मूली क्या है ? मूली के फायदे और नुकसान। Benefits and Side-Effects of Radish in Hindi

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Benefits and Side-Effects of Radish in Hindi
Benefits and Side-Effects of Radish in Hindi

Health Benefits Of Radish: मूली खाने के इन जबरदस्त फायदों को जानकर हैरान रह जाएंगे, कई बीमारियां होंगी दूर

Radish: मूली सर्दियों में मिलने वाली सब्जियों में से एक है जो आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। यह कई तरह के एंटीऑक्‍सीडेंट से भरपूर होती है जिससे आप कई बीमारियों से बचे रहते हैं। इसके रोजाना सेवन से आप डाइबिटीज के शिकार होने से बचे रहते हैं। मूली का इस्तेमाल सलाद के साथ-साथ विभिन्न तरीके की रेसिपी बनाने में किया जाता है।

आयुर्वेद के अनुसार मूली सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। मूली में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, मैंगनीज, विटामिन सी, फॉलिक एसिड के साथ कई ऐसे गुण पाए जाते हैं

जो कैंसर, सर्दी-जुकाम, हदय रोग, वजन कम करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें विटामिन सी, रिबोफ्लेविन, नियासिन, विटामिन बी6, फोलेट, पोटैशियम, आयरन, मैग्‍नीज और फाइबर की अच्छी मात्रा मौजूद होती है जो आपको सेहतमंद रखने में आवश्यक होते हैं।

मूली (Radish) कैल्शियम और पोटैशियम से भी भरपूर होती है जिससे आप दिल से जुड़ी सभी बीमारियों से बचे रहते हैं, मूली के साथ मूली के पत्ते, मूली के बीज सभी शरीर के लिए फायदेमंद होते है। चलिए इस लेख में आपको (Radish) मूली के फायदे और नुकसान के बारे में बतायेंगे।

मूली क्या है ? (Radish in Hindi)

मूली जमीन के अंदर होने वाली एक सब्जी है जो ब्रासीसियाई के परिवार की सदस्य मानी जाती है। इसका वैज्ञानिक नाम है रैफेनस सैटीवस (Raphanus sativus)। यह ठंड के मौसम में बाजार में मिलती है,पूरी दुनिया में मूली को बड़े पैमाने पर खाया जाता है। इसकी बहुत सी प्रजातिया पाई जाती है। मूली को कच्चा या पका कर दोनों ही तरह से खाया जाता है। मूली को मिलाकर कई तरह की सब्जियां बनाई जाती हैं।

लंबी और पतली-सी दिखने वाली मूली (Radish) को लोग बहुत पसंद से खाते हैं क्योंकि लोगों को यह पता है कि मूली के अनेक फायदे हैं।मूली की अधिकतर खपत सलाद बनाने में की जाती है। यह शरीर को उच्च मात्रा में पोषक तत्व प्रदान करता है। मूली के नए पत्ते देखने में सरसों के पत्तों जैसे होते हैं। इसके फूल सफेद रंग के होते हैं। फूल दिखने में सरसों के फूलों की तरह ही होते हैं।

मूली के प्रकार – Types of Radish in Hindi

मूली के कई प्रकार हैं जिनमें से कुछ के बारे में हम यहां जानकारी देने की कोशिश कर रहे हैं।

डाइकों वाइट रैडिश (Daikon Radishes)- ये मूली के सबसे सामान्य प्रकारों में से एक है । यह मूली सफेद और लंबी होती है, जो आमतौर पर बाजारों में उपलब्ध होती है। इसका स्वाद थोड़ा तीखा और हल्का मीठा होता है।

वाइट सिक्ल (White Icicle) – ये भी डाइकों मूली (Radish) की तरह सफेद रंग की होती है, लेकिन लंबाई और आकार में उनसे छोटे और थोड़ी अलग होती है। इसे जब कच्चा खाया जाता है, तब इसका स्वाद सबसे अच्छा होता है। इसे ऐसे कच्चा या सलाद के साथ मिलाकर भी खाया जा सकता है।

काली या स्पैनिश मूली (Spanish Radishes) – काली मूली (Radish) जिसे स्पैनिश रैडिश भी कहते हैं। अपने नाम की ही तरह इसकी ऊपरी परत काले रंग की होती है, लेकिन इसके अंदर का हिस्सा सफेद होता है। ये आकार में गोल शलजम की तरह होते हैं। इसे न सिर्फ सलाद के साथ बल्कि इसे फ्राई करके भी खाया जा सकता है।

मूली के पौष्टिक तत्व और खनिज क्या है ? (What are the Nutrients and Minerals Found in Radish in Hindi)

मूली (Radish) में भरपूर मात्रा में पौष्टिक तत्व और खनिज पाए जाते है। मूली के पोषक तत्व आहार के साथ मिलाकर प्राप्त कर सकते है। इसमें उच्च मात्रा में फाइबर और प्रोटीन होता है। खनिजों में पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन और मैंगनीज उचित मात्रा में पाई जाती है। इसमें फोलेट भी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। इसके अलावा विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है जो इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है।

मूली खाने के लाभ / फायदे और उपयोग (Radish Benefits and Uses in Hindi)

मूली क्यों खानी चाहिए?

इस सवाल का जवाब मूली (Radish) को नापसंद करने वालों के लिए जानना जरूरी बन जाता है। जानकारी के तौर पर बता दें कि मूली उन खास चुनिंदा खाद्य पदार्थों में शामिल है, जो न सिर्फ भूख को शांत कर सकती है, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य का ध्यान भी रख सकती है। सामान्य – सी दिखने वाली यह जड़ विटामिन-सी और फोलेट का अहम स्रोत है। इसके अलावा, मूली कैल्शियम व पोटैशियम से भी समृद्ध होती है जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकते हैं

ब्लड शुगर को कंट्रोल करे– मूली (Radish) कई ऐसे कैमिकल कॉम्‍पेनेंट से भरपूर होती है जो आपके ब्‍लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मददगार होते हैं। इससे आपके शरीर में इंसुलिन का लेवन बैलेंस रखने में मदद मिलती है।

वेट लॉस के लिए मूली के फायदे — अगर वजन घटाने के लिए मूली खाने के फायदे की बात करें, तो सीधे तौर पर तो इसका कोई सटीक वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है। हालांकि, अध्ययन से यह जरूर पता चलता है कि उच्च फाइबर आहार वजन को नियंत्रित करने में, मोटापे और मोटापे से जुड़े जोखिमों को कम करने में सहायक हो सकता है

पाचन तंत्र को दुरुस्त रखे — मूली में फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है। जिससे आपकी पाचन क्रिया बेहतर बनी रहती है और आप पेट से जुड़ी सभी समस्याओं से बचे रहते हैं। अगर आप रोजाना मूली को सलाद के तौर पर मूली का सेवन करते हैं तो इससे आपको कब्ज की समस्या से छुटकारा मिल जाता है।

लिवर के लिए मूली के लाभ– मूली लिवर के लिए भी लाभदायक हो सकती है। दरअसल, पत्तेदार सब्जियां जिसमें मूली भी शामिल है, उसके सेवन से लिवर से विषैले पदार्थ निकालने में और लिवर डीटॉक्सिफाय करने में मदद मिल सकती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, स्पेनिश या काली मूली (Radish) लिवर के लिए फायदेमंद हो सकती है। इस मूली में ग्लूकोसाइनोलेट्स (glucosinolates- सल्फर युक्त यौगिक) की उच्च मात्रा होती है, दरअसल, मूली लिवर डिटॉक्सिफाई करने में सहायक हो सकती है। इतना ही नहीं, मूली को जॉन्डिस के इलाज के लिए भी घरेलू उपचार के तौर पर उपयोग किया जाता रहा है

इम्युनिटी बूस्ट करे — मूली (Radish) कई तरह के एंटीऑक्‍सीडेंट और एंथोसायनिन से भरपूर होती है। जिससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। इसके अलावा मूली कई विटामिन ए, सी, ई, बी 6 और पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है जो आपकी इम्‍युनिटी बूस्ट करने में सहायक होते हैं।

बॉडी को हाइड्रेट रखे — मूली के सेवन से आपका शरीर हाइड्रेट रहता है। इससे आपके शरीर में पानी की कमी पूरी होती है और आप डीहाइड्रेशन की समस्‍या के शिकार नहीं होते हैं। इससे आपका शरीर मैचुरल तरीके से हाइड्रेट रहता है।

कब्ज के लिए मूली खाने के फायदे — सीधे तौर पर तो नहीं, लेकिन फाइबर के साथ जोड़कर अगर देखा जाए, तो मूली कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में सहायक हो सकती है। 100 ग्राम मूली में लगभग 1.6 ग्राम तक फाइबर होता है । ऐसे में अगर हर रोज थोड़ी मूली का सेवन किया जाए, तो कब्ज की परेशानी कम हो सकती है। दरअसल, फाइबर को उन खास पोषक तत्वों में गिना जाता है, जो आंतों को स्वस्थ रखने का काम कर सकता है

ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखे — मूली आपके शरीर में सोडियम और पोटैशियम के संतुलन को बेहतर बनाए रखने में मदद करती है। बता दें आपके शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ने से आप हाई ब्लड प्रेशर की समस्‍या के शिकार हो सकते हैं।

त्वचा के लिए मूली के फायदे — मूली त्वचा के लिए भी फायदेमंद हो सकती है। हालांकि, इस विषय में तो कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसमें विटामिन-सी की अधिकता होती है जो त्वचा के लिए एक कारगर एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम कर सकता है। यह त्वचा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में से एक है । विटामिन स्किन में कोलेजन को बढ़ाने का काम कर सकता है। साथ ही यह त्वचा में निखार ला सकता है, सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाव और एजिंग के प्रभाव को कम करने का काम कर सकता है । इस आधार पर मूली को त्वचा के लिए लाभकारी माना जा सकता है।

मूली का उपयोग – How to Use Radish (Mooli) in Hindi
मूली के सेवन के कुछ तरीके 

  • भोजन के साथ मूली को कच्चा यानी सलाद के रूप में खा सकते हैं।
  • अन्य हरी सब्जियों के साथ मूली की सब्जी बनाकर खा सकते हैं।
  • मूली का अचार बना सकते हैं।
  • मूली का सूप बनाकर भी पी सकते हैं।
  • मूली की पत्तियों का साग बनाकर भी खा सकते हैं।
  • मूली का चिप्स भी बना सकते हैं।

मूली (Radish) के उपयोग के बाद अब बारी आती है मूली का चुनाव करने की। लेख के इस भाग में हम न सिर्फ अच्छे मूली के चुनाव के बारे में बताएंगे बल्कि उसे लंबे वक्त तक सुरक्षित कैसे रखना है ये जानकारी भी देंगे।

मूली का चयन और सुरक्षित रखने का सही तरीका

  • हमेशा ताजी और हरी पत्तियों वाली मूली का ही चयन करें।
  • वो मूली लें जिसपर ज्यादा दाग या कटे निशान न हो।
  • मूली को हल्का दबाकर भी मूली के ताजा होने का पता लगा सकते हैं।
  • ध्यान रहे मूली सूखे हुए और गले हुए न हो।
  • मूली को सुरक्षित रखने का तरीका
  • मूली के पत्तों को अलग निकालकर रख दें।
  • मूली की पत्तियां भी पौष्टिक होती हैं और उनका साग बनाकर सेवन किया जा सकता है।
  • अब मूलियों को अच्छे से धो लें और फिर उसके पानी को हल्का सूखने दें।
  • फिर किसी साफ कपड़े को धो लें।
  • फिर उसका पूरा पानी निचोड़ दें।
  • उसके बाद उस कपड़े से मूलियों को लपेट दें और फ्रिज में रख दें।
  • ऐसा करने से मूली सूखेंगी नहीं और कुछ दिनों तक ताजा रह सकती हैं।
  • ध्यान रहे मूलियों को प्लास्टिक में न रखें, ऐसा करने से मूली जल्दी खराब हो सकती हैं।


मूली के जूस के फायदे के लिए हम यहां मूली का जूस बनाने की विधि शेयर कर रहे हैं।

मूली का जूस बनाने की विधि
मूली के जूस के पीने के फायदे के लिए नीचे पढ़ें आसान तरीके से मूली का जूस बनाने की विधि।

सामग्री 
एक मूली
एक गिलास पानी
जरूरत अनुसार काला नमक

बनाने की विधि 

  • पहले मूली को अच्छे से छील लें।
  • फिर मूली को अच्छे से धो लें।
  • उसके बाद मूली के छोटे-छोटे टुकड़े कर लें।
  • अब मिक्सी में मूली, पानी और आवश्यकता अनुसार काला नमक डाल कर पीस लें।
  • फिर इसे एक गिलास में छानकर निकाल लें।
  • चाहें तो काला नमक मूली का जूस बनाने के बाद भी डाल सकते हैं।
  • टेस्ट के लिए इसमें नींबू का रस भी मिला सकते हैं।


मूली खाने के फायदे और इसके उपयोग के तरीके जानने के बाद अब जानते हैं मूली के नुकसान।

मूली के नुकसान – Side Effects of Radish in Hindi

  • मूली एक गुणकारी सब्जी है, जो विभिन्न समस्याओं से निजात दिलाने का काम कर सकती है। वहीं, मूली के फायदे और नुकसान दोनों है, इसका अत्यधिक सेवन शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है। इसलिए, सावधानी के तौर पर हम नीचे मूली खाने के नुकसान की भी जानकारी दे रहे हैं।
  • पत्तेदार सब्जियां जैसे मूली (Radish) में गोइट्रोजेनिक पदार्थ होते हैं, जो थायराइड हार्मोन के उत्पादन में बाधा डाल सकते हैं। अध्ययनों के अनुसार, अधिक मूली के सेवन से थायराइड हार्मोन का स्तर असंतुलित हो सकता है । थायराइड की समस्या (विशेषकर hypothyroidism-हाइपोथायरायडिज्म) वाले व्यक्तियों को मूली और अन्य क्रूसिफेरस सब्जियों का सेवन सीमित करना चाहिए।
  • मूली रक्त में शर्करा के स्तर को कम कर सकती है। इसमें हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव होते है । ऐसे में जो लोग डायबिटीज की दवा ले रहे हैं वो मूली के सेवन से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह कर लें। ऐसे तो सीमित मात्रा में मूली का सेवन फायदेमंद ही होता है, लेकिन हो सकता है मूली के अत्यधिक सेवन से रक्त शर्करा का स्तर बहुत कम हो जाए।
  • मूली में लैक्सेटिव गुण मौजूद होते हैं, इसलिए अत्यधिक मूली के सेवन से पेट खराब की समस्या हो सकती है । हालांकि, इस बारे में कोई ठोस वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है। लेकिन, सावधानी के तौर पर जिनका पेट संवेदनशील है, वो मूली का सेवन विशेषज्ञ की सलाह से ही करें।
  • आशा करते हैं मूली खाने के फायदे जानने के बाद कई लोग इसे अब अपने आहार में इसे शामिल करने का मन बन चुके होंगे। अगर कोई भी व्यक्ति इस लेख में बताई गई स्वास्थ्य समस्या से ग्रसित है या उनसे बचाव करना चाहता है, तो वो मूली का सेवन एक औषधि की तरह कर सकता है।
  • ध्यान रहे मूली के गुण बीमारी से बचाव या उसके लक्षणों को कम कर सकते हैं, लेकिन इसे किसी गंभीर बीमारी का इलाज समझने की भूल न करें। इसके अलावा, मूली खाने के फायदे और नुकसान दोनों है, इसलिए इसका सीमित मात्रा में ही उपयोग करें। हमेशा याद रखें कि मूली खाने के लाभ तभी मिल सकते हैं जब इसका उपयोग सीमित मात्रा में किया जाए। अगर किसी को गंभीर स्वास्थ्य समस्या है या एलर्जी की शिकायत है तो मूली खाने से पहले एक बार डॉक्टरी परामर्श भी जरूर लें।

FAQ:
Q: क्या मूली का ऊपरी हिस्सा खाया जा सकता है ?
Ans:मूली का ऊपरी हिस्सा तो नहीं, बल्कि मूली के पत्तों का साग बनाकर सेवन जरूर किया जा सकता है।

Q:सफेद मूली कैसे खा सकते हैं?
Ans:सलाद में सफेद मूली को कच्चा खाया जा सकता है। साथ ही सूप, जूस या सैंडविच में भी डालकर सेवन किया जा सकता है।

Q:क्या कीटो डाइट के दौरान मूली का सेवन किया जा सकता है ?
Ans:मूली में कैलोरी कम होती है और इसे कीटो आहार में शामिल किया जा सकता है। हालांकि, बेहतर है इस बारे में एक बार डायटीशियन की भी सलाह ली जाए।

Q:क्या मूली खाने से गैस की समस्या हो सकती है?
Ans:हां, मूली खाने से गैस की शिकायत हो सकती है। इसलिए, जिनको अक्सर गैस की समस्या रहती हो या जिनका पेट संवेदनशील है, वो मूली के सेवन से पहले एक बार डॉक्टरी सलाह जरूर लें।

Q:क्या मूली के बीज खाना ज्यादा फायदेमंद हैं?
Ans:मूली के बीज खाना ज्यादा फायदेमंद है या नहीं, इस बारे में सटीक वैज्ञानिक शोध का अभाव है। हालांकि, डायबिटीज में मूली के बीज का सेवन लाभकारी हो सकता है

Q:मूली का जूस पीने के फायदे क्या है?
Ans:कई लोग मूली के जूस का भी सेवन करते हैं। जैसे मूली के सेवन से डायबिटीज और लिवर को ठीक रखा जा सकता है, वैसे ही मूली का जूस भी फायदेमंद हो सकता है। मूली के जूस में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाया गया है, जो व्यक्ति को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकता है । फिलहाल, इस बारे में और ठोस प्रमाण की आवश्यकता है।

Q:क्या रात को मूली खाने के नुकसान हो सकते है?
Ans:मूली गैस पैदा करने वाले सब्जियों में से एक है। ऐसे में रात को मूली खाकर सोने से पाचन या गैस की परेशानी हो सकती है। तो रात को मूली खाने के फायदे के बजाय नुकसान हो सकता है। हालांकि, रात को मूली खाने के नुकसान के बारे में वैज्ञानिक शोध का अभाव है और यह व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार अलग-अलग असर कर सकता है।

Q:कच्ची मूली खाने के फायदे अधिक हैं?
Ans:ज्यादातर लोग कच्ची मूली का ही सेवन सलाद में करते हैं, क्योंकि ये मूली के सेवन के आसान तरीकों में से एक है। ऐसे में लोगों का मानना है कि कच्ची मूली खाने के फायदे लोगों के अनुभवों पर हैं।

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