Uttarakhand Glacier Break : उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही,ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को हुआ बड़ा नुकसान

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Uttarakhand Glacier Break :यह दुःखद खबर उत्तराखंड (Uttarakhand) आ रही है। ग्लेशियर फटने (Glacier burst) से धौली नदी में बाढ़ आ गई है। इससे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है। उत्तराखंड (Uttarakhand) प्रशासन एक्शन में आ गया है। बताया जा रहा है की  ऋषि गंगा और तपोवन पावर प्रोजेक्ट पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं।

उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ (Joshimath) से करीब 25 किलोमीटर दूर पैंग गांव के ऊपर बहुत बड़ा हादसा हुआ. चमोली जिले के तपोवन इलाके में रविवार को ग्लेशियर फटने (Glacier burst) से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान पहुंचा. ऋषिगंगा में अचानक आई भारी बाढ़ में ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट बह गया

उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार की सुबह 11 बजे अचानक ग्लेशियर फटने (Glacier burst) ऋषिगंगा नदी का भयानक प्रवाह देखने को मिला जिसने रास्ते में पड़ने वाले 11 मेगावॉट के ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को तबाह कर दिया. उस वक्त बहुत लोग पावर हाउस और सुरंग के आसपास काम रहे थे.

इससे पहले कि वो संभल पाते, आस – पास के लोगों की चेतावनी भरी आवाजे उन लोगो तक पंहुचा पाती वो सभी नदी के प्रवाह में समा गए. सब कुछ इतनी तेज़ी से हुआ किसी को सभलने का मौका भी ना मिला

Uttarakhand Glacier Break : उत्तराखंड आपदा के बाद सेना की टुकड़ियों ने भी संभाला मोर्चा, करीब 150 से लोग लापता है.  राहत और बचाव अभियान बड़े स्तर पर जारी है. 170 लोगों के फंसे होने की आशंका है. जिसमे अब तक दस शव मिल चुके हैं. 7 लोगों को एक सुरंग से बचाया भी गया है. राहत और बचाव अभियान बड़े स्तर पर जारी है. 

ऋषिगंगा नदी के साथ आया हज़ारों टन मलबा आसपास के इलाके में फैल गया और कई मज़दूर उसके अंदर दब गए. कुछ देर पहले का पूरा मंज़र ही बदल गया. ऋषिगंगा नदी का विकराल रूप यहां से आगे बढ़ा

तो कुछ किलोमीटर आगे धौलीगंगा के पानी के साथ मिलकर उसकी ताक़त बढ़ी और उसने तपोवन पावर प्रोजेक्ट को अपनी चपेट में ले लिया. इस प्रोजेक्ट के निर्माण का काम अभी चल ही रहा है. अचानक आई इस बाढ़ ने किसी को संभलने का मौका नहीं दिया. ऋषिगंगा और तपोवन पावर प्रोजेक्ट में जन-धन की भारी हानि‍ हुई.

इससे पहले, राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि आपदा से प्रभावित दो कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे मजदूरों की जान बचाने के लिए पुलिस, राज्य आपदा मोचन बल और आईटीबीपी की टीमें काम कर रही है.

अब तक दो शवों को बरामद किया गया है. उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि एनडीआरफ की टीम मार्च कर चुकी है जबकि आईटीबीपी और SDRF की टीम पहुंच चुकी है. तबाही में हताहत होने वाले लोगों की संख्या में बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 100 से 150 लोगों के बहने की आशंका है.

स्थानीय लोगो ने नदी में आये बाढ़ की वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर की है। प्रशासन ने लोगो को अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है साथ ही राहत और बचाव कार्य के लिए हेल्प लाइन पदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें।

चमोली के रिणी गांव में ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को भारी बारिश व अचानक पानी आने से क्षति की संभावना है।