Aloe Vera : एलोवेरा के फायदे

हेल्थ
Introduction of Aloe Vera and Benefits of Aloe Vera, Aloe Vera Benefits
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Introduction of Aloe Vera- आज कल एलोवेरा (Aloe Vera) लोगों के घरों के गमलों में लगा दिखता है।यह आसानी से कहीं पर भी उगाया जा सकता है। बहुत लोगो ने एलोवेरा (Aloe Vera) की खेती करके रोजगार के नये अवसरों को जन्म दिया है।

हालांकि कई लोग इस पौधे को अपने घरों की शोभा बढ़ाने के लिए शो पीस के रूप में उपयोग में लाते हैं,लेकिन हम ने से बहुत कम लोग जानते होँगे की एलोवेरा (Aloe Vera) औषधीय गुणों की खान माना जाता है। इसका उपयु करके हम सभी आपमें परिवार को अनेक प्रकार की बीमारियों से बचा सकते है। Read this : चौधरी चरण सिंह का जीवन परिचय

Introduction of Aloe Vera- एलोवेरा की उत्पत्ति मुख्य रूप से उत्तरी अफ्रीका में हुई । घृत कुमारी (Aloe Vera) का पौधा बिना तने का या बहुत ही छोटे तने का एक गूदेदार और रसीला पौधा होता है जिसकी लम्बाई 60-100 सेंटीमीटर तक होती है।

इसका फैलाव नीचे से निकलती शाखाओं द्वारा होता है। इसकी पत्तियां भालाकार, मोटी और मांसल होती हैं जिनका रंग, हरा, हरा-स्लेटी होने के साथ कुछ किस्मों में पत्ती के ऊपरी और निचली सतह पर सफेद धब्बे होते हैं। पत्ती के किनारों पर की सफेद छोटे दाँतों की एक पंक्ति होती है। गर्मी के मौसम में पीले रंग के फूल उत्पन्न होते हैं।

एलोवेरा को एक औषधीय पौधे के रूप में मान्यता दी जाती है जिसका उल्लेख आयुर्वेद के प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है। घृत कुमारी (Aloe Vera) के अर्क (रस) का प्रयोग बड़े स्तर पर सौंदर्य प्रसाधन और वैकल्पिक औषधि उद्योग जैसे त्वचा को युवा रखने वाली क्रीम के रूप में प्रयोग किया जाता है,

सौंदर्य प्रसाधन उद्योग के लिये अलोवेरा जैल की आपूर्ति के लिये घृत कुमारी का बड़े पैमाने पर कृषि उत्पादन ऑस्ट्रेलिया, क्यूबा, डोमिनिक गणराज्य, भारत, जमैका, दक्षिण अफ्रीका और केन्या के साथ संयुक्त राज्य अमरीका में भी होती है

लेकिन अलोवेरा के औषधीय प्रयोजनों के प्रभावों की पुष्टि के लिये बहुत कम वैज्ञानिक साक्ष्य मौजूद है और अक्सर एक अध्ययन दूसरे अध्ययन की काट करता प्रतीत होता है। इस सबके बावजूद, एलोवेरा (Aloe Vera) मधुमेह के इलाज में काफी उपयोगी माना जाता है।Read this : Diabetes manage tips : यह कुछ नटस मधुमेह के लिए अच्छे माने जाते है

Benefits of Aloe Vera
Benefits of Aloe Vera

एलोवेरा के फायदे और उपयोग – Aloe Vera Benefits and Uses

एलोवेरा की पत्ती में बीटा कैरोटी, विटमिन ए और विटमिन ई जैसे कई ऐंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं। ये सारी चीजें आपकी स्किन के टेक्सचर को अच्छा करती हैं और इसमें प्राकृतिक कसाव बनाए रखती है

एलोवेरा सूजन कम करे

  • एलोवेरा जूस (Aloe Vera Juice ) में ऐंटीऑक्सिडेंट्स पर्याप्त मात्रा में होते हैं। ये ऐंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल्स से होने वाले डैमेज को रोकने का काम करते हैं। जिससे एलोवेरा जूस का इस्तेमाल कर सूजन कम होती है।
  • आप आसानी से एलोवेरा ड्रिंक (Aloe Vera Juice ) खऱीदकर पी सकते हैं। तथा अब एलोवेरा के कैप्स्यूल भी बाजार में आसानी से मिल जाते है आप इनका यूज भी कर सकते हैं। एलोवेरा का जूस अर्थराइटिस और रुमेटिज्म में काफी फायदेमंद होता है।

डाइजेशन में मदद करे

  • एलोवेरा के इस्तेमाल से डाइजेशन अच्छा होता है और अल्सर से भी राहत मिलती है। रोजाना 2 -2 ढक्कन एलोवेरा जूस को आधे गिलास पानी में मिलाकर पीना चाहिए ।

इम्यूनिटी दुरुस्त करे

  • एलोवेरा इम्यूटी बूस्ट करने के लिए जाना जाता है। एलोवेरा की वजह से सेल्स में नाइट्रिक ऑक्साइड और साइटोकाइन्स बनने लगते हैं जिससे इम्यून सिस्टम को आवश्यक बूस्ट मिलता है।

ओरल हेल्थ के लिए होता है बढ़िया

  • अनेक स्टडीज से यह बात साबित हो चुकी है कि एलोवेरा ओरल हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है।एलोवेरा मुंह के घावों को ठीक करता है और मसूढ़ों को मॉइश्चराइज रखता है।
  • कहा जाता है की एलोवेरा मसूढ़ों की सूजन भी कम करता है। साथ ही ऐंटी-बैक्टीरियल गुणों से कैविटी वाले कीटाणुऔ को भी दूर करता है ।

रैशेज के इलाज में कारगर

  • एलोवेरा जेल में ऐंटी-इनफ्लैमैटरी गुणों के कारण रैशेज में भी राहत मिलती है। आप एलोवेरा जेल को छोटे-मोटे कट्स पर लगा सकते हैं। इसे आफ्टर शेव लोशन की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
  •  हाथों-पैरों की वैक्सिंग और शेविंग के बाद भी इस्तेमाल किया जा सकता है। एलोवेरा जेल आपकी त्वचा को ठंडक देने के साथ ही खोई नमी भी लौटाएगी।

सिर की त्वचा का पीएच बैलेंस 

  • सिर की त्वचा का सामान्य पीएच 5.5 होता है। जब यह बैलेंस गड़बड़ हो जाता है तो हेयर प्रॉब्लम्स शुरू हो जाती हैं। कई शैंपू में सर्फैक्टेंट्स होते हैं। क्योंकि यह अल्कालाइन होते हैं,
  • ये आपकी स्काल्प का नॉर्मल पीएच बदल सकते हैं। बालों का पीएच और मॉइश्चर वापस पाने के लिए एलोवेरा एक बढ़िया उपाय है। इससे बालों का टैक्सचर स्मूद होता है साथ ही हेयर ग्रोथ भी होती है

 डैंड्रफ से छुटकारा

  • अगर आप डैंड्रफ से जुड़ी समस्याएं जैसे पपड़ीदार सिर की त्वचा और इसकी खुजली जैसी समस्याओं से परेशान हैं तो एलोवेरा युक्त शैंपू आपकी समस्याओं का समाधान है।
  • डैंड्रफ या तो ऑइली स्काल्प में होता है या स्काल्प में किसी तरह के इन्फैक्शन की वजह से होता है। ऐलोवेरा जेल इन सभी समस्याओं का समाधान है।

सनबर्न में राहत दे और टैनिंग घटाए

  • एलोवेरा जेल सुरक्षा की परत की तरह काम करता है और नमी को वापल लौटता है।इसमें ऐंटीऑक्सिडेंट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है
  • जिससे त्वचा बहुत जल्दी हील होती है। एलोवेरा जेल कुछ घंटों के लिए फ्रिज में रखें और सनबर्न स्किन पर पर्याप्त मात्रा में लगाएं। इससे आपको तुरंत ठंडक मिलेगी साथ ही आपकी त्वचा जल्दी हील भी होगी।

त्वचा को रखे जवान

  • प्री-मैच्योर एजिंग की पहली निशानी झुर्रियां और फाइन लाइन्स होती है। कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट्स और केमिकल प्रोडक्ट्स में बड़ी रकम खर्च करने से बेहतर है
  • आप कम उम्र से ही त्वचा की देखभाव करना शुरू कर दें। एलोवेरा जेल को चेहरा पर लगाएं और इसे कुछ देर तक लगा रहने दे जिससे यह अपना जादू कर सके ।

स्किन को मॉइश्चराइजर करे

  • एलोवेरा में 99.5 % वाटर कंटें, हाइड्रेट्स होते हैं जो नॉर्मल, ड्राई औऱ ऑइली स्किन को रिज्यूवेनेट करते हैं। यह बॉडी, फेस, लेग्स, आर्म्स और हेयर के लिए बढ़िया मॉइश्चराइजर होता है।
  • ड्राई स्किन के लिए आप इसे एडिशनल मॉइश्चराइजिंग एजेंट्स जैसे ऑलिव ऑइल या ओट्स के साथ इस्तेमाल कर सकते हैं।

एलोवेरा के साइड इफेक्ट्स – Aloe vera side effects

जैसा कि कहा जाता है कि किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल अच्छा नहीं होता। एलोवेरा आपकी बॉडी या स्किन को सूट न करे और आपको इसके साइड इफेक्ट्स दिखाई पड़ें।

कुछ लोग सामान्य तौर पर एलोवेरा से एलर्जिक होते हैं। यह एलर्जी खास तौर पर उन लोगों में दिखाई देती है जो लीलिएसी फैमिली (एलोवेरा इसी फैमिली का होता है) से एलर्जिक होते हैं।

Benefits of Aloe Vera
Benefits of Aloe Vera

एलोवेरा ( Aloe vera) के साइड इफेक्ट्स

  • एलो लेटेक्स, जो कि एलोवेरा की पत्ती का हिस्सा होता है, ये आपको सूट नहीं कर सकता है। इससे गैस्ट्रोइनटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स, पेट दर्द, अल्सर, इंटेस्टाइन में रुकावट और अपेंडिसाइटिस हो सकता है।
  • एलोवेरा जूस पीने से आपके ब्लड शुगर का लेवल डाउन हो सकता है। अगर आप डायबेटिक हैं तो इससे बड़ी समस्या हो सकती है। इसलिए इसके इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर से बात कर लें।
  • प्रेगनेंट और फीडिंग करवाने वाली मदर्स को एलोवेरा से सख्त तौर पर एलोवेरा से दूर रहना चाहिए। इससे प्रेगनेंट महिलाओं में यूटेराइन कॉन्ट्रैक्शन हो सकता है। इससे बच्चों में बर्थ डिफेक्ट्स और अनेक बार मिसकैरिज का खतरा भी रहता है।

  • एलोवेरा जूस पीने से एलर्जिक रिएक्शंस हो सकती हैं जैसे- स्किन रैशेज, स्किन पर खुजली, सांस लेने में दिक्कत, छाती में जकड़न, चेहरे की सूजन, लिप्स, मुंह या गले में इरिटेशन आदि ।

  • बुजुर्ग या उन लोग को जिनकी कोई मेडिकल हिस्ट्री हो, एलोवेरा जूस नहीं पीना चाहिए। क्युकी एलोवेरा जूस से पोटैशियम लेवल डाउन हो जाता है। इससे इररेग्युलर हार्टबीट और वीकनेस हो जाती है।

  • अगर आपको बॉवेल सिंड्रोम या गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम हैं तो भी आपको एलोवेरा जूस नहीं पीना चाहिए। प्लांट के लग्जेटिव इफेक्ट्स के चलते, जूस ज्यादा पीने से लूज मोशन, पेट दर्द और डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

एलोवेरा जूस की ओवरडोज से किडनी पर खराब प्रभाव पड़ता है।

डॉक्टर की सलाह पर सीमित मात्रा में एलोवेरा जूस पीने में कोई नुकसान नहीं होता। ये सारे कुप्रभाव तभी दिखाई देते हैं । जब इसे बताई गई मात्रा से ज्यादा पीया जाता है।

आप एलोवेरा की गोलियां ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। इनसे एलोवेरा के सारे फायदे मिलेंगे।

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