Chiku Khane Ke Fayde : हर फल की अपनी अलग खासियत और स्वाद होता है, जिसकी वजह से उसे पसंद किया जाता है। ऐसे ही फलों में सपोटा यानी चीकू
Chiku (
Sapota
) Fruit Benefit
वजन नियंत्रण
शोध के मुताबिक चीकू फल गैस्ट्रिक एंजाइम के स्राव को नियंत्रित कर सकता है, जिससे आगे मेटाबॉलिज्म नियंत्रित हो सकता है . वहीं, चीकू में डाइटरी फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, इसके सेवन से लंबे समय तक भूख को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है. तो इस आधार पर चीकू को वजन कम करने के लिए प्रभावकारी माना जा सकता है.
सर्दी और जुखाम
चीकू के फायदे में खांसी-जुखाम से बचाव भी शामिल है. यह कफ और बलगम को नाक की नली और श्वसन पथ से हटाकर सीने की जकड़न और क्रॉनिक कफ से आराम दिलाने में मदद कर सकता है.
कैंसर को रोकने में सहायक
लंबे समय से चीकू में कैंसर गुण हैं या नहीं इसको लेकर शोध किया जा रहा था. हाल ही में किए गये शोध के मुताबिक चीकू में एंटी-कैंसर गुण पाए गये हैं. इससे संबंधित एक शोध के मुताबिक चीकू के मेथनॉलिक अर्क में कैंसर के ट्यूमर को बढ़ने से रोकने के गुण पाए गये हैं.
किडनी की समस्या में
किडनी स्टोन से बचाव करने और इसके लक्षण कम करने के लिए चीकू फल के बीज को पीसकर पानी के साथ सेवन करना लाभदायक माना जाता है. दरअसल, इसमें ड्यूरेटिक यानी मूत्रवर्धक गुण होते हैं.
यह गुण किडनी में मौजूद स्टोन को पेशाब के माध्यम से बाहर निकालने में मदद कर सकता है .
रक्तचाप सही करने में
चीकू में मौजूद पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है. रोजाना चीकू को उबालकर इसका पानी पीने से ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है .
पाचन और कब्ज को ठीक करने में सहायक
चीकू में फाइबर होता है, इसलिए माना जाता है कि चीकू खाने के फायदे में पाचन भी शामिल है
चीकू के नुकसान – Side Effects of Sapota in Hindi
पूरी तरह से पके हुए चीकू खाने के ऐसे तो कुछ दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिलते। हां, अगर कच्चा चीकू या ठीक से न पका हुआ चीकू का सेवन किसी ने किया तो चीकू के नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।