Hing | hing kaise banti hai in hindi | know hing or heeng making process and why it is so costly know full story here



Hing | hing kaise banti hai in hindi | know hing or heeng making process and why it is so costly know full story here
hing : हींग हमारे किचन में इस्तेमाल होने वाला एक खुशबूदार मसाला है। हींग को इंग्लिश में असाफोटिडा (Asafoetida) कहते हैं।हींग पड़ने पर भोजन का स्वाद अलग हो जाता है और हींग स्वास्थ के लिए भी लाभदायक होती है।
जब भी सब्जी या कोई अन्य डिश बनाई जाती है तो अक्सर उसमें हींग (hing) का इस्तेमाल किया जाता है. हींग के इस्तेमाल से आपने खाने का स्वाद बढ़ जाता है और इसकी खुशबू लोगों को काफी पसंद आती है. आपको घरों में पाए जाने वाला हींग मिट्टी की तरह होता है, ऐसा लगता है कि जैसे किसी पत्थर को पीस कर पाउडर बनाया गया हो. वैसे कई घरों में पत्थर के टुकड़ों वाला हींग भी मिलता है, जिसमें काफी ज्यादा खुशबू होती है और हल्का सा हींग ही काफी होता है.
हो सकता है आपको भी हर सब्जी में हींग (hing) पसंद हो, लेकिन कभी आपने सोचा है आपके खाने की वैल्यू बढ़ाने वाले हींग आखिर ये बनता कैसे है? ये कोई पौधे पर लगता है या पहाड़ों में मिलता है या फिर ये फैक्ट्री में तैयार होता है. अगर आपको इस सवाल का पता नहीं है तो आज हम आपको इस सवाल का जवाब देने वाले हैं कि आखिर हींग कैसे बनाया जाता है और आखिर ये इतना महंगा क्यों होता है…
हींग कैसे बनती है
- हींग का पौधा होता है और यह सौंफ की प्रजाति का होता है। इसके पौधे की ऊंचाई 1 मीटर से 1.5 मीटर तक होती है।
- एक पौधे से करीब आधा किलो हींग प्राप्त होता है। हींग का पौधा लगाने के चार से पांच साल बाद ही हींग निकालना शुरू किया जाता है।
- हींग (hing) का पौधा सरसों के पौधे की तरह होता है। हींग पौधे की जड़ से प्राप्त होता है। इसके लिए हींग के पेड़ की जड़ पर हल्का सा कट लगा कर छोड़ देते हैं।
- इसके कट से एक चिपचिपा पदार्थ निकलता है जिसे इखटठा कर लिया जाता है। इस चिपचिपे पदार्थ में खाने योग्य गोंद और स्टार्च (चावल का आटा या मैदा) मिला कर प्रॉसेस (धूप में सूखा कर) किया जाता है।
- इस प्रक्रिया के बाद छोटे छोटे टुकड़ों में हींग प्राप्त होता है। हींग की खेती मुख्यता ईरान, अफगानिस्तान, उज़्बेकिस्तान, ईराक, तुर्कमेनिस्तान और ब्लूचिस्तान जैसे देशों में होती है।
- हींग की खेती के लिए ऐसी जमीन उपयुक्त मानी जाती है जिसमें रेत, मिठ्ठी के ठेले व चिकनी अधिक हो।
- हींग की खेती के लिए 20 से 30 डिग्री सेल्सियस का तापमान उपयुक्त होता है भारत की अधिकतर हींग अफगानिस्तान से आती है।
- अब भारत में भी हींग (hing) की खेती शुरू हो चुकी है। कश्मीर और पंजाब के कुछ इलाकों में हींग की खेती होने लगी है।
- पूरे विश्व में हींग की उत्पादन का 40% खपत भारत में होती है। चुंकी इसकी खेती भारत में नहीं होती इसलिए हींग भारत में काफी महंगी बिकती है।
- इसकी कीमत 30,000 से 35,000 रुपए किलो होती है। हींग मुख्यता दो प्रकार की होती है सफेद या पीली हींग और लाल हींग। सफेद हींग पानी में घुल जाती है जबकि लाल हींग तेल में घुलती है।
- मार्केट में हींग 3 प्रकार से बिकती है दानेदार हींग, (hing) गोंद जैसी हींग और ईंट जैसे आकार की हींग। पूरी दुनिया में हींग की क़रीब 130 किस्में हैं।
कहां पैदा होता है हींग?
आपको ये जानकर हैरान होगी कि भारत के हर घर में इस्तेमाल होने वाले हींग (hing) की खेती भारत में ना के बराबर होती है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह हींग भारत के बाहर से ही मंगाया जाता है और भारत में इस्तेमाल होने वाला हींग ईरान, अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे देशों से मंगाया जाता है. अफगानिस्तान से काफी मात्रा में हींग आता है. भारत में भी अब हींग की खेती होने लगी है और यह खेती हिमाचल के कुछ पहाडी इलाकों में की जा रही है.
क्यों होता है महंगा?
हींग (hing) भारत में इसलिए महंगा होता है, क्योंकि एक तो इस भारत में पैदावार नहीं है और इसे विदेश से निर्यात करना पड़ता है. इसके अलावा इसे बनाने का प्रोसेस काफी लंबा है, क्योंकि 4 साल तक पौधे को उगाने के बाद इसकी जड़ से हींग प्राप्त होने लगता है. इस वजह से यह काफी महंगा होता है, लेकिन भारत में इसकी डिमांड काफी ज्यादा है.