Indian Butter Tree Chiura
Indian Butter Tree Chiura :
इंडियन बटर ट्री
(Indian Butter Tree)
के नाम से जाना जाने वाला च्यूरा (Chiura) Uttrakhand के काली, सरयू, पूर्वी रामगंगा और गोरी गंगा नदी घाटियों में पाया जाता है। इसका फल बेहद मीठा होता है। च्यूरा (Chiura) फल के बीज से घी और साबुन तैयार किया जाता है।
Indian Butter Tree Chiura
च्युर या च्यूरा (Chiura)
एक ऐसा वृक्ष है जिसके उपयोगों का कोई अन्त नही है। च्यूरा के वृक्ष का हर भाग बहुपयोगी है। इसके बहुपयोगी महत्व के कारण इसे हम पहाड़ का कल्पवृक्ष (Pahaad ka Kalpvruksh) भी कहें तो अतिशयोक्ति नहि होगी।
Indian Butter Tree Chiura
कुमाऊं मंडल में च्यूर के करीब 60 हजार पेड़ होने की जानकारी प्राप्त है पर आधिकारिक रूप से इसकी कोई पुष्टि नही की जा सकती है। एक मोटे अनुमान के अनुसार माना जाता है कि इनमें से करीब 40 हजार वृक्ष ऐसे हैं जिनमें से फल और बीज प्राप्त किए जा सकते हैं।
Indian Butter Tree Chiura
च्यूरा (Chyura) वृक्ष के फलने-फूलने का समय जनवरी माह से शुरु होकर अक्टूबर माह तक होता है तथा इसके फल जुलाई-अगस्त तक पक कर पीले हो जाते हैं। इसका फल का गूदा स्वादिष्ट- मीठा, सुगंधित और रसीला होता है, जिसे जंगली पशु जैसे लंगूर-बन्दर तथा पक्षी बड़े चाव से खाते हैं।
Indian Butter Tree Chiura
च्युर या च्यूरा (Chiura)
विशाल वृक्ष की गहरी जड़ों ने सदियों से Uttrakhand क्षेत्र की भूमि को मजबूती के साथ जकड़ा हुआ है। इस प्रकार च्यूरा का वृक्ष पहाड़ो पर भू-कटाव तथा भू-स्खलन को रोकने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
Indian Butter Tree Chiura
च्यूरा (Chiura) के वृक्ष की पत्तियां घरेलू पशुओं के लिए उपयोगी चारे के रूप में प्रयोग की होती हैं। दूधारू पशुओं के लिए इसकी पत्तियां पौष्टिक आहार और दूध को बढ़ाने वाली मानी जाती हैं।
Indian Butter Tree Chiura
च्यूरा को पहाड़ो में धार्मिक आस्था के प्रतीक पवित्र वृक्ष के रूप में भी मान्यता है। इसकी पत्ति्यों की माला शुभ कार्यों में मकानों के बाहर शुभ प्रतीक के रूप में लगाई जाती हैं। ऐसा माना जाता है की इन पत्तियों को लगाने से परिवार पर अशुभ की छाया नहीं पड़ती है।
Indian Butter Tree Chiura
च्यूरा (Chyura) की पत्तियों का उपयोग दोने (कटोरीनुमा पात्र) तथा पत्तों की थाली बनाने के लिए किया जाता है। पहाड़ो में विभिन्न अनुष्ठानों और रीति-रिवाजों में इस प्रकार तैयार दोने वाली थालियों को पवित्र माना जाता है और विभिन्न खाद्य पदार्थों परोसने के लिए उपयोग किया जाता है।
Indian Butter Tree Chiura
च्यूरा के बीजों की खली जानवरों के लिए बड़ी पौष्टिक मानी जाती है। कभी कभी इसकी खली को जलाकर मच्छरओं को दूर भगाने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है।
Indian Butter Tree Chiura
च्यूरा (Chyura)
का फूल बहुत सुगन्धित होने के कारण बड़ी संख्या में मधुमक्खियों को अपनी और आकर्षित करता है। तथा इसके पुष्पित होने के समय इसका वृक्ष मीठी सुगंध से महक उठता है। इसके फूलों से सबसे अधिक पराग प्राप्त होने के कारण मधुमक्खी भी इसके वृक्षों के आस-पास रहती हैं।
Indian Butter Tree Chiura
च्यूरा के फूलों से अधिक मात्रा में मधु प्राप्त होता है। इस प्रकार इसके वृक्ष मधुमक्खी पालन उद्योग में भी सहायक होते हैं । तथा इसके फूलों से प्राप्त मधु (शहद) उत्तम गुणवत्ता, अधिक स्वादिष्ट एवं औषधीय गुणों से भरपूर बताया जाता है।
Indian Butter Tree Chiura
च्यूरा (Chyura) के सुगन्धित फूलों का उपयोग विभिन्न सुगन्धित उत्पाद, इत्र, सेंट, धूप तथा अगरबत्ती आदि बनाने में सुगंध के लिए भी क्या जाता है। च्यूरा के फूलों के रस को अल्कोहल (शराब का मुख्य अंश) बनाने के कच्चे माल के स्रोत के रूप में भी का उपयोग किया जाता है।