Delhi Election 2020



दिल्ली में एक बार फिर आम आदमी पार्टी ने भारी बहुमत के साथ जीत दर्ज की है।
इसके लिए SANGEETA’SPEN.COM टीम की तरफ से आम आदमी पार्टी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं दिल्ली की जनता ने जो जनादेश AAP को दिया वह अद्भुत और अविश्वसनीय है।
यह इलेक्शन AAP (आम आदमी पार्टी) vs BJP के बीच था आम आदमी पार्टी और बीजेपी ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी वही कांग्रेस केवल सोशल मीडिया पर ही प्रचार करती नजर आयी।
दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से AAP (आम आदमी पार्टी) ने 62 सीटों पर जीत हासिल की और BJP को सिर्फ 8 सीटों पर ही सिमट गयी और वह दहाई का अकड़ा भी पार नहीं कर पायी।
इलेक्शन से पहले जो सर्वे सामने आ रहे थे वह सच साबित हुए जिसकी उम्मीद शायद खुद सर्वे के आकड़े जारी कर रहे विशेषज्ञों को तक नहीं थी।
दिल्ली में चुनाव विकास, रोजगार, बिजली, पानी, शिक्षा, जैसे मुद्दों पर लड़ा गया, किन्तु CAA और राष्ट्रवाद, JNU, जामिया जैसे मुद्दे भी इलेक्शन में छाये रहे इन मुद्दों को बीजेपी ने जोर शोर से उठाया था पर उनको सफलता नहीं मिली और जनता ने उसको नकार दिया।
- AAP – 53. 57%, वोट 4,974,522, सीट 62।
- BJP – 38. 51% वोट 3,575,430, सीट 3।
- CONGRESS – 4. 26% वोट 395,924 सीट 0।
- NOTA – 0. 46% 43,108 वोट पड़े।
- AAP – 54. 3%, वोट 4, 879, 123, सीट 67।
- BJP – 32. 3% वोट 2,891, 510, सीट 3।
- CONGRESS – 9. 7% वोट 867, 027 सीट 0।
आम आदमी पार्टी के वोट शेयर में मामूली-सी गिरावट आयी जिसके कारण BJP 8 सीट जीतने में सफल रही।
वही बीजेपी का वोट शेयर 6.48% बड़ा है जिसका उनको फ़ायदा मिला अब विधानसभा में उनकी संख्या 3 से बढ़कर 8 हो गयी है।
दिल्ली में बीजेपी की हार के मुख्य कारण –
- प्रदेश अध्यक्ष के रूप में फेल रहे मनोज तिवारी
- केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली में मजबूत मुख्यमंत्री पद का उमीदवार घोषित न करना।
- परवेश वर्मा की गलत बयान बाजी।
- स्थानीय मुद्दों का जनता तक नहीं पहुंचना।
इस इलेक्शन में अगर किसी को सबसे ज़्यादा नुकसान हुआ है तो वह कांग्रेस है जिनका वोट प्रतिशत केवल 4.26% रह गया जो की कांग्रेस के नेतृत्व और पार्टी के भविष्य पर प्रसन्न चिह्न खड़ा करता है।
ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को सपोर्ट करते हुए चुवाव प्रचार को महत्त्व नहीं दिया जिसके कारण 70 विधानसभा सीटों में कांग्रेस गठबंधन के 67 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई।
जिन तीन सीटों पर कांग्रेस जमानत बचाने में कामयाब हुई है वह सीट –
- गांधी नगर अरविंदर सिंह लवली को 21,913 वोट मिले।
- बादली देवेंदर यादव को 27,449 वोट मिले।
- कस्तूरबा नगर से अभिषेक दत्त को 19,648 वोट मिले है।
वहीं आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुई अलका लांबा चांदनी चौक से अपनी जमानत भी नहीं बचा सकीं उन्हें 3,881 वोट ही मिले।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि बीजेपी दिल्ली की जनता द्वारा दिये गए जनादेश का सम्मान करती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को दिल्ली चुनावों में जीत के लिए बधाई। “मैं आशा करता हूं कि दिल्ली की जनता की अपेक्षाओं को वे पूरी करेंगे”।