Chandra Grahan 2023 | Chandra Grahan 2023 Date Sutak Kaal in India | kab lagega chandra grahan | Sharad Purnima 2023 | when and where watch lunar eclipse

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chandra grahan 2023
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Chandra Grahan 2023 | Chandra Grahan 2023 Date Sutak Kaal in India | kab lagega chandra grahan | Sharad Purnima 2023 | when and where watch lunar eclipse

Chandra Grahan 2023: आकाश में चमकने वाला खास घटना, चंद्र ग्रहण, जिसे चंद्र सूर्य ग्रहण भी कहा जाता है, वैदिक ज्योतिष और हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण समय के रूप में माना जाता है। यह एक ऐसा खास घटना है जो सूर्य, पृथ्वी, और चंद्रमा के एक सफल मिलन के परिणामस्वरूप होता है,

जिसका मतलब होता है कि चंद्रमा पृथ्वी की और से गुजरता है, जिसके कारण चंद्रमा की रोशनी पूरी तरह से बंद हो जाती है। यह घटना देखने वालों के लिए एक अनूठा और दिलचस्प दृश्य प्रस्तुत करती है, जिसे आकाशीय प्रेमिकाओं के लिए एक रोमांटिक दृश्य भी माना जाता है।

चंद्र ग्रहण का विज्ञानिक और धार्मिक महत्व होता है, और october 2023 में होने वाले इस घटना को देखने के लिए लोग अधिक उत्सुक हैं।

चंद्र ग्रहण का अर्थ और महत्व

चंद्र ग्रहण को आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी महत्व दिया जाता है। इसे किसी के जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन के संकेत के रूप में भी देखा जाता है। लोग इस दिन व्रत रखते हैं और आध्यात्मिक गतिविधियों में भाग लेते हैं।

चंद्र ग्रहण का वैदिक और पौराणिक महत्व

धार्मिक महत्व: चंद्र ग्रहण का धार्मिक महत्व हिन्दू धर्म में गहरा है। यह घटना विशेष पूजा और ध्यान के लिए एक महत्वपूर्ण मौका प्रदान करती है। यह एक अच्छी कर्मिक क्रिया मानी जाती है, और लोग इस अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान करते हैं।

ज्योतिष और ग्रहण: चंद्र ग्रहण ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण घटना माना जाता है। इसके आलोचना विचार कुंडली और ग्रहण दोष के साथ की जाती है, जिससे व्यक्ति की जन्मकुंडली पर असर पड़ सकता है।

चंद्र ग्रहण 2023 की बात करें तो, इसके दो चरण होते हैं – पूर्ण चंद्र ग्रहण और छायाच्छिद्र चंद्र ग्रहण। यह दोनों चरण एक ही दिन में नहीं होते और अलग-अलग तारीखों पर होते हैं।

पूर्ण चंद्र ग्रहण: 17 मई 2023

छायाच्छिद्र चंद्र ग्रहण: 6 नवम्बर 2023

पूर्ण चंद्र ग्रहण में, चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की और से आ जाता है और पृथ्वी की रोशनी को पूरी तरह से बंद कर देता है। इस दृश्य को देखने के लिए आपको रात के इस समय आकाश की ओर देखना होगा। यह एक अनूठा और रोमांटिक दृश्य होता है जो आकाशीय दर्शकों को खींच लेता है।

छायाच्छिद्र चंद्र ग्रहण में, सिर्फ चंद्रमा का कुछ हिस्सा पृथ्वी की और से छिप जाता है, जिसके कारण चंद्रमा का एक हिस्सा काले हो जाता है। इस चरण को देखने के लिए आपको सूर्यास्त के वक्त आकाश की ओर देखना होगा।

चंद्र ग्रहण का दृश्य देखने के लिए यह महत्वपूर्ण होता है कि आप उपयुक्त सुरक्षा उपायों का पालन करें, जैसे कि विशेष सुरक्षा चश्मे और उपयुक्त रक्षा उपायों का पालन करें ।

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण की घटना को बेहद खास और महत्वपूर्ण माना गया है। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण इस साल 28 अक्टूबर शरद पूर्णिमा के दिन लगने जा रहा है।बता दें कि 30 साल बाद शरद पूर्णिमा के मौके पर ग्रहण लगने जा रहा है। बता दें कि ये इस साल का आखिरी ग्रहण होगा, जो कि भारत में दिखाई नहीं देगा। इसी कारण इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. इसका प्रभाव देश-दुनिया समेत सभी लोगों के जीवन पर देखने को मिलता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 28 अक्टूबर मध्य रात्रि से चंद्र ग्रहण शुरू होग और इसका समापन 2 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। शास्त्रों के अनुसार लोगों को इस समय कई विशेष बातों का ख्याल रखना चाहिए। खासतौर से गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। मान्यता है कि ग्रहण के समय नकारात्मक शक्तियां हावी हो जाती हैं। ऐसे में इसका प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर विशेष रूप से देखने को मिलता है। शास्त्रों में गर्भवती महिला के लिए कुछ खास चीजों का जिक्र किया गया है।

कब लगेगा सूतक काल

ज्योतिषाचार्य का कहना है कि साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर शरद पूर्णिमा के दिन लगने जा रहा है।शरद पूर्णिमा के दिन 30 साल बाद ये ग्रहण लगेगा। इसका सूतक काल लगभग 9 घंटे पहले ही शुरू हो जाएगा। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को कुछ विशेष नियमों का पालन करने की जरूरत है।

ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं करें इसका पालन

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गर्भवती महिलाएं चंद्र ग्रहण को देखने से परहेज करें। इस दौरान घर से बाहर निकलने से भी परेहज करना चाहिए।
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गर्भवती महिलाएं घर में ऐसी जगह पर रहें, जहां पर ग्रहण की किरणें अपना प्रभाव न डाल सकें।
  • शास्त्रों के अनुसार गर्भवती महिलांएं चंद्र ग्रहण के दिन ज्यादा से ज्यादा विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। महिलाओं को पूजा-पाठ में मन लगाना चाहिए लेकिन इस दौरान इस बात का खास ख्याल रखें कि महिलाएं मंदिर के अंदर न जाएं।
  • चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं हनुमान चालीसा, विष्णु सहस्त्रनाम, आदित्य हृदय स्त्रोत, विष्णु हस्ताक्षरी मंत्र और पंचाक्षरी मंत्र का जाप करने से विशेष लाभ होता है।
  • मान्यता है कि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं अपने पास एक नारियल रख लें। इसे लेकर ऐसी मान्यता है कि नारियल रखने से सभी तरह हानिकारक विकरण से बचा जा सकता है। इसके बाद इस नारियल को किसी पवित्र नदी में विसर्जित कर दें।
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गर्भवती महिलाएं उठने-बैठने में खास सावधानी बरतें। इतना ही नहीं, ग्रहण के दौरान भोजन से परहेज करें। साथ ही, इस बात का खास ख्याल रखें कि गर्भवती महिलाएं सूर्य ग्रहण के दौरान सुई, चाकू, कैंची जैसी नोकदार वस्तुओं से दूर रहें। ऐसा माना जाता है कि अगर ग्रहण के दौरान इस तरह की चीजों का इस्तेमाल किया जाए, तो बच्चे पर दुष्प्रभाव पड़ता है।
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FAQ :

Q : चंद्र ग्रहण कब लगेगा 2023 Time in India?

Ans : चंद्रग्रहण 28 अक्टूबर 2023, शनिवार देर रात 1 बजकर 5 मिनट से लेकर 2 बजकर 24 मिनट तक रहेगा. यानी यह ग्रहण 1 घंटा 18 मिनट का रहेगा. इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल भारत में मान्य होगा

Q :2023 में चंद्र ग्रहण कब है ? October time?

Ans :Chandra Grahan 2023, Lunar Eclipse 2023 Date and Time: साल का दूसरा व आखिरी चंद्र ग्रहण आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि 28 अक्टूबर 2023, शनिवार की मध्यरात्रि को लग रहा है।

Q : चंद्र ग्रहण का सूतक कब से लगेगा?

Ans :चंद्र ग्रहण का सूतक काल 28 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 52 मिनट से प्रारंभ हो जाएगा. साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण कल 28 अक्टूबर को लगने वाला है.

Q :चंद्र ग्रहण में क्या नहीं करना चाहिए?

Ans : चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन खाने और बनाने की मनाही होती है। ग्रहण काल के समय किसी भी देवी-देवता की मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए। ग्रहण के समय किसी मंदिर में नहीं जाना चाहिए। चंद्र ग्रहण के दौरान तुलसी के पौधे को बिल्कुल भी स्पर्श नहीं करना चाहिए

Q : पूर्णिमा कब है 2023 October?

Ans : इस बार 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है। मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा से घर में सुख-समृद्धि आती है।