सीताफल खाने के फायदे, नुकसान

हेल्थ

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सीताफल खाने के फायदे, नुकसान | Custard Apple Benefitis, Side Effects and Uses in hindi | sitafal Health Benefits, Side Effects in hindi |Botanical name – Annona squamosa

Table of Contents

  • सीताफल का इतिहास (Custard Apple History)
  • सीताफल के प्रकार (Types of Custard Apple)
    (Nutritional components)
  • सीताफल खाने के फायदे (Health Benefits of Custard Apple in Hindi)
  • सीताफल के फायदे बच्चों के लिए
  • सीताफल के कुछ अन्य फायदे
  • सीताफल के बीज के फायदे
  • सीताफल (Precaution)
  • सीताफल से नुकसान
  • सीताफल में मौजूद पोषक तत्व एवं मात्रा
  • सीताफल के प्रकार (Types of Custard Apple)

Custard Apple : शरीफ़ा या सीताफल (कस्टर्ड ऐपल) एक प्रकार का फल है। इसका वानस्पतिक नाम अन्नोना स्क्वामोसा (Botanical name – Annona squamosa) है। सीताफल (Custard Apple in hindi) को शरीफा भी बोलते हैं। यह पेड़ बहुत पहले अन्य देशों से लाया गया था यह दक्षिण भारत में अपने आप भी उग आता है इसका पेड़ छोटा और तना साफ छाल हल्के नीले रंग की होती है

शरीफ़ा या कस्टर्ड ऐपल (custard apple)को सीताफल क्यों कहा जाता है ? (What is Sitafal in Hindi?)

Custard Apple : शरीफ़ा या कस्टर्ड ऐपल (Custard Apple)को सीताफल इसलिए कहा जाता है। क्योंकि वनवास के दौरान भगवान राम को सीता मां ने यह फल उपहार स्वरूप प्रदान किय था इसका नाम तभी से सीताफल रख दिया गया और इसे शरीफा (Shareefa fruit) के नाम से भी जाना जाता है सीताफल एक बहुत ही मीठा फल होता है तथा इसे शुगर के मरीज को नहीं खाना चाहिए सीताफल की तासीर ठंडी होती है।

इसका स्वाद अन्य फलों से अलग होता है। आपने सीताफल (शरीफा) खाया है, तो इसके स्वाद के बारे में जरूर जानते होंगे सीताफल ऊपर से गोल पर थोड़ा खुरदुरा भले होता है। लेकिन अंदर का भाग सफदे रंग का मुलायम होता है।सीताफल के बीज चिकने, चमकीले, भूरे-काले रंग के होते हैं। यह बहुत ही मीठा, और स्वादिष्ट फल होता है। अपने रंग-रूप, और स्वाद के कारण सीताफल (शरीफा) सभी फलों से थोड़ा विशेष बन जाता है।जब सीताफल कच्ची अवस्था में होता है, तो यह थोड़ा पीला, और हरा रंग का होता है।

सीताफल के प्रकार (Types of Custard Apple)

सीताफल कई प्रकार के होते हैं (Many Types of Custard Apple are there)

गुलाबी बृहद आकार का – इसका आकार काफी बड़ा होता है और ये सबसे ज्यादा स्वादिष्ट होता है. इस फल को पिंक आस्ट्रेलिया के रहने वाले एक सज्जन के नाम पर रखा गया. पिंक महाशय ने ही इस फल को आस्ट्रेलिया में लाया था.

अफ्रीकन प्राइड – यह दस फीट लंबा पेड़ होता है और इसमें सीताफल का आकार भी छोटा होता है. यह पिंक सीताफल की अपेक्षा ज्यादा बीजों वाला होता है.

लेट गोल्ड – नरम त्वचा के साथ ये सुनहरा सीताफल काफी दुर्लभ होता है. यह प्रजाति उत्तरी नदियों के आसपास होती है.

गेफनर– यह प्रजाति इस्ररायल में होती है. इसका स्वाद सबसे अलग और विशिष्ट होता है.

हिलेरी सफेदी – यह औसत आकार का नरम त्वचा वाला सीताफल है.

सीताफल के पोषणकारी अवयव (Nutritional components)

सीताफल में कई प्रकार के पोषणकारी खनिज पदार्थ होते है. ये खनिज पदार्थ शरीर के लिए काफी अच्छे होते हैं.

विटामीन सी – सीताफल में विटामिन सी की अधिकता रहती है जो कि रोगों की प्रतिरक्षा करता है.
विटामिन ए – सीताफल में मौजूद विटामिन ए स्कीन और हेयर के लिए तो अच्छा होता ही है परन्तु आँखों के लिए भी लाभदायक है.
पोटैशियम – आपको उर्जा प्रदान करता है.
मैगनेशियम – शरीर के पीएच लेवल को संतुलित रखता है
कॉपर – दस्त को दूर करता है
फाइबर – आसानी से भोजन को पचाने में काम आता है.

सीताफल खाने के फायदे (Health Benefits of Custard Apple in Hindi

  • इसमें कैल्शिम और फाइबर जैसे न्यूट्रिएंट्स की मात्रा अधिक होती है जो आर्थराइटिस और कब्ज जैसी हेल्थ प्रॉब्लम से बचाने में मदद करता है। साथ ही इसके पेड़ की छाल में टैनिन होता है जिसका इस्तेमाल दवाइयां बनाने में होता है। इस पेड़ के पत्तों से कैंसर और ट्यूमर जैसी बीमारियों का इलाज किया जाता है।
  • क्या आप अक्सर कमजोरी महसूस करते हैं? सीताफल आपकी यह परेशानी दूर कर सकता है। सीताफल बहुत ही अच्छा एनर्जी का स्रोत होता है और इसके सेवन से थकावट और मसल्स मतलब मांसपेशियों की कमजोरी आपको बिलकुल भी महसूस नहीं होगी। बस, सीताफल को अपनी डाइट में शामिल कर लीजिए
  • विटामिन बी कॉम्प्लेक्स से भरा हुआ सीताफल दिमाग को शीतलता देने का भी काम करता है। यह आपको चिड़चिड़ेपन से बचाकर निराशा को दूर रखता है। तो फिर बस, सीताफल अपनाइए और अपनी मानसिक शांति को रखिए अपने साथ हमेशा।
  • सीताफल आपके दांतों के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत उत्तम है। इसको नियमित खाकर आप दांतों और मसूड़ों में होने वाले दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।
  • सीताफल ज्यादा उपयोग करने से यह मोटापे को बढ़ावा देता है सीताफल को सर्दी जुखाम में नहीं खाना चाहिए तथा इसे सुबह सुबह खाली पेट नहीं सेवन करना चाहिए सीताफल की तासीर ठंडी होने के कारण यह शरीर में सर्दी जुखाम को बढ़ावा देता है। तथा पुराने समय में इसके बीजों को निकालकर और पीसकर सर पर लगाया जाता था जिससे सर के जुएं मर जाते हैं।
  • खून की कमी यानी एनीमिया से बचना अब बिलकुल आसान है। सीताफल का हर दिन इस्तेमाल खून की अल्पता को खत्म कर देता है और उल्टियों के प्रभाव को भी कम करता है।
  • सीताफल आंखों की देखने की क्षमता बढ़ाता है, क्योंकि इसमें विटामिन सी और रिबोफ्लॉविन काफी ज्यादा होता है। इससे नंबर के चश्मे को आप खुद से बड़ी आसानी से दूर रख सकते हैं।
  • दिल की तंदुरुस्ती अब बिलकुल आसान है। इसमें सोडियम और पोटेशियम संतुलित मात्रा में होते हैं जिससे खून का बहाव यानी ब्लड प्रेशर में अचानक होने वाले बदलाव नियंत्रित हो जाते हैं।
  • सीताफल में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट विटामिन सी बहुत ज्यादा मात्रा में होता है। विटामिन सी में शरीर की रोगों से लड़ने वाली शक्ति यानी इम्युन सिस्टम को बढ़ाने की क्षमता होती है तो हर दिन एक बार सीताफल खाइए और भगाइए दूर बीमारियों को।
  • सीताफल में मौजूद मैग्नीशियम शरीर में पानी को संतुलित करता है और इस तरह से जोड़ों में होने वाले अम्ल को हटा देता है। यह अम्ल गठिया रोग का मुख्य कारण होता है और इस तरह से सीताफल गठिया रोग से सुरक्षा करता है।
  • दोनों प्रकार की शुगर को संतुलित रखना सीताफल के उपयोग के साथ बहुत ही आसान है। इसमें शरीर में होने वाली शुगर को सोख लेने का गुण होता है और इस तरह से यह शुगर का शरीर में स्तर सामान्य बनाए रखता है।
  • सीताफल एक लाजवाब, स्वादिष्ट और मीठा फल होने के साथ-साथ अपने में अनगिनत औषधीय गुणों को शामिल किए हुए है। पूरे शरीर को स्वस्थ और बीमारियों से दूर रखने का यह एक बहुत ही आसान उपाय है।
  • बच्चों के लिए सीताफल बच्चों के दिमाग को तेज करने के लिए काफी अच्छा होता है। इससे बच्चों की दिमाग की कोशिकाओं का विकास करता है। जिसके कारण बच्चों के दिमाग का विकास काफी तेजी से होता है इसलिए बच्चों को सीताफल जरूर खिलाएं।

सीताफल के कुछ अन्य फायदे

  • मासिक धर्म के समय स्वस्थ रक्त का प्रतिसंचार
  • कीड़ों के काटने पर छीलन को पीस कर लगाने से उपचार
  • पेड़ों के पत्ते से घाव को ढ़कने पर बैक्टियरिया का न फैलना
  • व्यवहारिक तौर पर चिड़चिड़ापन दूर करने के लिए भी सीताफल का लगातार सेवन फायदेमंद होता है. इसमें मौजूद विटामिन बी कंपलेक्स आपके नाभि को शीतल करता है और मानसिक व्यग्रता से राहत देता है.
  • रक्त अल्पता से बचने के लिए भी आप इसका सेवन कर सकते हैं. इसके खाने से आपके शरीर में रक्त संचार भी दुरूस्त रहता है.
  • सीताफल के लगातार सेवन से गठिया रोग से आराम मिलता है. बुढ़ापे के इस रोग से जीवन काफी कष्टप्रद हो जाता है, इसलिए इसका सेवन अधिक उम्र के लोगों के लिए अच्छा होता है.
  • शरीर में मौजूद शर्करा की मात्रा को सामय् रखने के लिए इसका सेवन आवश्यक होता है. शुगर को एवर्जाब करके सीताफल ये काम करता है.

सीताफल (शरीफा) का इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use Sitafal in Hindi?)

आप सीताफल का सेवन निम्न मात्रा में कर सकते हैं-

सीताफल का चूर्ण – 1-3 ग्राम

शरीफा का काढ़ा- 5-30 मिली

यदि आप शरीफा का प्रयोग कर बहुत अच्छा परिणाम पाना चाहते हैं, तो इसके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक की सलाह लेना ना भूलें।

सीताफल के बीज के फायदे

सीताफल के बीज के फायदे कई हैं उनमें से एक है बालों के लिए फायदे। इसके बीज से निकाला गया तेल आपके बालों को अलग मॉइस्चर देता है जिससे आपके बाल हेल्दी और उनकी ग्रोथ अच्छी बनी रहती है। इसके बीज के तेल का इस्तेमाल करने से बालों को झड़ने, डैंड्रफ, स्केलप में होने वाली सूजन आदि समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। इसमें विटामिन सी, कॉपर और आयरन होता है जो आपके बालों को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।

सीताफल से नुकसान

  • सीताफल में फाइबर सबसे ज्यादा पाया जाता है। साथ ही इससे शरीर में आयरन बढ़ जाता है, जिसके कारण आपके पेट की समस्या सबसे ज्यादा बढ़ सकती है। जैसे- दस्त, गैस, पेट दर्द, उल्टी आदि की समस्या पैदा हो सकती है। इसलिए इसका सेवन करें लेकिन मात्रा में रहकर इससे आपको कभी नुकसान नहीं होगा। इसलिए सेवन करने से पहले इस बात का ध्यान रखें की आयरन ज्यादा ना हो।
  • जितना सीताफल स्वास्थय के लिए अच्छा होता है, उतने ही इसकी बीज जहरीले होते हैं, क्योंकि इसके सेवन से आपको कई तरह की परेशानियां पैदा हो सकती है इसलिए इसके बीज खाने से बचें।
  • सीताफल का सेवन यदि ज्यादा किया जाता है तो उससे सर्दी ज़ुकाम जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए इसे एक सीमा में खाएं.
  • जिन लोगों को एलर्जी की परेशानी है वो सीताफल के सेवन से बचे। क्योंकि अगर आप इसका सेवन बार बार करेगें तो आपको दिक्कत और ज्यादा बढ़ सकती है।
  • अगर आपको किसी तरह की कोई परेशानी है और आप उसकी दवाई ले रहे हैं तो सबसे पहले आप डॉक्टर की सलाह लें, उसके बाद ही सीताफल का सेवन करें क्योंकि हो सकता है आपको ये नुकसान पहुंचाएं।

सीताफल खाने में सतर्कता (Precaution)

  • सीताफल का सेवन करने से पहले उसे अच्छी तरह से धो ले.
  • खाते समय छिलके और बीज को ध्यान से देखकर खायें. इसमें टॉक्सिक तत्व होते हैं.
  • मधुमेह के रोगी इसे न खायें या फिर चिकित्सक की सलाह लें.
  • बाहरी उपयोग के लिए एक बार आयुर्वेद डॉक्टर से सलाह लें.

सीताफल (शरीफा) कहां पाया या उगाया जाता है? (Where is Sitafal Found or Grown?)

सीताफल (shareefa fruit) आसानी से मिलने वाला फल है, इसलिए यह फलों की दुकान पर आसानी से मिल जाता है। सीताफल या शरीफा की खेती भारत में मुख्यतः उड़ीसा, मध्य प्रदेश, उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, और असम में की जाती है। सीताफल 900 मीटर की ऊंचाई तक प्राप्त होता है।सीताफल फसल का मौसम अगस्त से अक्टूबर (The season of harvest is from August to October) तक होता है।

FAQ

Q : सीताफल में कौन से विटामिन पाए जाते हैं ?
Ans : विटामिन सी, विटामिन ए, पोटेशियम, मैगनीशियम आदि।

Q : सीताफल के बीज के फायदे क्या हैं ?
Ans : सीताफल के बीज बालों के लिए काम आते हैं इससे तेल निकालकर बालों में लगाने से बाल अच्छे हो जाते हैं।

Q : सीताफल खाने के फायदे क्या हैं ?
Ans : सीताफल खाने से आपको डायबिटीज, त्वचा, वजन कम करने में फायदा मिलेगा।

Q : सीताफल के नुकसान क्या हैं ?
Ans : इससे आपको एलर्जी, पेट की समस्या आदि पैदा हो सकती है। इसलिए इस नुकसान से बचे।

Q : सीताफल कब खाना चाहिए ?
Ans : सीताफल आप खाली पेट भी खा सकते हैं और खाने के बाद भी। इसका सेवन कर सकते हैं।

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