Udupi Ramachandra Rao : Google डूडल ने भारत के ‘सैटेलाइट मैन’ उडुपी रामचंद्र राव को 89 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की

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डूडल ने भारत के 'सैटेलाइट मैन' उडुपी रामचंद्र राव को  89 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की
डूडल ने भारत के ‘सैटेलाइट मैन’ उडुपी रामचंद्र राव को 89 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की

Udupi Ramachandra Rao 89th Birth Anniversary : दुनिया के प्रमुख सर्च इंजन गूगल ने आज ‘भारत के सैटेलाइट मैन’ के रूप में प्रसिद्ध प्रोफेसर और वैज्ञानिक उडुपी रामचंद्र राव (Udupi Ramachandra Rao) का 89वीं जयंती पर डूडल बनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर को विशेष बनाने के लिए Google के होमपेज पर एक डूडल में प्रसिद्ध भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिक की एनिमेटेड तस्वीर दिख रही है। और उनके पीछे पृथ्वी और सितारे नजर आ रहे हैं।

साथ ही ‘गूगल डूडल वेबसाइट’ पर लिखा है, ‘प्रोफेसर राव जन्मदिन मुबारक। आपकी तारकीय प्रोद्यौगिकी की उपलब्धियां आज भी आकाशगंगा में महसूस की जाती हैं।’

उडुपी रामचंद्र राव 89 वीं जयंती – Udupi Ramachandra Rao 89th Birth Anniversary

उडुपी रामचंद्र राव जन्म – Udupi Ramachandra Rao Birth

राव को भारत के सैटेलाइट मैन के रूप में जाना जाता था। राव स्‍पेस साइंटिस्‍ट और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष थे. के अध्यक्ष थे, राव का निधन 24 जुलाई, 2017 को बेंगलुरु में हुआ था।

राव का जन्म 10 मार्च 1932 में कर्नाटक के एक छोटे से गाँव में हुआ था। उनका कैरियर एक कॉस्मिक-रे फिज़िसिस्‍ट और डॉ. विक्रम साराभाई के असिस्‍टेंट के रूप में शुरू किया. डॉ साराभाई को भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है।

राव ने डॉक्टरेट पूरा करने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका आए जहां उन्होंने प्रोफेसर के रूप में काम किया और नासा के पायनियर और एक्सप्लोरर स्पेस प्रोब पर प्रयोग किए। फिर 1966 में उन्होंने भारत लौटने का फैसला किया।

1972 में अपने देश के उपग्रह प्रोग्राम को गति देने से पहले उन्‍होंने अंतरिक्ष विज्ञान के लिए भारत की प्रमुख संस्था फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरी में एक हाई एनेर्जी स्‍पेस साइंस प्रोग्राम की शुरुआत की 1975 में, राव के नेतृत्व में, भारत ने अपना पहला उपग्रह आर्यभट्ट लॉन्च किया।

जिसमें उन्होंने 20 से अधिक ऐसी सैटेलाइट्स का विकास किया, जिन्होंने संचार और मौसम संबंधी सेवाओं में सुधार कर ग्रामीण भारत को बदलकर रख दिया।

1984 से 1994 तक, प्रो. राव ने अपने देश के स्‍पेस प्रोग्राम को भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष के रूप में ऊंचाइयों तक पहुंचाना जारी रखा।उन्होंने पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) जैसी रॉकेट तकनीक विकसित की,

जिसने 250 से अधिक उपग्रह लॉन्च किए हैं. वह 2013 में सैटेलाइट हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले पहले भारतीय बन गए, उसी वर्ष पीएसएलवी ने भारत का पहला इंटरप्लेनेटरी मिशन- “मंगलयान” -ए उपग्रह लॉन्च किया जो आज मंगल की परिक्रमा करता है ।

उडुपी रामचंद्र राव को 1976 में पद्म भूषण और 2017 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। वह सैटेलाइट हॉल ऑफ फ़ेम और IAF हॉल ऑफ़ फ़ेम में सम्मानित होने वाले पहले भारतीय भी हैं।

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