Climate activist Disha Ravi sent to 5 day police custody

न्यूज़

ग्रेटा थनबर्ग की एक गलती के कारण शनिवार (13 फरवरी 2021) को 21 साल की ‘क्लाइमेट एक्टिविस्ट’ दिशा रवि को बेंगुलरु से गिरफ्तार किया गया। दिशा पर PJF (Poetic Justice Foundation) से जुड़े होने का भी आरोप है

दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने दिशा को अदालत के सामने पेश किया। अदालत ने दिशा रवि को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। न्यूज मिनट की रिपोर्ट के अनुसार अदालत में खुद को निर्दोष बताते हुए दिशा रोने लगी।

ग्रेटा थनबर्ग अगर वह Toolkit Doc को गलती से ट्वीट नहीं करती तो वह कभी नहीं पकड़ी जाती। सूत्रों के अनुसार दावा किया जा रहा है कि वह दिशा रवि ही थी जिसने गलती से प्रकाशित हुए Toolkit Doc को ग्रेटा से हटाने के लिए कहा था।

दिशा रवि Toolkit Doc दस्तावेज़ के निर्माण और प्रसार में महत्वपूर्ण साजिशकर्ता है। उसने व्हाट्सएप ग्रुप शुरू किया और Toolkit Doc बनाने के लिए सहयोग किया। बल्कि दस्तावेजों को तैयार करने में पीजेएफ (Poetic Justice Foundation) की सक्रिय रूप से मदद भी की।

हालाकि ऐसा दावा किया जा रहा है कि गिरफ्तार होने से पहले वह अपने फ़ोन का सारा Data डिलीट कर चुकी है। दिशा ग्रेटा थनबर्ग की ‘फ्राइडे फॉर फ्यूचर’ इंडिया चैप्टर की संस्थापक सदस्य है। वह बेंगलुरू के माउंट कार्मल कॉलेज से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएट है।

क्या है Toolkit Doc

किसी भी आंदोलन को संचालित करने और उसके लिए समर्थन जुटाने और आगे कि रणनीति बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है इस टूलकिट को गूगल डॉक् पर बनाया गया था जिससे इस आंदोलन से जुड़े लोगो को बड़ी सरलता से दिशानिर्देश दिए जा रहे थे।

Google ToolKit Doc को ग्रेटा थनबर्ग के द्वारा साझा किये जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने गूगल और अन्य सोशल मीडिया कंपनियों से ‘टूलकिट’ बनाने वालों से जुड़े ईमेल आईडी, डोमेन यूआरएल और कुछ सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी देने को कहा था।

दिल्ली पुलिस ने 4 फरवरी को टूलकिट’ (Google Toolkit Doc) मामले में आईपीसी की धारा 124ए, 120ए और 153ए के तहत एफ़आईआर दर्ज की थी। देशद्रोह, आपराधिक षड्यंत्र और समूहों के बीच नफ़रत फैलाने संबंधी यह एफ़आईआर ‘टूलकिट’ के निर्माताओं के खिलाफ़ दर्ज की थी।

दिशा रवि की गिरफ्तारी की खबर सामने आते ही वामपंथियों दिशा रवि के पक्ष में सोशल मीडिया पर सहानुभूति जताना शुरू कर दिया। इनके अनुसार पुलिस एक 21 साल कि लड़की को नहीं पकड़ सकती है।

Google ToolKit Doc में ऐसा क्या है उस जिसके आधार पर गिरफ्तार किया है।

 

Leave a Reply