मेट्रो मैन ई. श्रीधरन 21 फरवरी को बीजेपी में शामिल होंगे
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कोलकाता मेट्रो, कोच्चि मेट्रो के अलावा दिल्ली मेट्रो समेत देश के कई बड़े मेट्रो प्रोजेक्ट में ई. श्रीधरन का ऐतिहासिक योगदान रहा है. यही कारण है कि श्रीधरन को भारत का मेट्रो मैन (Metro man E. Sreedharan ) कहा जाता है.
श्रीधरन 21 फरवरी को बीजेपी में शामिल होंगे
मेट्रो मैन के नाम से मशहूर ई श्रीधरन (E Sreedharan) भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामने जा रहे हैं. केरल बीजेपी चीफ के सुरेंद्रन के नेतृत्व में भाजपा 21 फरवरी कासरगोड से विजय यात्रा निकाल रही है.
और इसी दिन (21 फरवरी) ई श्रीधरन (E Sreedharan) भारतीय जनता पार्टी (BJP) की विजय यात्रा के दौरान पार्टी की सदस्यता लेंगे । श्रीधरन (E Sreedharan)को देश में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में बदलाव का श्रेय दिया जाता है।
ई. श्रीधरन ने’अचानक नहीं लिया है फैसला’
श्रीधरन ने मलयालम मनोरमा अखबार से बात करते हुए कहा, ‘यह निर्णय अचानक नहीं लिया है. मैं पिछले एक दशक से केरल में हूं और राज्य के लिए कुछ करना चाहता हूं. मैं अकेले कुछ नहीं कर सकता. इसलिए मैंने पार्टी में शामिल होने का फैसला किया. मैं राज्य में भाजपा केंद्रित गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करूंगा.’
कौन हैं ई श्रीधरन और क्यों कहा जाता है मेट्रोमैन
श्रीधरन का जन्म 12 जून, 1932 को केरल के पलक्कड़ जिले में हुआ था। उन्होंने भारत की कुछ सबसे सफल रेलवे और मेट्रो परियोजनाओं को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई है। उन्हें कोंकण रेलवे के सफल निर्माण का भी श्रेय दिया जाता है। यह आजादी के बाद भारत के पश्चिमी तट को जोड़ने वाली सबसे बड़ी रेल परियोजना है
श्रीधरन 31 दिसंबर, 2011 को दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। मेट्रो रेल परियोजना के शुभारंभ के बाद भारतीय इंजीनियर को भारत के ‘मेट्रो मैन’ का सम्मान हासिल हुआ था।
ई श्रीधरन (E Sreedharan) मेट्रो मैन के नाम से मशहूर हैं और उनको कोलकाता मेट्रो से लेकर दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) तक में अहम योगदान के लिए जाना जाता है. भारत में मेट्रो सेवा की शुरुआत करने में अहम भूमिका निभाने की वजह से ई. श्रीधरन को मेट्रो मैन (Metro Man) कहा जाता है.
ई श्रीधरन को विकास कार्यों में इनके योगदान के लिए साल 2001 में पद्मश्री और 2008 में पद्म विभूषण अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा फ्रांस सरकार ने साल 2005 में इन्हें ‘Chavalier de la Legion d’honneur’ अवॉर्ड से सम्मानित किया था, जबकि टाइम मैग्जीन ने ई श्रीधरन को ‘एशिया का हीरो’ का टाइटल दिया था.