गिंको बाइलोबा क्या है?- What is Ginkgo Biloba in Hindi
Lorem ipsum dolor sit amet, गिंको बाइलोबा
(ginkgo biloba)
एक तरह का आयुर्वेदिक पौधा है, जिसका आकार काफी बड़ा होता है। adipiscing elit.गिंको बाइलोबा के पत्ते, जड़ और छाल में कई आयुर्वेदिक गुण होते हैं, जिसके उपयोग से कई रोगों से मुक्ति पाने में मदद मिल सकती है।
गिंको बाइलोबा के औषधीय गुण
गिंको बाइलोबा में मौजूद औषधीय गुण के कारण ही लोग इसे इस्तेमाल करते हैं। इसमें मुख्य रूप से मल्टीविटामिन और मिनरल्स की समृद्ध मात्रा पाई जाती है, जो शरीर को जरूरी पोषण प्रदान करता है। इसके अलावा, इसमें एंटीडिप्रेसेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-प्लेटलेट जैसी गतिविधि भी होती है, जो इनसे जुड़ी समस्या को दूर रखने में मदद कर सकता है
गिंको बाइलोबा के फायदे – Benefits of Ginkgo Biloba in Hindi
गिंको बाइलोवा की न सिर्फ पत्तियां, बल्कि इसकी शाखा से लेकर जड़ तक हर चीज उपयोग में आती है। इसकी पत्तियों से निकले अर्क से आंखों व हृदय से संबंधित कई बीमारियों का इलाज संभव है। अस्थमा, चक्कर, थकान व टिनिटस आदि बीमारियों के इलाज के लिए जिंको बाइलोबा
(ginkgo biloba)
का उपयोग सैकड़ों वर्षों से किया जा रहा है।
गिंको बाइलोबा के फायदे – Benefits of Ginkgo Biloba in Hindi
ग्लूकोमा ऐसी स्थिति है, जिसमें देखने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। इससे बचने में गिंको बाइलोबा मदद कर सकता है। इस संबंध में एनसीबीआई की वेबसाइट पर एक वैज्ञानिक शोध प्रकाशित है।
गिंको बाइलोबा के फायदे – Benefits of Ginkgo Biloba in Hindi
जिंको बाइलोबा के पत्तों के अर्क में एंटीऑक्सीडेंट के रूप में क्वेरसेटिन, टेरेपिन लैक्टोन, ग्लूकोज, कार्बनिक एसिड, डी-ग्लूकेरिक और जिन्कगो लिक एसिड जैसे गुण होते हैं।
गिंको बाइलोबा के फायदे – Benefits of Ginkgo Biloba in Hindi
माहवारी से पहले नजर आने वाले लक्षणों को प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम कहा जाता है। इस दौरान सूजन, सिरदर्द और मूड स्विंग का सामना करना पड़ सकता है। वैज्ञानिक शोध के अनुसार, गिंको बाइलोबा के औषधीय गुण प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के कारण होने वाले शारीरिक और मानसिक लक्षणों को कम कर सकते हैं।
गिंको बाइलोबा के फायदे – Benefits of Ginkgo Biloba in Hindi
गिंको बाइलोबा का उपयोग एडीएचडी (अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) जैसी समस्या से निपटने के लिए किया जा सकता है। एडीएचडी से ग्रस्त व्यक्ति के लिए किसी भी काम पर ध्यान केंद्रित करना और अपने व्यवहार को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है।
गिंको बाइलोबा के फायदे – Benefits of Ginkgo Biloba in Hindi
बवासीर की समस्या से राहत दिलाने में भी गिंको बाइलोबा के गुण असर दिख सकते हैं। एक मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, गिंको बाइलोबा का अर्क दर्दनाक बवासीर से पीड़ित लोगों का इलाज कर सकता है।
गिंको बाइलोबा के फायदे – Benefits of Ginkgo Biloba in Hindi
मांसपेशियों में दर्द और थकावट को मेडिकल भाषा में फाइब्रोमायल्जिया कहा जाता है। इस समस्या में जिंको बाइलोबा अर्क का सेवन करने से मांसपेशियों में दर्द और थकावट को दूर करने में मदद मिल सकती है।
गिंको बाइलोबा के फायदे – Benefits of Ginkgo Biloba in Hindi
जिन्को बाइलोबा में पाये जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट, टरपेनोइड्स, फ्लेवोनॉयड्स और पॉली फेनोलिक यौगिक मिलकर, पूरे शरीर में मुक्त कणों को खत्म करने के लिये मदद करते है। ये सेलुलर चयापचय के खतरनाक उप-उत्पाद होते हैं जो स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करते हैं। जिन्को बाइलोबा पूरे शरीर को क्रोनिक बीमारियों से सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है, विशेष रूप से कैंसर और हृदय रोग, क्योंकि मुक्त कण हृदय प्रणाली की रक्त वाहिकाओं की दीवारों को कमजोर करते हैं।
गिंको बाइलोबा के नुकसान – Side Effects of Ginkgo Biloba in Hindi
1- गिंको बाइलोबा के साइड इफेक्ट में सिरदर्द, पेट खराब और त्वचा की एलर्जी शामिल है। 2 -अगर किसी को रक्तस्राव की समस्या है, तो इसके सेवन से जोखिम बढ़ सकता है। 3 - जिन्को बाइलोबा के अधिक सेवन से लिवर और थायराइड का कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है।
गिंको बाइलोबा के नुकसान – Side Effects of Ginkgo Biloba in Hindi
4 - ताजा (कच्चा) या भुना हुआ जिन्को बाइलोबा का बीज जहरीला हो सकता है और इसे खाने से गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं। 5 - गर्भावस्था में जिन्कगो का सेवन असुरक्षित हो सकता है। इससे प्रसव के दौरान अधिक प्रसव पीड़ा या अतिरिक्त रक्तस्राव हो सकता है। वहीं, स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए यह सुरक्षित है या नहीं, इसका कोई सटीक प्रमाण नहीं हैं।
गिंको बाइलोबा के नुकसान – Side Effects of Ginkgo Biloba in Hindi
1- गिंको बाइलोबा के साइड इफेक्ट में सिरदर्द, पेट खराब और त्वचा की एलर्जी शामिल है। 2 -अगर किसी को रक्तस्राव की समस्या है, तो इसके सेवन से जोखिम बढ़ सकता है। 3 - जिन्को बाइलोबा के अधिक सेवन से लिवर और थायराइड का कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है।