बुरांश का फूल न सिर्फ मनमोहक होता है।बल्कि आयुर्वेद में भी इसका बड़ा महत्व हैं।बुरांश के फूल औषधीय गुणों से भरपूर होते है।लेकिन सभी प्रकार के बुरांशों के फूलों में लाल बुरांश में सबसे ज्यादा औषधीय गुण पाए जाते हैं।इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीडायरिल और एंटी डाइबिटिक गुण पाये जाते हैं।
लाल बुरांश के फूल का जूस (रोडो जूस) हृदय रोग, किडनी, लीवर, रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने, हड्डियों को सामान्य दर्द,
बुरांश के फूल का जूस रक्त की कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है।किडनी/लीवर की समस्या
– बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों के दर्द की समस्या होती है।हड्डियों में होने वाले दर्द में बुरांश के फूल का जूस बहुत ही लाभदायक होता है।
– बुरांश के फूल का जूस शरीर में लौह तत्व की कमी को पूरा करता है।तथा शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है।
– बुरांश के फूल का जूस भूख बढ़ाने तथा आयरन की कमी को दूर करने में भी प्रयोग किया जाता है।
– बुरांश के फूल का जूस शाररिक विकास व हाई ब्लड प्रेशर के लिए बहुत लाभदायक होता है।
बुरांश के पेड़ की छाल का उपयोग पीलिया, बाबासीर, यकृत विकार, पेट के कीड़ों को मारने के काम आता है।
बुरांश के फूल का जूस हृदय रोग से पीड़ित व्यक्तियों के लिए बहुत लाभदायक माना जाता है क्योंकि इसमें प्यूफा ,क्वेरसेटिन और रूटीन नामक रसायन पाये जाते है।जो हृदय से संबंधित विकारों को दूर भगाता है।
बुरांश का फूल न सिर्फ मनमोहक होता है।बल्कि आयुर्वेद में भी इसका बड़ा महत्व हैं।बुरांश के फूल औषधीय गुणों से भरपूर होते है।लेकिन सभी प्रकार के बुरांशों के फूलों में लाल बुरांश में सबसे ज्यादा औषधीय गुण पाए जाते हैं।इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीडायरिल और एंटी डाइबिटिक गुण पाये जाते हैं।