लैवेंडर
(Lavender)
के फायदे (Benefits of Lavender Oil)
लैवेंडर
(Lavender)
के फूल से बनने वाले लैवेंडर ऑयल को गुणकारी माना गया है। लैवेंडर ऑयल एक खास एसेंशियल ऑयल है, जो थकान और स्ट्रेस के अलावा, कई शारीरिक समस्याओं से उबरने में मदद कर सकता है।
सिरदर्द के लिए लैवेंडर ऑयल
एक वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि लैवेंडर ऑयल की अरोमाथेरेपी माइग्रेन के सिरदर्द को कम करने में असरदार साबित हो सकती है।
लैवेंडर (Lavender) का उपयोग परफ्यूम के रूप में
परफ्यूम के रूप में उपयोग करने से यह आपको महकता हुआ तो रखता ही है, और आपको तरोताजा रखने में मदद कर सकता है। आप लैवेंडर (Lavender) की कुछ बूंदें अपने बाथटब में भी डाल सकते हैं।
लैवेंडर (Lavender) से मुंहासों की समस्या में आराम
लैवेंडर (Lavender) मुंहासों में एक कारगर एंटी एक्ने की तरह काम करता है इसके उपयोग के लिए आप रूई की सहायता से लैवेंडर ऑयल को प्रभावित त्वचा पर लगाएं ,इस प्रयोग को मुंहासों की समस्या में आराम ना होने तक दिन में दो से तीन बार करे
लैवेंडर (Lavender) से एलोपेसिया का इलाज़
एलोपेसिया एक तरह का रोग है, जिसमें बाल पैच के रूप में झड़ने लगते हैं और गंजापन होने लगता है। इसमें बाल एक पैटर्न में झड़ते हैं, जिसकी वजह से स्कैल्प दिखने लगती हैं। इस समस्या से आराम के लिए जोजोबा या ग्रेपसीड ऑयल के साथ लैवेंडर ऑयल को मिलाकर नियमित उपयोग करे समस्या में धीरे धीरे आराम मिलता है।
रूसी और जुओं को लैवेंडर (Lavender) से हटाए
लैवेंडर ऑयल में एंटीसेप्टिक और एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो जुओं और उनके अंडों को खत्म करने में मदद करते हैं। इसके साथ ही लैवेंडर तेल के फायदे आपको रूसी को खत्म करने में भी मिल सकते हैं
लैवेंडर (Lavender) फेस मास्क
फेस मास्क या फेस पैक में लैवेंडर ऑयल की दो से तीन बूंदें मिला कर भी उपयोग कर सकते है। इस प्रयोग को हफ्ते में दो बार अवश्य करे । अगर आप किसी खास समस्या जैसे मुंहासों या डर्मेटाइटिस के लिए लैवेंडर ऑयल का उपयोग कर रहे हैं, तो उपयोग से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श अवश्य कर लें।
लैवेंडर तेल के नुकसान (Side Effects of Lavender)
गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान लैवेंडर के प्रयोग से बचें
लैवेंडर तेल के नुकसान (Side Effects of Lavender)
लैवेंडर तेल का लम्बे समय तक उपयोग करने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है। इस वजह से कुछ लड़कों में ज्ञ्नेकोमास्टिया (Gynecomastia) की समस्या देखी गई है। इसमें पुरुषों की छाती का आकार सामान्य से अधिक हो जाता है और देखने में खराब लगता है।
लैवेंडर तेल के नुकसान (Side Effects of Lavender)
जिन लोगों को लैवेंडर से एलर्जी है, उन्हें इस तेल का उपयोग करने से बचना चाहिए।
लैवेंडर तेल के नुकसान (Side Effects of Lavender)
इन उपायों को सावधानी के साथ प्रयोग किया जाना चाहिए क्योंकि लैवेंडर का तेल एक शक्तिशाली एलर्जेन भी हो सकता है।
लैवेंडर (Lavender)की 30 से ज्यादा प्रजातियां हैं, लेकिन इसे 4 खास प्रकार में बांटा जा सकता है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है
यह पौधा ज्यादा ठंड में भी जीवित रह सकता है और इसकी खुशबू सबसे अच्छी होती है, लेकिन इस लैवेंडर से ऑयल सबसे कम निकलता है
इंग्लिश लैवेंडर
इसके पौधे अन्य लैवेंडर के मुकाबले आकार में कुछ बड़े होते हैं। इसकी पत्तियां हरे और ग्रे रंग की होती हैं। इनकी खुशबू सबसे तेज होती है।तथा इस प्रकार के लैवेंडर को ज्यादा ठंड की जरूरत नहीं होती। यह लगभग 10 डिग्री फारेनहाइट तापमान में भी उग जाता है
फ्रेंच लैवेंडर
इस लैवेंडर के पौधे घास की तरह दिखते हैं। यह लैवेंडर (Lavender) मेडिटरेनियन के क्षेत्र में उपयोग में लाया जाता है । इसके पौधे इंग्लिश लैवेंडर (Lavender) से छोटे होते हैं और इसकी ऊंचाई लगभग 200 से 700 मीटर होती है ।
स्पाइक लैवेंडर
लैवेंडर का यह प्रकार इंग्लिश लैवेंडर और स्पाइक लैवेंडर का हाइब्रिड होता है। इसकी खेती खासकर उद्योग के लिए ही की जाती है, क्योंकि यह सबसे ज्यादा खूबसूरत होते हैं और सबसे ज्यादा तेल भी इन्ही में से निकलता है
लैवेंडिन