए इसका सेवन | Who Should Avoid Kidney Beans
Kidney Beans (Rajma) Benefits And Its Side Effects | राजमा गर्म होता है या ठंडा | जानें कब और किसे नहीं करना चाहिए इसका सेवन | Who Should Avoid Kidney Beans| Kidney Beans Benefits And Its Side Effects who Avoid Rajma
Kidney Beans (Rajma) Benefits And Its Side Effects | राजमा गर्म होता है या ठंडा | जानें कब और किसे नहीं करना चाहिए इसका सेवन | Who Should Avoid Kidney Beans
Kidney Beans : राजमा खाना तो हम सभी को बहुत पसंद होता है। राजमा-चावल ज्यादातर लोगों की पसंदीदा डिश है। राजमा खाने में जितना स्वादिष्ट होते हैं, सेहत के लिए भी उतने ही फायदेमंद होते हैं। राजमा में कई विटामिन और मिनरल्स जैसे विटामिन सी, प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और फोलेट आदि प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं,
जिससे यह शरीर को जरूरी पोषण प्रदान करने, शारीरिक कमजोरी दूर करने और भीतर से मजबूत बनाने में मदद करता है। साथ ही कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती है। लेकिन क्या सभी के लिए राजमा का सेवन फायदेमंद होता है?
क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन गरिमा गोयल की मानें तो भले ही राजमा खाने से अद्भुत फायदे मिलते हैं, लेकिन कुछ लोगों के लिए इसका सेवन नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। इसका एक बड़ा कारण राजमा की तासीर होती है। लोगों को इसका सेवन उनकी शरीर की प्रकृति (वात, पित्त और कफ) के अनुसार ही करना चाहिए। बहुत से लोग अक्सर पूछते हैं, राजमा गर्म ठंडा होता है या गर्म, या फिर राजमा की तासीर कैसी होती है? साथ ही राजमा कब और किसे नहीं खाना चाहिए? इन सभी सवालों का जवाब इस लेख के माध्यम से दे रही हैं डायटीशियन गरिमा।
when and who should avoid kidney beans in hindi | राजमा की तासीर कैसी होती है | Rajma ki taseer
डायटीशियन गरिमा गरिमा के अनुसार राजमा की तासीर गर्म होती है। इसलिए पित्त प्रकृति वाले लोगों को राजमा का सेवन न करने या बहुत सीमित मात्रा में करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इसका सेवन सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है
राजमा कब और किसे नहीं खाना चाहिए
अगर खराब है पेट – पेट से जुड़ी समस्याएं होने पर राजमा का सेवन करना नुकसानदायक साबित हो सकता है, क्योंकि यह पेट में गैस बनाता है। अगर कोई व्यक्ति पहले से पेट में गैस कब्ज, अपच, ब्लोटिंग आदि जैसी समस्याओं से जूझ रहा है तो राजमा का सेवन करने से उसकी दिक्कतें बढ़ सकती है
गर्भवती महिलाएं – गर्भवती महिलाओं को सीमित ही राजमा खाने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इस दौरान पेट संबंधी समस्याएं अधिक होती हैं। राजमा खाने से उनकी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
किडनी रोगी –अगर किडनी में इन्फेक्शन या पथरी की समस्या है, तो ऐसे में राजमा का सेवन नहीं करना चाहिए, यह आपकी किडनी में सूजन का कारण बन सकता है, क्योंकि इनमें प्यूरिन होता है।
गठिया रोगी –राजमा में मौजूद प्यूरीन गठिया के लक्षणों को बढ़ा सकता है, जिससे जोड़ों में दर्द की समस्या गंभीर हो सकती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करें।
अगर आयरन सप्लीमेंट्स ले रहे हें –अगर आप पहले से खून की कमी दूर करने या हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आयरन सप्लीमेंट्स ले रहे हैं तो राजमा का सेवन करने से इसकी मात्रा अधिक हो सकती है। आयरन की अधिक मात्रा आपको मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकती है और हृदय रोगों के जोखिम को भी बढ़ा सकती है।