Fight Coronavirus:हाथ मिलाना छोड़कर एक दूसरे को नमस्ते कर अभिवादन करे

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बाबा सहगल रैप सॉन्ग में ‘नमस्ते’ जो COVID -19 वायरस के बारे में जागरूकता फैलाता है वह मीडिया पर शेयर किया जा रहा है क्रोरोनावायरस के संक्रमण से बचने के लिए लोग अब हाथ मिलाना छोड़कर एक दूसरे को नमस्ते कर अभिवादन कर रहे है।

वीडियो वीडियो के शुरुवाद में बाबा सहगल कहते है ! “शुरू में मुझे लगा था कि मैं कोरोनोवायरस पर गीत नहीं बनाऊंगा क्योंकि यह काफी गंभीर मुद्दा है। लेकिन कल रात जब मैंने प्रिंस चार्ल्स को टीवी पर नमस्ते करते देखा, तो मुझे वापस ले लिया गया, क्योंकि मैं बहुत खुश था क्योंकि नमस्ते हमारी संस्कृति से आता है, “जोड़ना,” तो चलो लोग इस नमस्ते को करते हैं और इस कोरोना को हराते हैं।

यही वह वीडियो है जिसको देखकर बाबा सहगल को यह रैप सांग बनाने प्रेणना मिली ।

नमस्कार का अर्थ

नमस्ते शब्द वास्तव में संस्कृत के नमस शब्द से बना है जिसका अर्थ है-एक आत्मा का दूसरी आत्मा से आभार प्रकट करना। भारतीय एक-दूसरे से मिलने पर अभिवादन करने के लिए नमस्ते या नमस्कार शब्द का प्रयोग करते हैं।

नमस्ते शब्द का उच्चारण करते समय दोनों हाथ की हथेलियों को हृदय के सामने एक साथ रखा जाता है तथा सिर को थोडा झुकाया जाता है और अभिवादन उन सभी लोगों के लिए होता है जो हमारी उम्र के होते हैं, और हमसे उम्र में बडे होते हैं तथा उनके लिए भी जो कि हमारे लिए अजनबी होते हैं।

हमारे दैनिक जीवन में नमस्ते का अभिप्राय किसी से मिलने के समय या फिर विदा के समय शुभकामनाएं प्रदर्शित करने या अभिवादन करने के लिए किया जाता है। नमस्ते के लिए नमस्कार तथा प्रणाम सम्बोधन का भी प्रयोग किया जाता है।

यह विधि गहरे आदर का सूचक है यह व्यक्ति की दयालुता का एक रूप है जो कि प्रेम और विनम्रता के रूप में मित्रता को बदलना चाहता है और अपने से बड़ी उम्र के लोगो के लिए यह सम्मान तथा यह दर्शाता है की में आपकी सेवा में उपस्थित हूँ।

सफाई का विशेष ध्यान रखिये, अपना और अपनी फॅमिली और दोस्तों का ख्याल रखिये। नमस्ते

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