गर्भावस्था (
pregnancy
) में स्पाइरुलीना (
spirulina)
खाना चाहिए क्युकी इसमें लोहे की एक उच्च सामग्री होती है जो गर्भावस्था (
pregnancy
) में बहुत लाभदायक होती है
गर्भावस्था (
pregnancy
) में अगर भोजन में साबुत अनाज जैसे गेहूं, ओट, मक्का, ज्चार, बाजरा जैसे मोटे अनाज अगर आहार में शामिल किए जाएं तो इनसे जरूरी विटमिन मिलते हैं
जो बच्चे की गर्भनाल के विकास में योगदान देते हैं। इनसे आपको जरूरी ऊर्जा भी मिलेगी और पाचन भी सही रहेगा।पर इस सभी को एक निश्चित मात्रा में खाना चाहिए
गर्भावस्था (
pregnancy
) में सर्दी खाशी होने पर आप विक्क् की टॉफी खा सकते है परन्तु ज्यादा ना खाये क्युकी यह गर्म होती है
गर्भावस्था (
pregnancy
) में स्पाइरुलीना (
spirulina)
खाना चाहिए क्युकी इसमें लोहे की एक उच्च सामग्री होती है जो गर्भावस्था (
pregnancy
) में बहुत लाभदायक होती है
गर्भावस्था (
pregnancy
) में बादाम, अखरोट जैसे मेवे आयरन और प्रोटीन के भी अच्छे स्त्रोत हैं। ऐसे ड्राई फ़ूड आपके और आपके शिशु के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
गर्भावस्था (
pregnancy
) में खजूर खाने से शरीर में ऑक्सिटोसिन की मात्रा सही होती है जो डिलीवरी के समय यूटरेस की सेंसिटीविटी को बढ़ाने का काम करती है।
ऑक्सिटोसिन, प्रोस्टाग्लेंडिंस को प्रोड्यूस करता है जो लेबर के लिए बहुत जरूरी है। इससे यूटरेस में संकुचन क्रिया तेज हो जाती है। कई रिसर्च में भी गर्भवती महिलाओं को खजूर के सेवन की सलाह दी गई है
शहद में फ्रूक्टोज, ग्लूकोज और मैल्टोज जैसे शुगर भी उच्च मात्रा में होते हैं इसलिए सिर्फ एक चम्मच शहद में ही लगभग 60 कैलोरी होती है।
गर्भावस्था (
pregnancy
) में स्पाइरुलीना (
spirulina)
खाना चाहिए क्युकी इसमें लोहे की एक उच्च सामग्री होती है जो गर्भावस्था (
pregnancy
) में बहुत लाभदायक होती है