Castor Oil in Hindi |  Castor Oil Benefits | Castor Oil Side Effects | कैस्टर ऑइल या अरण्डी के तेल फायदे

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Castor Oil Benefits | Castor Oil Side Effects
Castor Oil Benefits | Castor Oil Side Effects

Castor Oil in Hindi |  Castor Oil Benefits | Castor Oil Side Effects | कैस्टर ऑइल या अरण्डी के तेल फायदे

कैस्टर ऑइल या अरण्डी का ( Castor Oil Meaning in Hindi) तेल इतना फायदेमंद होता है, कि इसका इस्तेमाल हज़ारों सालों से लोग कर रहें हैं।और शायद आपको पता नहीं होगा, हमारा देश भारत इसके उत्पादन में सबसे पहले आता है । और आमतौर पर भारत में प्रति वर्ष 250,000 से 350,000 टन के बीच इसका उत्पादन होता है।

कैस्टर ऑइल(Castor Oil in Hindi) एक वेजिटेबल ऑइल जो विशेष रूप से स्मेटिक और चिकित्सा उद्देश्यों के लिए प्रयोग किया जाता है। ऐसा कहा जाता है की कैस्टर ऑइल या अरण्डी का तेल चेहरे और स्किन के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है।

कैस्टर ऑइल में अज्वलनशील, एंटीमाइक्रोबियल, मॉइस्चराइजिंग गुण के साथ सतह और कई तरह के गुण होते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं कि अरण्डी का तेल (Castor Oil in Hindi) क्या होता है और इसके क्या क्या फ़ायदे (Castor Oil Benefits in Hindi)होते हैं।

कैस्टर ऑइल | Castor Oil in Hindi

कैस्टर ऑइल (Castor Oil Meaning in Hindi) एक वनस्पति तेल है। जो वर्षों से इस्तेमाल किया जा रहा है। रिकिनस कम्युनिस पौधों के बीजों से तेल निकाल कर बनाया जाता है। जिन्हें कैस्टर बीज कहते है। हिंदी में अरण्डी या अरण्ड के तेल के नाम से भी जाना जाता है।

कैस्टर ऑइल एक पीले रंग का एक पारदर्शी तरल होता है जिसका प्रयोग कई घरेलू आइटम्स में किया जाता है।अरंडी के तेल में पाया जाने वाला रिकिन विषैला एंजाइम होता है जो ताप प्रक्रिया से गुजरने के बाद निष्क्रिय हो जाता है।

कैस्टर ऑइल प्लांट्स में कैस्टर बीजों को दबा कर निकला जाता है और यह विभिन्न कॉस्मेटिक्स, साबुन, कपड़ा, मालिश तेल और यहां तक ​​कि दवाओं में प्रयोग होने वाला महत्वपूर्ण तरल पदार्थ बन गया है। इसका रासायनिक नाम रिसीनस कम्युनिस है और ऐसा मन जाता है कि सबसे पहले इसकी उत्पत्ति भारत और अफ्रीका में हुई थी।

कैस्टर ऑइल (Castor oil in Hindi) और रिसिनोलिएक एसिड त्वचा की अवशोषण शक्ति को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल होते हैं और कभी कभी ये विभिन्न प्रकार की स्किन कंडीशंस जैसे डर्मैटोसिस, सोरायसिस (soriasis in Hindi)और मुँहासों आदि को सही करने में भी इस्तेमाल किये जाते हैं।

इसके अलावा कैस्टर ऑइल (Castor oil) के और भी बहुत सारे फायदे होते हैं जैसे- बालों के विकास को बढ़ावा देने, आँखों की पलकों को बढ़ाने जैसे गुण शामिल हैं, हालांकि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला है।

अरंडी का तेल (Castor oil)  मुख्य रूप से बालों और त्वचा के लिए इस्तेमाल होता है लेकिन पुराने समय से कई विकारों को ठीक करने में इस तेल का उपयोग किया जाता रहा है। यह मानव के शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है

Castor Oil Benefits | Castor Oil Side Effects
Castor Oil Benefits | Castor Oil Side Effects

कैस्टर ऑइल के फ़ायदे | Castor Oil Benefits in Hindi

प्राचीन काल में कैस्टर ऑइल (Castor Oil) का प्रयोग लेम्प्स के फ्यूल के लिए, जो आंखों की जलन जैसी बीमारियों के इलाज के लिए और यहां तक ​​कि गर्भवती महिलाओं में लेबर पैन देने के लिए किया जाता था।

आजकल, कैस्टर ऑइल कब्ज और त्वचा की बीमारियों जैसी सामान्य स्थितियों के लिए एक लोकप्रिय प्राकृतिक उपचार बना हुआ है, और आमतौर पर प्राकृतिक कास्मेटिक में उपयोग किया जाता है। इसके अलावा भी कैस्टर ऑइल (Castor oil) के बहुत सारे फ़ायदे (Castor Oil Benefits in Hindi)होते हैं 

अरंडी के तेल के फायदे Castor Oil Benefits in Hindi

स्ट्रेच मार्क्स खत्म करता है – प्रेगनेंसी के बाद कमर और पेट पर स्ट्रेच मार्क्स हो जाते हैं। इन निशानों की जगह पर रोज रात में 15-20 मिनट कैस्टर ऑयल से मसाज करें। इसके बाद पानी से साफ कर लें। नियमित तौर पर इसका उपयोग करने से सट्रेच मार्क्स चले जाते हैं।

खाँसी में लाभ – 3 मिली अरंडी के तेल में 500 मिलीग्राम अरंडी के पत्ते क्षार मिलाये और समान मात्रा में ही गुड़ मिलाकर सेवन करने से खाँसी दूर होती है।

काले धब्बे साफ़ करे – अरण्डी का आयल और नारियल के तेल की कुछ बुँदे ले और इसे चेहरे के काले धब्बो पर लगाए इससे काले धब्बे मिट जाएंगे।

गठिया रोग में – गठिया रोगी व्यक्ति की अरंडी के तेल से मालिश करने पर उसे दर्द में आराम होता हैं। यह मांसपेशियों के दर्द को कम करता है।

कब्ज में फायदा – कब्ज के लिए कैस्टर ऑयल का उपयोग कैसे करें तो इसके लिए आधा चम्मच तेल एक कप गर्म दूध में मिलाकर पियें।

बालों के लिए – इस तेल को बालों की सुंदरता और बालों की समस्या के लिए प्रयोग किया जाता है। बालों में अरंडी का तेल लगाने से बाल चमकदार, लम्बे, घने होते है। इससे बालों का रूखापन और डैंड्रफ भी खत्म हो जाती है।

पेट की चर्बी कम करे – हरे अरंड की 20 – 50 ग्राम जड़ ले इसे धोकर कूट ले। अब 200 मिली पानी में पका ले। 50 मिली रह जाने पर इसका सेवन करे इससे पेट कम होगा।

पाइल्स से छुटकारा – 20 से 30 मिली अरंड के पत्ते का काढ़ा बनाकर 15 मिली एलोवेरा के रस में मिलाकर सुबह शाम पीने से पाइल्स में लाभ होगा।

किडनी की सूजन कम करने में सहायक – किडनी की सूजन को कम करने में अरंड की मींगी को पिसे। इसे गर्म करके पेट के आधे भाग में लेप करे सूजन में आराम होगा।

आँखों में – अरंडी के तेल की कुछ बुँदे ले और आँखों के आसपास हल्की मालिश करे इससे आँखों की सूजन में आराम होगा।

झुर्रिया मिटाये – यह मॉइश्चराइजर की तरह काम करता है जो समय से पहले आने वाले बुढ़ापे को रोकता है और झुर्रियों को खत्म करता है।

साइटिका के दर्द को कम करे – यह साइटिका के दर्द को कम करने में मदद करता है।

मासिक विकार में राहत – पीरियड्स में होने वाले दर्द से छुटकारा पाने के लिए अरंड के पत्ते गर्म करके पेट पर बाँधने से लाभ होता है।

मस्से के लिए – एलोवेरा रस में अरंडी का तेल मिलाकर लगाने से मस्सों की जलन में राहत मिलती है।

शरीर की मालिश – बॉडी मसाज के लिए इस तेल का उपयोग कर सकते है इससे बॉडी पर चमक आती है।

पलकों के लिए - पलकों को सुंदर, घना बनाने के लिए इस तेल को पलकों पर लगाया जाता है।

अरंडी का सेवन करने के दुष्परिणाम – Side Effects of Castor Oil in Hindi

  • अरंडी का तेल कुछ मामलों में हानिकारक होता है। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से उल्टी, दस्त या पेट में मरोड़ भी लग सकती है।
  • अरंडी का तेल आमाशय के लिए भी हानिकारक है।
  • गर्भवती महिलाओं को भी इसके सेवन से बचना चाहिए।
  • गर्भावस्था में अगर आप इसका सेवन करना चाहती है या छोटे शिशु को अरंडी का तेल देना है तो इसके सेवन से पहले डॉक्टर से पूछे।

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