Kalyan Singh Biography in hindi | कल्याण सिंह जीवन परिचय इन हिंदी
Kalyan Singh – कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का जन्म 5 जनवरी, 1932 को यूपी के अतरौली में हुआ था. उनके माता का नाम सीता देवी और पिता का नाम तेजपाल सिंह लोधी था कल्याण सिंह (Kalyan Singh) ने बीए और एलएलबी की पढ़ाई की थी. कल्याण सिंह दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे.
वे भारतीय राजनीतिज्ञ थे केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद वे राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रह चुके थे। विवादित बाबरी मस्जिद विध्वंस होने के समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी थे राम मंदिर आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले कल्याण सिंह ने छह दिसंबर, 1992 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
इसी दिन अयोध्या में बाबरी मस्जिद का विध्वंस किया गया था. इसके बाद, कल्याण सिंह सितंबर 1997 से लेकर नवंबर, 1999 तक कल्याण सिंह फिर यूपी के सीएम बनाए गए.और उन्हें 26 अगस्त 2014 को राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया।उत्तर प्रदेश के लोग कल्याण सिंह (Kalyan Singh) को प्यार से बाबूजी पुकारते थे उन्हें प्रखर राष्ट्रवादी राजनेता के रूप में जाना जाता है ।
उनका निधन 21 अगस्त 2021 को लखनऊ पीजीआई मे हुआ।वो काफी लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे. 89 साल के कल्याण सिंह (Kalyan Singh) पिछले डेढ़ महीने से लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई अस्पताल में भर्ती थे. एक महीने पहले सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था, जिसके बाद बीते निधन 21 अगस्त 2021 को उनकी हालत और बिगड़ गई थी.
कल्याण सिंह (Kalyan Singh) की अंतिम यात्रा थोड़ी ही देर में (23 अगस्त 2021) अलीगढ़ के अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम से निकलेगी. की शवयात्रा उनके पैतृक गांव अतरौली होते हुए बुलंदशहर नरौरा के राज घाट तक 3 बजे तक पहुंचेगी स्टेडियम में अंतिम यात्रा की तैयारी शुरू हो गई है
अंतिम यात्रा में गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उमा भारती भी शामिल होंगी. कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा सुबह 9 बजे अलीगढ़ होल्कर स्टेडियम से निकलेगी.
Table of Contents
कल्याण सिंह का राजनीतिक जीवन
Kalyan Singh – कल्याण सिंह 2 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और कई बार अतरौली के विधानसभा सदश्य के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं, पहली बार कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री वर्ष 1991 में बने और दूसरी बार यह वर्ष 1997 में मुख्यमंत्री बने थे। ये प्रदेश के प्रमुख राजनैतिक चेहरों में एक इसलिए माने जाते हैं, क्यूंकि इनके पहले मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान ही बाबरी मस्जिद की घटना घटी थी ।
पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह
कल्याण सिंह (Kalyan Singh) जून 1919 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये 6 दिसम्बर 1992 को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया।
बाबरी मस्जिद विध्वंश के बाद
वो 1993 के उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में अत्रौली और कासगंज से विधायक निर्वाचित हुये। चुनावों में भाजपा (BJP) सबसे बड़े दल के रूप में उभरा लेकिन मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी ने गठबन्धन सरकार बनायी। विधान सभा में कल्याण सिंह (Kalyan Singh) विपक्ष के नेता बने थे।वो सितम्बर1997 से नवम्बर 1999 तक पुनः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
21 अक्टूबर 1997 को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने कल्याण सिंह सरकार से समर्थन वापस ले लिया। कल्याण सिंह पहले से ही कांग्रेस विधायक नरेश अग्रवाल के सम्पर्क में थे और उन्होंने तुरन्त शीघ्रता से नयी पार्टी लोकतांत्रिक कांग्रेस का घटन किया और 21 विधायकों का समर्थन दिलाया। इसके लिए उन्होंने नरेश अग्रवाल को ऊर्जा विभाग का कार्यभार सौंपा।
दिसम्बर 1999 में कल्याण सिंह (Kalyan Singh) ने पार्टी छोड़ दी और जनवरी 2004 में पुनः भाजपा (BJP) से जुड़े। 2004 के आम चुनावों में उन्होंने बुलन्दशहर से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा। 2009 में उन्होंने पुनः भाजपा (BJP) को छोड़ दिया और एटा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय सांसद चुने गये।
राज्यपाल कल्याण सिंह
कल्याण सिंह सिंह ने 4 सितम्बर 2014 को राजस्थान के राज्यपाल पद की शपथ ली। उन्हें जनवरी 2015 में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया.
कल्याण सिंह (Kalyan Singh)
जन्मतिथि | 5 जनवरी 1932 |
आयु | (वर्ष 2018 के अनुसार) 86 वर्ष |
जन्मस्थान | गांव- माधोली, तहसील-अटरोली, जिला- अलीगढ़, उत्तर प्रदेश, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | अलीगढ़, उत्तर प्रदेश,भारत |
राशि | मकर |
स्कूल | ज्ञात नहीं |
कॉलेज | धर्म समाज महाविद्यालय, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश |
शैक्षणिक योग्यता | बीए, एलएलबी |
धर्म | हिन्दू |
जाति | लोधी |
खाद्य आदत | शाकाहारी |
शौक/अभिरुचि | समाचार और कबड्डी देखना, संगीत सुनना, धार्मिक शास्त्र पढ़ना |
गर्लफ्रेंड | ज्ञात नहीं |
पत्नी | रामवती देवी |
बच्चे | बेटा – राजवीर सिंह (राजनेता) बेटी – प्रभा देवी |
भाई-बहन | कोई नहीं |
माता-पिता | पिता – तेजपाल सिंह लोधी माता – सीता देवी |
पसंदीदा राजनेता | अटल बिहारी वाजपेयी |
पसंदीदा स्थल | सिंगापुर, थाईलैंड |
कल्याण सिंह विवाद
• बाबरी मस्जिद विध्वंस से पहले, उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ अयोध्या का दौरा किया और राम मंदिर बनाने की शपथ ग्रहण की।
- बाबरी मस्जिद विध्वंस में संलिप्त होने पर उन्हें कोई खेद नहीं है। उनके अनुसार, बाबरी मस्जिद विध्वंस आवश्यक था।
- वर्ष 1999 और वर्ष 2009 में बीजेपी छोड़ने के लिए वह विवादों में रहे।
- फरवरी 1998 में, उनकी सरकार ने बाबरी मस्जिद विध्वंस में शामिल लोगों के खिलाफ सभी आरोप वापस ले लिए थे।
कल्याण सिंह की कुल सम्प्पति
घर/एस्टेट 600 ग्राम सोने के आभूषण ₹18 लाख और 4 किलो चांदी ₹20,000, वर्ष 2002 मॉडल का एक मेस्सी ट्रैक्टर
आय (लगभग) ₹3.5 लाख प्रति माह + अन्य भत्ते
कुल संपत्ति (लगभग) ₹62 लाख (वर्ष 2014 के अनुसार)
कल्याण सिंह से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- राजनीति में प्रवेश करने से पहले, वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लिए पूर्णकालिक स्वयंसेवक थे।
- उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद, कल्याण सिंह ने शिक्षण का काम शुरू किया।
वर्ष 1975 में राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और वह 21 महीने तक जेल में रहे।
आपको यह blog post कैसा लगा कमेंट करके अवश्य बताये लेटेस्ट जानकारियों के लिए sngeetaspe.com और sangeetaspen youtube chanle को subscribe,like,share and coment करे
thank you