Good & Bad Effect of Tea in Summer | does drinking tea summer really cool | tea benefits and side effects in hindi | chai ke fayde aur nuksan

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tea benefits and side effects in hindi
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Good & Bad Effect of Tea in Summer | does drinking hot tea summer really cool | tea benefits and side effects in hindi |chai ke fayde aur nuksan | गर्मियों में चाय के फायदे जान के आप भी रह जाएंगे हैरान

लोग ऐसा कहते हैं अगर सुबह उठते ही एक गरम चाय की प्याली मिल जाए तो दिन बन जाता है। ज्यादातर घरों में सुबह शाम चाय पीना एक नियम बन गया है।

चाय एक ऐसा पेय पदार्थ है जिसकी एहमियत हमारे समाज में काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। आमतौर पर देखा जाए तो काफी लोग चाय का सेवन सुबह-शाम करते हैं जबकि कई लोग तो हर आधे घंटे में चाय पीने के आदी होते हैं । भारत में 80 से 90 प्रतिशत लोग दिन की शुरुवात एक गर्म चाय के कप से करते है।

शाम को हवा में बैठ कर परिवार के साथ चाय पीना किसको अच्छा नहीं लगता।अगर आप चाय पीने के शौक़ीन है और दिन की शुरुवात एक कप गरमा गरम चाय के साथ करते है तो इस पोस्ट को जरुर पढ़िए ,क्योंकि सर्दियों और बरसात के मौसम में ठंड से बचने और शरीर को ऊष्मा देने के लिए लोग चाय पीते हैं।

लेकिन, गर्मियों में वे इस डर से चाय नहीं पीते कि कहीं इससे उनकी तबियत ना बिगड़ जाए।लेकिन, कई लोग ऐसे भी हैं जो गर्मियों में सिरदर्द और सुस्ती जैसी परेशानियों से राहत के लिए चाय पीना पसंद करते हैं। गर्मियों में चाय पीने को लेकर कई प्रकार के मिथक और बातें प्रचलित हैं

tea benefits and side effects in hindi
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आज sangeetaspen.com के इस आर्टिकल के जरिए आपको बताएंगे की किसी भी चीज़ की अधिकता हमें नुकसान पहुंचा सकती है। यानि चाय पीने से फायदे हैं तो नुकसान (Health benefits and side effects of drinking tea in Summers in Hindi) भी हैं। खासकर गर्मियों में चाय के ज्यादा सेवन से आपके शरीर को क्या-क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं।

चाय के फायदे

दस्त (Diarrhea) – एक चम्मच चाय की पत्ती और चौथाई चम्मच नमक दोनों को पीसकर इसके तीन भाग करके दिन में तीन बार गर्म पानी के साथ लें। ऐसा करने से दर्द के साथ मरोड़ी देकर होने वाले दस्तों में लाभ होगा।

बालों में चमक – बालों में ज्यादा देर तक शैम्पू लगाये रखने से रूसी कम होने के बजाय बढ़ती है। चाय के पानी से बाल धोने से बाल गिरना बन्द होते हैं। चाय पत्ती उबालकर उसके पानी को छानकर फ्रिज में रख लें। बालों को धोने के बाद इस पानी को बालों में कंडीशनर की तरह लगायें, इससे बालों में चमक बढ़ेगी।

कोलेस्ट्रॉल – चाय रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम कर देती है।2. चाय में मौजूद कैफीन से कुछ देर के लिए आलस्य दूर हो जाता है।

निम्न रक्त चाप (Low blood Pressure ) – में चाय के सेवन से थोडा लाभ मिलता है, क्योंकि इससे रक्त चाप उच्च हो जाता है। चाय पीने से आपके शरीर में संक्रमण कम हो जाता है।

चाय सर्दी-जुकाम कफ जैसी आम बीमारियों से भी राहत देता है।

धूप में त्वचा झुलस जाने पर त्वचा के उस हिस्से चाय पत्ती लगाये तो सन बर्न ठीक हो जाता है।

चाय बनाने की सही विधि 

सबसे पहले पानी, दूध, शक्कर आवश्यक मात्रा में लेकर उबालें। जब उबलने लगे तब नीचे उतार लें फिर उसमें आवश्यक मात्रा में चाय की पत्ती डालकर आठ मिनट ढककर रखें।

मसाला चाय रेसिपी – चाय को अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए अदरक, पुदीना, सोंठ, काली मिर्च, लौंग, इलायची भी डाली जा सकती है। तुलसी के पत्ते चाय में मिला कर पीने से सर्दियों में कफ से राहत मिलती है। चाय कुछ नाश्ता करके पियें। इस प्रकार बनाई गई चाय शरीर के लिए कम नुकसान दायक होती है।

chai ke fayde aur nuksan
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चाय पीने से हानियां

लेकिन कुछ अध्ययनों के अनुसार ज्यादा चाय पीना सेहत के लिए काफी नुकसान देय होता है, खासतौर पर गर्मियों में चाय आपके शरीर के लिए हानिकारक होती है, दरअसल चाय एक औषधीय पौधा है जो विशेषज्ञ की सलाह से दवा की तरह एक सीमित मात्रा में लिया जाता है | जिसे आवश्यकतानुसार पीने पर ही लाभ मिलता है।

  • चाय पेट में एसिडिटी बढ़ाती है। और चाय आंतो (Intestine) और पेट को खराब करती है।
  • खाली पेट चाय पीने से पाचन-शक्ति खराब होती है और सोते समय पीने से नींद कम आती है।
  • अधिक चाय पीने से हृदय की धड़कन बढ़ती है और हृदय की बीमारी की संभावना रहती है।
  • चाय पीने से मुख्य हानि यह होती है की यह रक्त में आयरन (लोह ) को अवशोषित होने से रोकता है जिससे खून में आयरन की कमी हो जाती है।
  • खासतौर से शाकाहारी , गर्भस्थ स्त्री (Pregnancy), अनीमिया (रक्त की कमी की बीमारी ) ज्यादा प्रभावित होते है क्योंकि उनके रक्त में पहले से ही आयरन की कमी होती है।
  • रक्त में लोहे की कमी से थकान और रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी हो सकती हैं।
  • एक कप चाय में 4 ग्राम टैनिन होता है जो आपके शरीर में हानिकारक एसिड का काम करता है।
  • अगर आप एक कप चाय को एक-दो घण्टे रखा रहने दें और उसके बाद उसकी स्थिति देख्नेगे तो आप चाय के रंग में
  • परिवर्तन आ जायेगा और उसके ऊपर की निकोटिन की परत के नीचे काली चाय होगी। चाय की यही दशा शरीर में जाने के बाद होती है।
  • अगर आप ऊँगली से चाय की परत को लगाकर देखें तो पाएंगे की यह चिपचिपी और मोटी होती है जो आंतो में चिपक कर विकार उत्पन्न करती है।

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