A1 और A2 दूध में अंतर

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A1 और A2 दूध में अंतर (Difference Between A1 and A2 Milk)

दूध एक संपूर्ण पौष्टिक आहार माना जाता है इससे हम कैल्शियम और प्रोटीन की आपूर्ति तो होती ही है। साथ ही लैक्टोज, फैट, तथा अन्य विटामिन्स और मिनरल्स भी दूध (Milk) में पाए जाते है ।

दूध में इन सभी तत्वों के होने से हमारे शरीर को शाररिक एवं मानसिक विकास में सहयोग मिलती है दूध को प्रतेक आयु के लोग पीते हैं. इसमें कैल्शियम और प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत होता है.

क्या आप जानते हैं कि दूध में दो प्रकार के प्रोटीन होते हैं ?

वेह (whey) प्रोटीन और केसीन (casein) प्रोटीन.

दूध में दो प्रकार का प्रोटीन होता है एक वेह प्रोटीन (whey protein) और दूसरा केसिन प्रोटीन (casein protein)।दूध में सबसे बड़ा समूह केसिन प्रोटीन का होता है जो लगभग 80 % तक होता है । हालांकि केसीन प्रोटीन भी चार रूपों में मिलता है अल्फा (s 1 ) केसीन 2 – अल्फा (s 2 ) केसीन 3 – कापा केसीन 4 – बीटा केसीन। बीटा केसीन भी दो रूपों में पाया जाता है एक A1 और दूसरा A2।

आपमें बहुत कम लोग जानते होंगे की मार्केट में A1 और A2 दूध मिलता है लेकिन हम सभी अपने घरो में A1 मिल्क का ही उपयोग करते है आज का मेरा टॉपिक भी यही है की A1 और A2 मिल्क क्या है ? क्या विभिन्न प्रकार गाय विभिन्न प्रका दूध का उत्पादन करती हैं, इस दूध की क्या विशेषता है, इस दूध को लेने से क्या -क्या फायदे व नुकसान हैं, A1 और A2 दूध में क्या अंतर (Difference Between A1 and A2 Milk) है, आदि

Difference Between A1 and A2 Milk

A1 दूध गायों से A1 दूध और A2 गायों से A2 दूध दिया जाता है

A1 गाय किसे कहते है ?

A1 गाय को हाइब्रिड गाय (जर्सी गाय) भी कहा जाता है। हमे A1 गायो से ही A1 दूध प्राप्त होता है। तथा इन (A1 गायों) की पीठ समतल होती है। बाहर के देशों में जैसे की डैनमार्क ,न्यूजीलैंड, आदि में अधिकतर ये ही गाय पायी जाती। कहा जाता है की डैनमार्क मे कुल लोगो की आबादी से ज्यादा गाय है !

और हैरानी की बात ये है , की डैनमार्क के लोग दूध नहीं पीते ! चाय भी बिना दूध की ही पीते है। क्योंकी A1 गाय (जर्सी गाय) के दूध से कैंसर होने का खतरा होता है, तथा घुटनो का दर्द, मधुमेह (शुगर) आदि होने का बहुत बड़ा कारण भी A1 मिल्क को ही माना जातक है।

कहा जाता है कि डैनमार्क की सरकार दूध ज्यादा होने पर समुद्र मे फेंकवा देती है। वहाँ एक लाइन (milk is a white poison) बहुत प्रचलित है। A1 गाय के दूध में एक अलग प्रकार का अमीनो एसिड होता है जिसे हिस्टीडाईन (histidine) कहते है.

A2 दूध में पाया जाने वाला प्रोलिन BCM 7 को हमारे शरीर तक पहुंचने से रोकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि BCM 7 (बीटा-कैसोमोर्फिन -7) क्या है?

BCM 7 (बीटा-कैसोमोर्फिन -7) एक ओपियोड पेप्टाइड है। यह एक छोटा प्रोटीन है जो हमारे शरीर में पचता नहीं है। इससे अपच हो सकता है और कई शोधों से पता चला है कि इससे कई अन्य समस्याएं या बीमारियाँ जैसे मधुमेह आदि हो सकती हैं, इसलिए A1 मिल्क आसानी से हमारी बॉडी में अर्जेस्ट नहीं होता है . लेकि जब A2 दूध बात की जाती है तो इसमें प्रोलाइन (अमीनो एसिड) होता है

जो BCM 7 को हमारे शरीर में जाने से रोकता है। लेकिन A1 गायों में प्रोलाइन (अमीनो एसिड) नहीं होता है, इसलिए, BCM 7 हमारे शरीर में चला जाता है और बाद में यह रक्त में घुल कर अनेक बीमारिया व परेशानिया बढ़ाता है

BCM 7 (बीटा-कैसोमोर्फिन -7) आता कहा से है?

यह प्रोटीन ए 1 गायों के मूत्र, रक्त या आंतों में पाया जाता है, इस कारण इसे पचाना मुश्किल होता है। कुछ वैज्ञानिकों ने रिसर्च करके यह जाना कि जिस दूध में A1 किस्म की प्रोटीन पाया जाता है वह दिल के रोगों को बढ़ावा देता है। लेकिन BCM 7 प्रोटीन A2 गायों के मूत्र, रक्त या आंतों में नहीं पाया जाता है, इसलिए A2 मिल्क को पौष्टिक तथा नियमित उपयोग के लिए उत्तम माना गया है .

A2 गाय किसे कहते है ?

प्राचीन ब्रीड की गाय या जो काफी लंबे समय से गाय की ब्रीड चलती आ रही है या फिर देसी गाय को A2 गाय कहते है और इनसे मिलने वाले दूध (मिल्क) को A2 दूध कहा जाता है. देशी गाय (A2 गाय) की पीठ पर मोटा सा हम्प होता है।

ये हम्प ही सूर्य से कुछ अलग प्रकार की तिरंगे लेता है वही उसके दूध ,मूत्र और गोबर को पवित्र बनाती है जिससे उसमे इतने गुण हैकुछ हद तक जो ईस्ट अफ्रीकन जगहों में गाय मिलती हैं और उनसे जो दूध मिलता है उसको A2 मिल्क कहते है

A2 दूध को पचाना ज्यादा आसान होता है. US National Library of Medicine National Institutes of Health की रिपोर्ट के अनुसार A1 बीटा केसीन वाले दूध में ज्यादा मात्रा में BCM 7 होता है. अगर ये बच्चों को दिया जाए तो उनमें मधुमेह की समस्या बढ़ जाएगी.

इस रिसर्च को स्कॅन्डिनेवियन और नीदरलैंड में किया गया था. जिसमे पाया गया कि लोगों को मधुमेह की ज्यादा समस्या है. इसके लिए लाइफस्टाइल वगेरा के साथ A1 दूध भी कुछ हद तक ज़िम्मेदार माना गया। साथ ही A 1 दूध से हार्ट की बिमारी का होने की बात भी कही गयी है ।

कुछ रूस के शोधकर्ताओं के अनुसार BCM 7 बच्चों के ब्लड में पास हो जाता है और ये ब्रेन से मांसपेशियों के बीच में होने वाले विकास को भी कुछ हद तक बाधाएं पैदा करता है. इस रिसर्च को इंटरनेशनल जर्नल पेप्टाइडस में पब्लिश किया था.

एक और रिपोर्ट Indian Journal of Endocrinology and Metabolism 2012 के अनुसार  मधुमेह टाइप 1 का कुछ A1 दूध से कनेक्शन है और इसके अलावा हार्ट की समस्या, मेंटल डिसऑर्डर, ऑटिज्म, एलर्जी से बचाव न कर पाने जैसी कमियां और schizophrenia का होना .क्योंकि BCM 7 ब्लड से ब्रेन में चला जाता है.

साथ ही कुछ और भी रिसर्च हैं जिनके अनुसार A1 दूध को लेने से कोई नुक्सान नहीं होता है. ये किसी भी प्रकार की शरीर में हानि नहीं पहुंचाता है. इसलिए सही तरह से ये कहना गलत होगा कि A1 दूध नुक्सान दायक है. ऐसा पूर्ण रूप से अभी तक प्रूव नहीं हो सका है

बच्चों को कौन सा दूध देना चाहिए ?

बच्चों के लिए A2 दूध ही श्रेष्ठ माना जाता है। भारतीय गाय या प्राचीन ब्रीड (A2दूध) की गाय का दूध इस श्रेणी में आता है। इस दूध से बुखार, रक्त की परेशानियों में राहत मिलती है। इसमें विटामिन डी भी है, जो आसानी से कैल्शियम प्राप्त कर लेता है। मैनोपॉज और ओस्टियोपोरोसिस में भी गाय का दूध लाभ करता है।

  • A2 दूध से बच्चों में मोटापा नहीं होता, दिमागी क्षमता बढ़ती है, पाचन में वृद्धि करता है।
  • A2 दूध से मां बनी महिलाओं को फीडिंग में आसानी होती है।या माँ को नवजात शिशु के लिए दूध नहीं हो रहा है तो आप उसे A2 दूध दे सकते है
  • प्राचीन ब्रीड की गाय का दूध (A2 दूध) थकान, सुस्ती अधिक भूख प्यास भी नहीं लगने देता है। इसमें ओमेगा फैट्स का श्रेष्ठ कॉम्बिनेशन होता है।

दूध में मिलावट को ऐसे चैक करे ?

  • दूध में मिलावट चैक करने के लिए ऑनलाइन साइड पर अनेक प्रकार की मशीने मिलती है .

दूध में मिलावट चैक करने के कुछ आसान घरेलु तरिके भी साझा कर रही हु ट्राय करे ।

  • दूध में पानी की मिलावट चैक करने के लिए किसी लकड़ी या पत्थर पर दूध की एक, दो बूंद गिराए। अगर दूध बहकर नीचे की तरफ गिरे और सफेद निशान बन जाए तो दूध पूरी तरह से शुद्ध है।
Difference Between A1 and A2 Milk
Difference Between A1 and A2 Milk
  • दूध को देर तक रखने पर, असली दूध अपना रंग नहीं बदलता है। जबकि दूध अगर नकली है, तो वह कुछ समय बाद पीला दिखने लगेगा।

  • सिंथेटिक दूध पीले रंग का दूध हो तो उसमे यूरिया मिला हुआ है ।

  • स्वाद के मामले में असली दूध हल्का-सा मीठा स्वाद लिए हुए होता है, जबकि नकली दूध का स्वाद डिटर्जेंट और सोडा मिला होने की वजह से कड़वा हो जाता है। और इसमें डिटर्जेंट की महक भी आती है ।

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