Delhi Riots The Untold Story किताब की मात्र 24 घंटे में 15000 एडवांस बुकिंग

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Delhi Riots The Untold Story

Delhi Riots The Untold Story इस किताब को अब गरुड़ प्रकाशन प्रकाशित करने जा रहा है और इसकी एडवांस बुकिंग शुरू हो गयी है। ये किताब हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध होगी.

गरुड़ प्रकाशन के फाउंडर सानु संक्रान्त ने अपने ट्विटर हैंडल से जानकारी साझा की है की मात्र 24 घंटे में 15000 किताब की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। 

इस साल की शुरुआत में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा पर आधारित किताब “Delhi Riots 2020 – The Untold Story” इस किताब की प्रकाशक ‘ब्लूम्सबरी इंडिया’ ने छापने के बाद 100 कॉपी लेखकों को भेज दी, लेकिन बाज़ार में आने से पहले ही किताब को ब्लूम्सबरी ने वापस ले लिया.

इस किताब को लेकर हुए विवाद के बाद ब्लूम्सबरी इंडिया ने इसे वापस लेने का फैसला लिया है. ये किताब 22 अगस्त को लॉन्च होने वाली थी।

ब्लूम्सबरी इंडिया शाहीन बाग के समर्थन में 3 क़िताबें छाप चुकी है. एक किताब में तो उसने दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को निर्दोष बताने की कोशिश की है. प्रकाशन एजेंसी के इस फैसले पर तमाम लोग सवाल उठा रहे हैं।

‘ब्लूम्सबेरी इंडिया’ पहले इस किताब को छाप रही थी. ये यूनाइटेड किंगडम (यूके) का प्रकाशन हाउस है और लंदन में इसका हेडक्वार्टर है. भारत में इसका ब्रांच ब्लूम्सबेरी इंडिया के नाम से स्थापित है.

किताब की सहलेखिका मोनिका अरोड़ा ने भी ब्लूम्सबरी इंडिया के फैसले पर सख्त आपत्ति जताई है. मोनिका अरोड़ा ने कहा कि प्रकाशन एजेंसी ने किताब का सारा कंटेंट देखने के बाद इसे छापने के लिए उनके साथ एग्रीमेंट किया था. इसके बाद एजेंसी की सहमति से ही ये प्री लॉन्चिंग कार्यक्रम किया गया. उसके बाद शनिवार को एजेंसी ने फोन करके कहा कि उन पर किताब रोकने का भारी दबाव है।

फरवरी में हुए दिल्ली दंगों के बाद लेखिका सोनाली चितलकर, प्रेमा मल्होत्रा एवं मोनिका अरोड़ा ने पूरे घटनाक्रम की पड़ताल कर ‘दिल्ली रायट्स 2020: द अनटोल्ड स्टोरी’ (Delhi Riots 2020 :The Untold Story) किताब लिखी है.

सीएए के समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प के बाद 24 फरवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा में 53 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 200 लोग घायल हुए थे और सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान हुआ था।  

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