Chief Minister Mamta Banerjee has been attacked

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पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी के पैरों में चोट लगी है. ममता ने आरोप लगाया कि उनके पैर को कुचलने की कोशिश की गई है। कुछ लोग उनके काफिले में घुस कर उन पर हमला किया और हमलावर वहां से भागने में सफल रहे। ममता ने आरोप लगाया जिस स्थान पर उन पर हमला हुआ वहां पर पुलिस नहीं थी।

मीडिया कर्मियों से बात करते हुए वह दर्द से इस कदर परेशान थी की वह उस स्थान का नाम भी नहीं बता पाती है जहाँ पर उन पर हमला हुआ था। मीडिया कर्मी खुद ही  ममता बनर्जी को उस स्थान का नाम बताते है।

इसके बाद पत्रकार उस स्थान पर पहुंचे जहाँ दीदी को चोट लगी थी तो स्थानीय लोग बताते है कि उनको चोट एक खम्बे से लगी थी। ममता बनर्जी ने गाडी से बहार अपना पैर निकला था और इसी बीच ड्राइवर ने गाडी को आगे बढा दिया इसके कारण यह हादसा हो गया है। उसके बाद ममता बनर्जी 5 मिनट तक उस स्थान पर रही उसके बाद वह उस स्थान से आगे निकल गयी।

खुद पर हमला करा कर सहानुभूति वोट पाने का पुराना तरीका है जिसको कई बार राज नेताओ ने अपनाया और वह इसमें सफल भी हुए है पर ममता बनर्जी शायद यह भूल गयी है अब हालत बदल चुके है। सोशल मीडिया के कारण सच्चाई आम जनता तक तेजी से पहुंच जाती है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ममता बनर्जी को चोट जरूर आयी है पर उनपर हमले वाली बात गलत है। इस घटना के सामने आने पर लोग बोल रहे की CM झूट बोलती है।

ममता के द्वारा लगाए गए आरोपों को भी नकार नहीं है। बंगाल में राजनितिक हिंसा चरम पर है  TMC विपक्ष पर आरोप लगता है की वह हिंसा में शामिल है। वही बीजेपी का TMC पर हिंसा में शामिल होने के आरोप लगता है।

ममता बनर्जी एक कुशल राजनीतिज्ञ की तरह एक तीर से कई निशाने लगाने की कोशिस में है पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव आयोग ने एक बड़ा निर्णय लिया है।

आयोग ने राज्य में डीजीपी वीरेंद्र का तत्काल प्रभाव से तबादला करते हुए उनकी जगह 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी नीरंजन को नियुक्त किया है इसीलिए ममता बनर्जी हमले के समय पुलिस के न होने की बात कह रही है और जनता को वह संदेश देना चाहती है कि इस तबादले के बाद से राज्य में लॉ एंड आर्डर कि व्यवस्था चरमराने लगी है।

चण्डी पाठ

ममता बनर्जी अपने चुनावी मंच से चण्डी पाठ करती नजर आ रही है वही दूसरी ओर “जय श्री राम” के नारे से उनको उससे आ जाता है। इससे वह मुस्लिम वोटर को लुभाने के लिए करती है वही दूसरी ओर अब उनको हिन्दू वोटर बीजेपी के पक्ष में जाते हुए दिख रहा है इसलिए वह बंगाल की जनता को यह संदेश देने की कोशिस कर रही है बंगाल में दुर्गा पूजा की परम्परा है। भगवान् राम से बंगाल का कोई लेना देना नहीं है।

ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में अपने चुनाव की शुरुवाद मंदिर में पूजा करने के बाद शुरू की इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है की ममता को भी अब समझ आने लगा है की इस बार उनकी राह आसान नहीं है।

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