Honey : खा रहे है या शुगर, CSE ने किया शहद में मिलावट का खुलासा

हेल्थ

शहद (Honey) को आयुर्वेद में अमृत समान माना गया है। छोटे बच्चों से लेकर वयस्कों तक शहद सभी के लिए उतनी ही फायदेमंद है। नियमित रुप से शुद्ध शहद खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है ।

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Honey: शहद खा रहे है या शुगर

Honey खा रहे है या शुगर सिरप,CSE ने किया एक बार फिर चीनी साजिस का खुलासा

(Honey is eating or sugar syrup, CSE once again revealed the sugar salad)

Eating honey or sugar

जिससे कई तरह की संक्रामक बीमारियों से बचाव होता है। बाजार में अनेको नामो से शहद 100 प्रतिशत नेचुरल बता कर बेचा जा रहा है पर यह वास्तव में नेचुरल होता नहीं है।क्युकी आज हमारे सामने यह खबर आयी है ।

CSE once again revealed the sugar salad

CSE के टेस्ट में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जिसमे बताया जा रहा है की भारत में बिकनेवाले बड़े – बड़े ब्रांड के शहद में चीनी (China) शुगर सीरप की मिलावट की गयी है । और हम इस मिलावट को पकड़ भी नहीं सकते ।

मधुमक्खियो (Bees) के कठिन परिश्रम और प्राकृतिक मिठास से बने शहद में मिलावट। हमारे पास प्रकृति का यह उपहार भी शुद्ध तरीके से नहीं पहुंच रहा है. शहद में मिलावट को लेकर एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ है।

शहद (Honey) की शुद्धता की जांच के लिए तय भारतीय मानकों के जरिये इस मिलावट को हम नहीं पकड़ सकते , क्योंकि चीन की कंपनियां ऐसे शुगर सिरप तैयार कर रही हैं, जो भारतीय जांच मानकों पर आसानी से खरे उतर जाते हैं। और हम सभी अनजाने में मिलावटी शहद का सेवन करते है।

CSE की रिपोर्ट में हुआ खुलासा (samples tested in Gujarat)

CSE की महानिदेशक सुनीता नारायण की ओर से बुधवार को एक रिपोर्ट जारी कर यह जानकारी साझा की थी , जिसमे बताया गया कि भारतीय बाजारों में बिक रहे शहद के लगभग सभी ब्रांडों में जबरदस्त तरीके से शुगर सिरप (Sugar syrup) की मिलावट की जा रही है।

samples tested in Gujarat

सुनीता नारायण का कहना है कि शहद में शुगर सिरप की मिलावट खाद्य धोखाधड़ी (Food Fraud) है। इससे पहले भी इसी संगठन ने वर्ष 2003 और 2006 के दौरान सॉफ्ट ड्रिंक में कीटनाशक की उपस्थिति का खुलासा किया था।

शहद के नमूनों की जांच गुजरात हुयी (Honey samples tested in Gujarat)

सीएसई के द्वारा 13 कंपनियों के शहद के नमूनों की जांच कराई गयी , जिनमें से 77 फीसद में मिलावट पाई है। CSE ने शहद के नमूनों की जांच पहले गुजरात के राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के सेंटर फॉर एनालिसिस एंड लर्निग इन लाइवस्टॉक एंड फूड (सीएएलएफ) में कराई थी।

खोज में यह तथ्य मिलने का किया था दावा (Claimed to have found this fact in search)

  • 77 फीसदी नमूनों में शुगर सिरप के साथ अन्य मिलावट पाए गए.
  • कुल जांचे गए 22 नमूनों में केवल पांच ही सभी परीक्षण में पास हुए.
  • शहद के प्रमुख ब्रांड्स जैसे डाबर, पतंजलि, बैद्यनाथ, झंडु, हितकारी और एपिस हिमालय, सभी एनएमआर टेस्ट में फेल पाए गए
  • 13 ब्रांड्स में से सिर्फ 3 – सफोला, मार्कफेड सोहना और नेचर्स नेक्टर, सभी परीक्षणों में पास पाए गए.
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शहद

भारत से निर्यात किए जाने शहद का एनएमआर  (NMR) परीक्षण 1 अगस्त, 2020 से अनिवार्य कर दिया गया है, जो यह बताता है कि भारत सरकार इस मिलावटी व्यापार के बारे में जानती थी, इसलिए उसे अधिक आधुनिक परीक्षणों की आवश्यकता पड़ी.

ज्यादातर नमूने हुए फेल (Most honey samples fail)

NDDB में सभी बड़ी कंपनियों के नमूने पास हो गए, जबकि कुछ छोटी कंपनियों के नमूने फेल हो गए. जब इन्हीं सैंपल्स को जर्मनी स्थित प्रयोगशाला में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य न्यूक्लियर मैग्नेटिक रेजोनेंस (एनएमआर) परीक्षण के लिए भेजा गया तो लगभग सभी बड़े-छोटे ब्रांड्स फेल हो गए.

डाबर और पतंजलि ने शहद में मिलावट का खंडन किया (Dabur and Patanjali denied adulteration in honey)

डाबर और पतंजलि ने सीएसई के दावों का खंडन किया है. कंपनियों का कहना है कि वह प्राकृतिक तरीके से शहद जुटाती हैं. यह रिपोर्ट उनके ब्रांड की छवि खराब करने की सोची-समझी कोशिश लग रही है.


सीएसई के फूड सेफ्टी एंड टॉक्सिन टीम के कार्यक्रम निदेशक अमित खुराना ने कहा कि हमने जो भी पाया वह चौंकाने वाला था. यह दर्शाता है कि मिलावट का व्यापार कितना विकसित है

Dabur and Patanjali denied adulteration in honey

जो खाद्य मिलावट को भारत में होने वाले परीक्षणों से आसानी से बचा लेता है. हमने पाया कि शुगर सिरप इस तरह से डिजाइन किए जा रहे कि उनके तत्वों को पहचाना ही न जा सके.

फ्रक्टोज के रूप में आता है शुगर सिरप (Sugar syrup comes in the form of fructose)

zeenews के अनुसार – बीते वर्ष भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने आयातकों और राज्यों के खाद्य आयुक्तों को बताया था कि देश में आयात किया जा रहे गोल्डन सिरप,

इनवर्ट शुगर सिरप और राइस सिरप का इस्तेमाल शहद में मिलावट के लिए किया जा रहा है. CSE की टीम ने जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि FSSI ने जिन चीजों की मिलावट की बात कही थी,

Sugar syrup comes in the form of fructose

उस नाम से उत्पाद आयात नहीं किए जाते. चीन की कंपनियां फ्रक्टोज के रूप में इस सिरप को यहां भेजती हैं.


यह भी सामने आया है कि इसके कारोबार के लिए कोड वर्ड का इस्तेमाल किया जाता है. चीन से रिश्ते बिगड़ने के बाद कंपनियां बड़ी चतुराई से उसे हांगकांग के जरिये भारत भेज रही हैं.

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