मशरूम एकमात्र ऐसा पौधा है, जिसमें विटामिन डी की भरपूर मात्रा पाई जाती है. मशरूम में विटामिन डी-2 होता है, जबकि पशु उत्पादों में विटामिन डी-3 होता है. यह उतना इफेक्टिव तो नहीं होता है, लेकिन फिर भी शरीर की विटामिन की मात्रा की प्रतिपूर्ति कर सकता है
ग्रेन्स में काफी मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है. विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए आप खाने में गेंहू, जौ और दूसरे अनाज शामिल कर सकते हैं. साबुत अनाज खाने से शरीर को फाइबर और दूसरे पोषक तत्व भी मिलते हैं.
अगर आप नाश्ते में ओट्स पसंद करते हैं तो ये विटामिन डी (Vitamin D)का अच्छा सोर्स हो सकता है. ओट्स में विटामिन डी होता है. आप खाने में किसी भी वक्त ओट्स का इस्तेमाल जरूर करें. ओट्स फाइबर से भरपूर और पचाने में आसान होता है
दूध को पोषक तत्वों का भंडार कहा जाता है. दूध में विटामिन डी और कैल्शियम दोनों होते हैं. अगर आपको गाय का दूध मिल जाए तो और भी अच्छा है.
गाय के दूध में काफी मात्रा में विटामिन डी (Vitamin D)पाया जाता है. आप रोज 1 गिलास गाय का दूध पीकर विटामिन डी प्राप्त तर सकते हैं.
दलिया में भी विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है. दलिया की प्रति सर्विंग में 0.2 से 2.5 माइक्रोग्राम (8 से 100 आईयू) होते हैं. एक माइक्रोग्राम में 40 आईक्यू पाया जाता है, जो विटामिन डी को मापने की यूनिट है. नियमित दलिया के सेवन से विटामिन डी (Vitamin D)की पूर्ति की जा सकती है.
संतरे के जूस से कई पोषक तत्व मिलते हैं. जिन्हें फोर्टीफाइड किया जाता है, उनमें विटामिन डी (Vitamin D)की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है. उनमें प्रति सर्विंग 2.5 माइक्रोग्राम (100 आईयू) तक विटामिन डी हो सकता है.
रोज दही खाने से न सिर्फ विटामिन डी (Vitamin D)की कमी को पूरा किया जा सकता है बल्कि इससे कैल्शियम भी मिलता है. दही से हड्डियां मजबूत बनती हैं. दही खाने से पेट भी फिट रहता है.
सामान्य शाकाहारी भोजन में विटामिन डी (Vitamin D)प्रचुर मात्रा में नहीं पाया जाता है, लेकिन जब खाद्य पदार्थ खरीदें, तब उनकी पैकेजिंग पर चेक करें कि उसमें फोर्टीफाइड विटामिन डी मौजूद है या नहीं.
एक सामान्य व्यक्ति को 400 से 800 आईक्यू या 10 से 20 माइक्रोग्राम विटामिन डी की रोज आवश्यकता होती है.