Israel Palestine Conflict Update : हमास की पूरी कहानी क्या है
Israel Palestine Conflict : हमास की पूरी कहानी क्या है ?
हमास शब्द को अरबी भाषा में इस्लामी प्रतिरोध आन्दोलन (हरकत अल-मुकावामा अल-इस्लामिया)
हमास का गठन 1987 में मिस्र तथा फ़िलिस्तीनी के मुसलमानों ने मिलकर किया था जिसका उद्धेश्य क्षेत्र में इजरायल प्रशासन के स्थान पर इस्लामिक शासन की स्थापना करनी थी। इस संगठन का नेतत्व शेख अहमद यासीन ने किया।
हमास के सदस्य आत्मघाती दस्ते एवं गुरिल्ला युद्ध में पारंगत होते है। हमास का राजनैतिक दस्ता भी है। जो चुनावो में भाग लेता है। हमास का प्रभाव ग़ाज़ा पट्टी में अधिक है।
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फ़िलिस्तीनी लोगो पर हमास संगठन की पकड़ इस कदर है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगा सकते है 2006 में हुए फ़िलिस्तीनी राष्टीय प्राधिकरण के चुनाव में 44.45 फीसदी वोट मिले थे।
और वो 132 सीटों में से 74 सीट मिली थी चुनाव में सफलता के बाद हमास ने इस्माइल हानिये के नेतृत्व में अपनी सरकार बनाई चुनाव में हमास की जीत के बाद फ़िलिस्तीनी और हमास में राजनैतिक मतभेद बढ़ते गए
हमास के सशस्त्र विभाग का गठन 1992 में हुआ था। 1993 में किए गए पहले आत्मघाती हमले के बाद से लेकर 2005 तक हमास ने इजरायल क्षेत्रों में कई आत्मघाती हमले किए। 2005 में हमास ने हिंसा से अपने आप को अलग किया
और 2006 के बाद ग़ाज़ा पट्टी से इसरायली क्षेत्रों में रॉकेट हमलों का सिलसिला आरम्भ हुआ जिसके लिए हमास को उत्तरदायी माना जाता है। इसके बाद 2007 में गज़ा पर नियंत्रण को लेकर पश्चमी तट स्थित फलीस्तीनी राष्ट्रीय प्राधिकाण से हमास को बाहर का रास्ता दिखा दिया। राष्टपति महमूद अब्बास ने चुनी हुयी सरकार को बर्खास्त कर दिया
और 18 june 2007 को फलीस्तीनी राष्टपति महमूद अब्बास ने हमास सैन्य एवं कार्यकारी बल को अवैध घोषित कर दिया इस संगठन को कनाडा,योरोपीय संघ, इजराइल, जापान, एवं अमेरिका ने आतकवादी संगठनों की सूचि में डाल दिया जबकि जॉडर्न ने इस पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया
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बिर्टेन एवं आस्ट्रेलिया ने केवल इसके सैन्य दस्ते को आतकवादी संगठन के रूप में घोषित किया है। संयुक्त राज्य अमेरिका एवं यूरोपियसंघ ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर इस संगठन पर प्रतिबंद लगा दिया
सन् 2008 के अन्त में इसरायल द्वारा ग़ाज़ा पट्टी में हमास के विरुद्ध की गई सैन्य कार्रवाई में कई लोग मारे गए थे। इस अभियान का उद्देश्य इसरायली क्षेत्रों में रॉकेट हमले रोकना था। पर हमास ने इजरायली पर आम नागरिकों को मारने का आरोप लगाया।
Israel Palestine Conflict : हमास के जल्द संघर्ष विराम के दावे के बाद भी फलस्तीन और इजरायल के बीच जारी भीषण संघर्ष खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की शांति अपील को गलत बताते हुए इजरायल ने कहा है कि कि उसकी जंग फलस्तीन नहीं बल्कि उग्रवादी गुट हमास के साथ चल रही है।
Israel Palestine Conflict : इजरायल ने कहा, हमास का करेंगे पूरा इलाज
इजरायल ने कहा कि इस संघर्ष में वह बीमारी का इलाज चाहता है न कि केवल मरहम पट्टी। अमेरिका के सीबीएस न्यूज के साथ बातचीत में गिलैड अर्दान ने कहा कि हम इस संघर्ष को नहीं चाहते थे।
हमने संघर्ष को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया लेकिन हमास हिंसा को भड़काने के लिए प्रतिबद्ध था। अब हम सीजफायर की संभावना के बीच इस आतंकी मशीन को बर्बाद कर रहे हैं।हम इस समस्या का इलाज तलाश कर रहे हैं, न कि केवल मरहम पट्टी।’
अमेरिका में इजरायली राजदूत गिलैड अर्दान ने कहा कि ‘यह युद्ध इजरायल और फलस्तीन के बीच नहीं है बल्कि इजरायल और आतंकी संगठन हमास के बीच है।’
Israel Palestine Conflict : अगले 24 घंटे में इजरायल के साथ सीजफायर का ऐलान
इस बीच हमास के नेताओं ने ने अमेरिकी टीवी चैनल सीएनएन से बातचीत में दावा किया है कि अगले 24 घंटे में इजरायल के साथ सीजफायर का ऐलान हो सकता है।
वर्ष 2014 के बाद हुए इस सबसे भीषण संघर्ष में अब तक गाजा पट्टी में कम से कम 227 लोग और इजरायल में 12 लोग मारे गए हैं। हमास ने इजरायल पर जहां करीब 4 हजार रॉकेट दागे हैं, वहीं इजरायल की सेना ने भी सैकड़ों हवाई और जमीनी हमले किए हैं।
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हालांकि अभी तक इस बारे में इजरायल की ओर से कोई बयान नहीं आया है। एक दिन पहले ही हमास के राजनीतिक ब्यूरो के नेता मूस अबू मारजोक ने कहा था कि उन्हें अपेक्षा है कि अगले एक या दो दिन में सीजफायर का ऐलान हो सकता है।
इजरायल और फलस्तीन के बीच बीते 11 दिन से चल रही भीषण लड़ाई के मद्देनजनर ‘तनाव में महत्वपूर्ण कमी’ लाने की अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की अपील के बावजूद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी पर सैन्य अभियान जारी रखने का बुधवार को संकल्प लिया। माना जा रहा है कि नेतन्याहू के इस बयान से संघर्ष विराम पर पहुंचने के अंतरराष्ट्रीय प्रयास जटिल हो सकते हैं।