Ayurvedic Herbs : इन आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की मदद से मस्तिष्‍क के विकारों को दूर करे

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Ayurvedic Herbs
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इन आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की मदद से भी तनाव, चिंता और डिप्रेशन को मात दे

Ayurvedic Herbs : रोजाना के काम का बोझ, उलझे और टूटते रिश्ते, बच्चों की टेंशन, भविष्य से जुड़ी चिंताएं और बहुत सारी घटनाएं इंसान के मस्तिष्क (Mental Health) पर गहरा असर डालती है। ये परिस्थितियां कई बार लोगों की भावनाओं को भी चोट पहुंचाते हैं और यह सब कहीं ना कहीं हमारे मन मस्तिष्क से जुड़ा हुआ है। जब कोई भी घटना हमारे अनुकूल नहीं होती हैं तो हम अक्सर चिंता और अवसाद में डूबने लगते हैं, जो आगे चलकर गंभीर मानसिक रोगों का कारण बनते हैं।

इसके लिए जरूरी है कि हम अपनी भावनाओं पर कंट्रोल रखें और कुछ ऐसी गतिविधियों में सम्मिलित हो जिससे विपरीत परिस्थितियों का असर हमारे मस्तिष्क पर ना पड़े। इसके लिए हम ध्यान, प्राणायाम, योग और एक्सरसाइज के साथ अपनी मनपसंद गतिविधियों में हिस्सा ले सकते हैं। इसके साथ ही हमें अपने खानपान को भी बहुत ही हेल्दी रखना चाहिए, क्योंकि अस्वस्थ कर भोजन हमारी मानसिक अशांति को बढ़ावा देते हैं।

इसके अलावा आयुर्वेद ने हमें कुछ जड़ी-बूटियों (Ayurvedic Herbs) का वरदान दिया है जो हमें दिमागी रोगों से बचाने में हमारी मदद करते हैं। यहां हम आपको ऐसी 5 जड़ी बूटियों के बारे में बता रहे हैं जिनका सेवन आप किसी आयुर्वेदाचार्य के दिशा निर्देशों के तहत कर सकते हैं।

ब्राम्ही Brahmi – ब्राम्ही एक बहुत ही चमत्कारी जड़ी बूटी है जो मानसिक तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।ब्राह्मी में मौजूद एक जैव-रासायनिक बैकोसाइड मस्तिष्क के ऊतकों के पुनर्निर्माण में मदद करता है और इसलिए स्मृति, एकाग्रता और बुद्धि पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। यह कॉर्टिसोल हार्मोन को कम करने में मदद करती है, जिसे व्यापक रूप से “तनाव हार्मोन” के रूप में जाना जाता है,

जो तनाव और हल्की एंग्जायटी को प्रबंधित करने में मदद करती है। यह जड़ी-बूटी (Ayurvedic Herbs) अल्जाइमर के लक्षणों को भी कम करने का काम करती है। ब्राह्मी एक आदि शक्ति को बढ़ाती है और तंत्रिका तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव डालती है। मार्केट में ब्राह्मी के अलग-अलग उत्पाद उपलब्ध हैं।

अश्वगंधा Ashwagandha – आमतौर पर भारतीय अश्वगंधा को जिनसेंग के रूप में जाना जाता है। अश्वगंधा अमीनो एसिड और विटामिन का एक कॉन्बिनेशन है जो एक एडेप्टोजन के रूप में कार्य करता है यह शरीर को तनावपूर्ण स्थितियों के अनुकूल बनाने में मदद करता है, और ऊर्जा व स्टेमिना को बढ़ाता है।

यह मस्तिष्क के कार्य को बढ़ाने में भी मदद करती है और कोर्टिसोल के स्तर में सुधार करती है। साथ ही, रक्त शर्करा को कम करती है। स्वस्थ मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ावा देकर, यह आपके मूड को बेहतर बना सकती है। अश्वगंधा नींद न आने की समस्या को दूर करता है साथ ही ऊर्जा को संतुलित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।


भृंगराज Bhringraj – भृंगराज ब्रेन के लिए टॉनिक का काम करता है। यह बहुत ही फायदेमंद औषधि (Ayurvedic Herbs) है। आमतौर पर भृंगराज को चाय के रूप में सेवन किया जाता है जो शरीर को डिटॉक्स करती है। यह औषधि मस्तिष्क में ऑक्सीजन पहुंचाने के साथ-साथ ब्लड सरकुलेशन को भी बढ़ाने का काम करती है, जिससे मस्तिष्क सक्रिय होता है। जिससे तनाव और अवसाद से लड़ने में मदद मिलती है।

गुडुचि – गुडुचि को आमतौर पर गिलोय के नाम से जाना जाता है। संस्कृत में, इसका अर्थ है “जो शरीर को रोगों से बचाता है”। यह अवसाद के इलाज में काफी मददगार है, और तनाव को संतुलित करने और याददाश्त बढ़ाने में भी मदद करती है।

हल्दी – हल्दी को व्यापक रूप से भारत में कई खाद्य व्यंजनों और घरेलू उपचारों में इस्तेमाल किया जाता है। यह मसाला एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होने के साथ-साथ एक एंटीऑक्सीडेंट भी है। हल्दी में करक्यूमिन होता है, और यह रक्त प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है जो हृदय रोगों को रोकता है।

जटामासी Jatamasi – जटामसी को आयुर्वेद (Ayurvedic Herbs) में एंटी-स्ट्रेस और थकान को दूर करने वाली बूटी के रूप में परिभाषित किया गया है। इसकी जड़ों में ऐसे चिकित्सीय गुण होते हैं, जटामासी तनाव और थकान को दूर करने की प्रसिद्ध जड़ी बूटी है। जटामासी की जड़ों का प्रयोग औषधि के रूप में किया जाता है। यह तनावग्रस्त मस्तिष्क के लिए औषधि का कार्य करती है। जटामासी मस्तिष्क और शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर तन और मन को आराम पहुंचाती है।

वच Vacha – वच एक जादुई जड़ी बूटी (Ayurvedic Herbs) है जो अलग-अलग गंभीर मानसिक बीमारियों को ठीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह जड़ी बूटी मस्तिष्क में प्राकृतिक रूप से डोपामाइन (हैप्पी हार्मोन) को विकसित करने के लिए जानी जाती है। चिकित्सक वचा को अक्सर अनिद्रा और मस्तिष्क को शांत करने के लिए रोगी को देते हैं।

मंडुकपर्णी – मंडुकपर्णी या खुलकुडी एक भारतीय सुगंधित जड़ी-बूटी है, जो मानसिक सतर्कता और अच्छी याददाश्त के लिए अत्यधिक फायदेमंद है। तेज स्मृति शक्ति प्राप्त करने के लिए जड़ी बूटी का नियमित रूप से उपयोग किया जा सकता है। मंडुकपर्णी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने और विनियमित करने में मदद करती है, और दिन में दो बार एक कैप्सूल आपको ब्रेन फ़ॉग से छुटकारा पाने में मदद करेगा।

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