Queen of Melody Lata Mangeshkar |थम गया सुरों का कारवां



Lata Mangeshkar song list in Hindi | लता मंगेशकर का जीवन और प्रसिद्ध गाने एवं अवार्ड् |Lata mangeshkar Biography (in hindi) song list, awards,birth date
Mangeshkar :भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का रविवार सुबह मुंबई में निधन हो गया। लता मंगेशकर, जिन्हें स्वर कोकिला के रूप में जाना जाता है, को 8 जनवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद हालत बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में रखा गया था। जहां उन्होंने 92 वर्ष की आयु में आज सुबह अंतिम सांस ली।
मंगेशकर को ब्रीच कैंडी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज डॉ. प्रतीत समदानी और उनकी डॉक्टरों की टीम कर रही थी. लता मंगेशकर के निधन पर देश में राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है, राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य दिग्गजों ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी है.
भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) भारत की सबसे लोकप्रिय गायिका हैं जिनका छ: दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। जिनकी आवाज़ ने छह दशकों से भी ज़्यादा संगीत की दुनिया को सुरों से नवाज़ा है। भारत की ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर ने की आवाज़ सुनकर कभी किसी की आँखों में आँसू आए, तो कभी सीमा पर खड़े जवानों को सहारा मिला। लता जी आज भी अकेली हैं, उन्होंने स्वयं को पूर्णत: संगीत को समर्पित कर रखा है। उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है। अपनी बहन आशा भोंसले के साथ लता जी का फ़िल्मी गायन में सबसे बड़ा योगदान रहा है।
लता दीनानाथ मंगेशकर का जन्म 28 सितम्बर, 1929 इंदौर, मध्यप्रदेश में हुआ था। उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर एक कुशल रंगमंचीय गायक थे। दीनानाथ जी ने लता को तब से संगीत सिखाना शुरू किया, जब वे पाँच साल की थी। उनके साथ उनकी बहनें आशा, ऊषा और मीना भी सीखा करतीं थीं।
वर्ष 1942 में इनके पिता की मौत हो गई। इस दौरान ये केवल 13 वर्ष की थीं लता मंगेशकर अपने भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं। अपनी बहनों और भाई से बड़े होने के नाते लता ने घर की ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर उठा ली। जिसके लिए लता ने शादी न करने का फैसला लिया। लता ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर वह चाहें भी तो वह शादी नहीं कर सकती थीं। क्योंकि उन पर उनके भाई-बहनों की ज़िम्मेदारी थी।
इनके अलावा इनकी तीन बहनें मीना खाड़ीकर, आशा भोसले और उषा मंगेशकर हैं। वहीं लता मंगेशकर के एक भाई भी हैं जिनका नाम हृदयनाथ मंगेशकर है। लता मंगेशकर के साथ इनकी तीनों बहनें और भाई सभी संगीत से ही जुड़े हैं।
लता मंगेशकर शिक्षा (Lata Mangeshkar Education )
लता मंगेशकर अपने जीवनकाल में सिर्फ एक दिन के लिए स्कूल गई थीं। दरअसल पहले ही दिन जब लता स्कूल गईं तो वह अपनी बहन आशा को भी साथ ले गईं थीं, लेकिन उनकी टीचर ने आशा को क्लास में बैठने की अनुमति नहीं दी, जिस कारण वह फिर कभी स्कूल नहीं गईं।
लता मंगेशकर का एक्टिंग करियर
नवयुग चित्रपट फिल्म कंपनी के मालिक और इनके पिता के दोस्त मास्टर विनायक (विनायक दामोदर कर्नाटक) और मंगेशकर परिवार में काफी अच्छे संबंध थे। इन्हीं ने लता को उनका करियर अभिनय और गायिका के रूप में स्थापित करने में मदद की थी। वैसे तो लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) को अभिनय में कोई खास रूचि नहीं थी, लेकिन मजबूरियों के कारण उन्होंने कुछ हिंदी और मराठी फिल्मों में अभिनय भी किया।
साल 1942 में मंगला गौर, 1943 में माझे बाल, 1944 में गजभाऊ, 1945 में बड़ी मां, 1946 में जीवन यात्रा जैसी कई फिल्मों में लता मंगेशकर ने छोटे-मोटे किरदार निभाए थे।
लेकिन लता जी की गायकी और सफलता की राह आसान नहीं थी। कई संगीतकारों ने तो लता जी को शुरू-शुरू में पतली आवाज़ के कारण काम देने से साफ़ मना कर दिया था। लता जी को अपना स्थान बनाने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पडा़। उन्होंने अपनी महान के बल पर आज वो सम्मान प्राप्त किया है की वो अमर हो गयी है।
लता दीदी संगीत की उपासक थी उन्होंने शास्त्रीय संगीत से लेकर पार्श्वगायक तक हर तरह के गीत गाये और में दावे के साथ कह सकती हूँ। अगर आपको उनके गाये किसी गीत में से किसी एक गीत को अपना पसंदीदा गीत चुनने के लिए कहा जाये तो आप मुश्किल में आ जायेंगे।
लता जी के द्वारा गया गया अंतिम गीत
हालांकि आज वो हमारे बीच नहीं है पर वो हमेशा (उनके गाये गीत की तरह रहे ना रहे हम महका करेंगे की तरह) हमारे दिलो में जिन्दा रहेंगी। गायन में उनकी क्षमता की कोई सीमा नहीं थी। उन्होंने 36 भाषाओं में एक हजार से अधिक गीतों के लिए अपनी आवाज दी है। उन्होंने भारतीय सेना और राष्ट्र को श्रद्धांजलि के रूप में मयूरेश पई द्वारा रचित अपना अंतिम गीत ‘सौगंध मुझे इस मिट्टी की’ रिकॉर्ड किया।
इसे 30 मार्च 2019 को रिलीज़ किया गया था। लेकिन उनका आखिरी पूर्ण एल्बम 2004 में वीर-ज़ारा से था। फिल्म में, लता मंगेशकर ने तेरे लिए, ऐसा देश है मेरा, ये हम आ गए हैं कहां, हम तो भई जैसे हैं गानों को अपनी आवाज दी थी।
भारत रत्न लता मंगेशकर जी ने कई अवार्ड जीते कुछ मुख्य अवार्ड इस प्रकार है
1969 – पद्मा भूषण
1989 – दादा साहेब फाल्के अवार्ड
1999 – पद्मा विभूषण
2001 – भारत रत्न
2008 – भारत की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में “वन टाइम अवार्ड फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट” सम्मान
लता मंगेशकर जी का पहला गाना
फिल्म का नाम | गाने के बोल | सन |
गजभाऊ (मराठी फिल्म) | माता एक सपूत की दुनिया बदल दे तू (हिंदी गाना) | 1943 |
लता मंगेशकर को मिले प्रमुख अवार्ड (Lata Mangeshkar Singing Awards) –
सिविलियन अवार्ड |
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नेशनल फिल्म अवार्ड |
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फिल्म फेयर अवार्ड
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लता जी को और भी बहुत से अनगिनत अवार्ड मिले. महाराष्ट्र सरकार द्वारा उन्हें महाराष्ट्र भूषण व महाराष्ट्र रत्न से भी सम्मानित किया गया. लता जी को इसके अलावा 250 ट्रोफी व 150 गोल्ड मैडल प्राप्त है.
लता मंगेशकर के 1960 की फेमस फिल्म के गाने (Lata Mangeshkar 1960 hit Songs)
फिल्म का नाम | गाने |
मुग़ल ए आजम (1960) |
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दिल अपना प्रीत पराई (1960) |
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गाइड(1965) |
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ज्वेल थीफ(1967) |
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लता मंगेशकर के 1970 की फेमस फिल्म के गाने (Lata Mangeshkar 1970 hit Songs)
फिल्म का नाम | गाने के बोल |
पाकीज़ा (1972) |
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प्रेम पुजारी (1970) | रंगीला रे |
शर्मीली (1971) | खिलते है गुल यहाँ |
अभिमान (1973) |
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परिचय(1973) | बीती ना बिताई |
नीलू | कादली चेकाडली |
कोरा कागज | रूठे रूठे पिया |
सत्यम शिवम् सुदरम | सत्यम शिवम् सुदरम |
रुदाली | दिल हुम हुम करे |
उत्तराखंड की स्थानीय भाषा में गाया गया एक गीत
लता मंगेशकर के 1980 की फेमस फिल्म के गाने (Lata Mangeshkar 1980 hit Songs) –
सिलसिला, चांदिनी,राम लखन, मैंने प्यार किया, एक दूजे के लिए, हीरो .
लता मंगेशकर के 1990 की फेमस फिल्म के गाने (Lata Mangeshkar 1990 hit Songs)
लेकिन, दिल वाले दुलहनिया ले जायेंगे, दिल तो पागल है, हम आपके है कौन, मोहब्बतें, वीर जारा, लम्हे, डर .