स्वाद में लाजवाब चेरी का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता है। साथ ही यह नीद ना आने की समस्या को भी ख़त्म कर देता है।
चेरी खाने के फायदे – Benefits of Cherry in Hindi
गंभीर सूजन के कारण गठिया (आर्थराइटिस) की समस्या, हृदय रोग (सीवीडी), मधुमेह और कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है। वहीं, चेरी में मौजूद एंटीइंफ्लामेटरी प्रभाव के कारण सूजन और इसके कारण होने वाली इंफ्लामेटरी समस्याओं से बचाव में मदद मिल सकती है
चेरी में एंटीइंफ्लामेटरी प्रभाव होता है, जो सूजन के कारण होने वाली हृदय संबंधी समस्या को कुछ हद तक कम करने में मददगार हो सकता है। इसके साथ ही रिसर्च में चेरी में पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स हृदय रोग में फायदेमंद माने गए हैं
ग्लूकोमा आंखों में होने वाली वृद्धावस्था की सबसे आम बीमारियों में से एक है। यह बीमारियों का एक समूह है, जो आंख की ऑप्टिक नर्व (आंखों को मस्तिष्क से जोड़ने वाली नर्व्स) को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे अंधेपन का जोखिम बढ़ सकता है।
चेरी का उपयोग कैंसर की रोकथाम में मददगार हो सकता है। दरअसल, चेरी में कई प्रकार के पॉलीफेनोल्स और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जिनमें कई गुणों के साथ ही एंटी कैंसर गुण भी मौजूद होता है।
जो युवा हर रोज दो ग्लास चेरी का जूस पीते हैं वे यह जूस न पीने वालों की तुलना में 39 मिनट की ज्यादा नींद लेते हैं. इन लोगो की बिस्तर पर नींद न आने की शिकायत दूर होती है और कुल निद्रा दक्षता में छह प्रतिशत की बढ़त होती है
चेरी जूस
(Cherry Juice)
में नेचुरल प्लांट कम्पाउंड होता है जिसे Proanthocyanidins कहते हैं जो एमीनो एसिड ट्राइप्टोफन को बूस्ट करता है, जो सेरोटॉनिन को रिलीज करता है. सेरोटॉनिन एक नेचरोट्रांसमीटर है जो कि रिलेक्सेशन और स्लीपीनेस देता है.
ये कैसे करता है असर?
1- इस जूस को पीते वक्त इस बात रखें कि इसमें चीनी नहीं डालनी है. 2 – अगर आप इसमें चीनी मिक्स कर देते हैं ये जूस काम नहीं करेगा. 3– जल्दी नींद आने के लिए रात में सोने से पहले हेवी डाइट लेने से बचें. 4 – सोने का टाइम फिक्स करें और उसी टाइम पर बेड पर चले जाएं. 5– रात में कैफीन का सेवन न करें
चेरी जूस पीते वक्त इन बातों का रखें खास ख्याल
चेरी में मौजूद फ्रुक्टोज अगर शरीर इसे ठीक से पचा नहीं है, तो इससे पेट में दर्द, गैस, सूजन की समस्या, दस्त और आंतों में जलन की समस्या हो सकती है।
चेरी के नुकसान – Side Effects of Cherry in Hindi