Rishi Panchami 2023 | Rishi panchmi ka Vrat kyon Kiya jata hai | Rishi panchmi ka udyapan kaise karen |Rishi Panchami Vrat Katha, Mahtva, Udyapan Vidhi in Hindi | ऋषि पंचमी व्रत कथा पूजन महत्व एवं उद्यापन विधि 2023

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Rishi Panchami 2023 | Rishi panchmi ka Vrat kyon Kiya jata hai | Rishi panchmi ka udyapan kaise karen | Rishi Panchami Vrat Katha, Mahtva, Udyapan Vidhi in Hindi | ऋषि पंचमी व्रत कथा पूजन महत्व एवं उद्यापन विधि 2023
Rishi Panchami 2023

Rishi Panchami 2023 | Rishi panchmi ka Vrat kyon Kiya jata hai | Rishi panchmi ka udyapan kaise karen 

Rishi Panchami 2023 : ऋषि पंचमी का महत्व हिन्दू धर्म में बहुत अधिक माना जाता हैं. दोषों से मुक्त होने के लिए इस व्रत का पालन किया जाता हैं. यह एक त्यौहार नहीं अपितु एक व्रत हैं जिसमे सप्त ऋषि की पूजा की जाती हैं. हिन्दू धर्म में माहवारी के समय बहुत से नियम कायदों को माना जाता हैं. अगर गलती वश इस समय में कोई चूक हो जाती हैं, तो महिलाओं को दोष मुक्त करने के लिए इस व्रत का पालन किया जाता हैं.

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यह व्रत ऋषि पंचमी (rishi panchami) हरतालिका तीज (hartalika teej)के दो दिन बाद और गणेश चतुर्थी (ganesh chaturthi) के एक दिन बाद मनाई जाती है. भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन ऋषि पंचमी का व्रत किया जाता है. ऋषि पंचमी कोई त्योहार नहीं है, इस दिन किसी भगवान की पूजा नहीं की जाती, बल्कि सप्त ऋषियों की पूजा-अर्चना (sapta rishi puja archna) की जाती है.

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ऋषि पंचमी (Rishi Panchami) कोई त्योहार नहीं है, इस दिन किसी भगवान की पूजा नहीं की जाती, बल्कि सप्त ऋषियों की पूजा-अर्चना (Sapta Rishi Puja) की जाती है.

ऋषि पंचमी व्रत कथा पूजन महत्व एवं उद्यापन विधि 2021 (Rishi Panchami :Rishi Panchami Vrat Katha, Mahtva, Udyapan Vidhi in Hindi)

Rishi Panchami 2023 : ऋषि पंचमी का महत्व हिन्दू धर्म में बहुत अधिक माना जाता हैं. दोषों से मुक्त होने के लिए इस व्रत का पालन किया जाता हैं. यह एक त्यौहार नहीं अपितु एक व्रत हैं जिसमे सप्त ऋषि की पूजा की जाती हैं. हिन्दू धर्म में माहवारी के समय बहुत से नियम कायदों को माना जाता हैं. अगर गलती वश इस समय में कोई चूक हो जाती हैं, तो महिलाओं को दोष मुक्त करने के लिए इस व्रत का पालन किया जाता हैं.

Rishi Panchami Vrat Katha, Mahtva, Udyapan Vidhi in Hindi | ऋषि पंचमी व्रत कथा पूजन महत्व एवं उद्यापन विधि 2023
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Rishi Panchami 2023 | Rishi panchmi ka Vrat kyon Kiya jata hai | Rishi panchmi ka udyapan kaise karen | Rishi Panchami Vrat Katha, Mahtva, Udyapan Vidhi in Hindi | ऋषि पंचमी व्रत कथा पूजन महत्व एवं उद्यापन विधि 2023

यह व्रत ऋषि पंचमी (rishi panchami) हरतालिका तीज (hartalika teej)के दो दिन बाद और गणेश चतुर्थी (ganesh chaturthi) के एक दिन बाद मनाई जाती है. भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन ऋषि पंचमी का व्रत किया जाता है. ऋषि पंचमी कोई त्योहार नहीं है, इस दिन किसी भगवान की पूजा नहीं की जाती, बल्कि सप्त ऋषियों की पूजा-अर्चना (sapta rishi puja archna) की जाती है.

ऋषि पंचमी 2023 डेट (Rishi Panchami 2023 Date)

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि यानी ऋषि पंचमी 20 सितंबर 2023, बुधवार को मनाई जाएगी. ये पर्व गणेश चतुर्थी के एक दिन बाद मनाया जाता है. ऋषि पंचमी पर महिलाएं गंगा स्नान करें तो इसका फल कई गुना बढ़ जाता है. इस दिन ऋषि मुनि वशिष्ठ, कश्यप, विश्वामित्र, जमदग्नि, अत्रि, गौतम और भारद्वाज ऋषि की पूजा होती है.

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हिन्दू धर्म में पवित्रता का बहुत अधिक महत्व होता हैं. महिलाओं के मासिक के समय वे सबसे अधिक अपवित्र मानी जाती हैं. ऐसे में उन्हें कई नियमो का पालन करने कहा जाता हैं लेकिन इसके बावजूद उनसे जाने अनजाने में चुक हो जाती हैं जिस कारण महिलायें सप्त ऋषि (sapta rishi puja archna)की पूजा कर अपने दोषों का निवारण करती हैं

ऋषि पंचमी व्रत पूजा विधि (Rishi Panchami Vrat Puja Vidhi)

  • इसमें औरते प्रातः सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान करती हैं. स्वच्छ वस्त्र पहनती हैं.
  • घर के पूजा गृह में गोबर से चौक पूजा जाता हैं एवम ऐपन से सप्त ऋषि बनाकर उनकी पूजा की जाती हैं. कलश की स्थापना की जाती हैं.
  • दीप, दूप एवं भोग लगाकर व्रत की कथा सुनी,पढ़ी एवम सुनाई जाती हैं.
  • इस दिन कई महिलायें हल का बोया अनाज नहीं खाती. इसमें पसई धान के चावल खाये जाते हैं.
  • माहवारी के चले जाने पर इस व्रत का उद्यापन किया जाता हैं.
  • स्त्रियों में माहवारी का समय समाप्त होने पर अर्थात वृद्धावस्था में व्रत का उद्यापन किया जाता हैं.
  • विधि पूर्वक पूजा कर इस दिन ब्राहमण भोज करवाया जाता हैं.
  • सात ब्रह्मणों को सप्त ऋषि का रूप मान कर उन्हें दान दिया जाता हैं.
  • अपनी श्रद्धानुसार दान का विधान हैं.