‘बंद करो बॉम्बे बेगम्स’: बॉम्बे बेगम के लिए नेटफ्लिक्स को NCPCR ने फटकारा

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‘बंद करो बॉम्बे बेगम्स’: बॉम्बे बेगम के लिए नेटफ्लिक्स को NCPCR ने फटकारा
‘बंद करो बॉम्बे बेगम्स’: बॉम्बे बेगम के लिए नेटफ्लिक्स को NCPCR ने फटकारा

‘बंद करो बॉम्बे बेगम्स’: बॉम्बे बेगम के लिए नेटफ्लिक्स को NCPCR ने फटकारा बच्चों के कैजुअल सेक्स और ड्रग्स पर NCPCR सख्त, 

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स (Netflix) से वेब सीरिज ‘बॉम्बे बेगम्स (Bombay Begums)’ की स्ट्रीमिंग बंद करने को कहा। ऐसा नहीं होने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

दो ट्विटर हैंडल की तरफ से इस वेब सीरिज में बच्चों के गलत चित्रण को लेकर शिकायत मिलने पर यह कार्रवाई की गई है। साथ ही यूजर्स ने सीरिज के हिंदूफोबिक कंटेट को लेकर भी नाराजगी जताई है।

शीर्ष बाल अधिकार संस्था ने गुरुवार (11 मार्च 2021) को वेब सीरिज में बच्चों के अनुचित चित्रण का हवाला देते हुए नेटफ्लिक्स से इसकी स्ट्रीमिंग तुरंत बंद करने को कहा। साथ ही 24 घंटे के भीतर एक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट भी पेश करने को कहा है। NCPCR ने कहा है कि यदि ओटीटी प्लेटफॉर्म ऐसा नहीं करती है तो वह कानूनी कार्रवाई को विवश होगी।

NCPCR ने नोटिस में कहा है कि नाबालिगों के कैजुअल सेक्स को सामान्य बताने के बाद अब वेब सीरिज बच्चों के बीच ड्रग्स के सेवन को सामान्य दिखा रही है। आयोग ने कहा है कि वह बच्चों का इस तरह से चित्रण करने की अनुमति नहीं दे सकती।
नोटिस में कहा गया है, “इस प्रकार की सामग्री के साथ सीरीज Bombay Begums न केवल बच्चों के युवा दिमाग को दूषित करेगी, बल्कि इसका परिणाम अपराधियों के हाथों बच्चों के साथ दुर्व्यवहार और शोषण भी हो सकता है।”

नोटिस में कहा गया है कि नेटफ्लिक्स को बच्चों के संबंध में या बच्चों के लिए किसी भी फिल्म और वेब सीरीज की स्ट्रीमिंग करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।। आयोग ने कहा कि ‘इसलिए आपको इस मामले को सीधे देखना चाहिए और सीरीज की स्ट्रीमिंग पर तुरंत रोक लगाएं।’

आयोग को इस संबंध में दो ट्विटर हैंडल से शिकायत मिली थी। @DeepikaBhardwaj नामक हैंडल ने ‘बॉम्बे बेगम्स’ (Bombay Begums) में बच्चों के चित्रण पर कड़ा एतराज जताया है। खासकर, जिस तरीके से बच्चों के बीच ड्रग्स के सेवन को दिखाया गया है

एक अन्य लोकप्रिय ट्विटर हैंडल ने भी शिकायत की थी। उसने बताया था कि इस वेब सीरिज (Bombay Begums) में लड़कियों के अपने शरीर के अंगों की तस्वीरें खींचकर सहपाठियों को भेजते दिखाया गया है। यह ट्विटर हैंडल फिल्म उद्योग के हिंदूफोबिक एजेंडे को बेनकाब करने के लिए जाना जाता है।

वेब सीरिज में एक तिलकधारी नेता को भगवद्गीता के हवाले से यह बताते दिखाया गया है कि पुरुष के भावना की तृप्ति ही स्त्री का सर्वोच्च धर्म है।

 NCPCR को किए गए इन ट्वीट्स सीपीसीआर (बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए आयोग) अधिनियम 2005 की धारा 13(1)(जे) के तहत कार्रवाई करने की मांग की गई थी। एनसीपीसीआर की नोटिस में कहा गया है,

“नेटफ्लिक्स को बच्चों के संबंध में या बच्चों के लिए किसी भी सामग्री को स्ट्रीम करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। इसलिए, इस मामले को देखने के लिए आपको निर्देशित किया जाता है और तुरंत इस सीरीज (Bombay Begums) की स्ट्रीमिंग रोकने के लिए कहा जाता है।”

‘बॉम्बे बेगम्स’ (Bombay Begums) की स्क्रिप्ट अलंकृता श्रीवास्तव ने लिखी है और पूजा भट्ट मुख्य भूमिका में है।पूजा भट्ट के अलावा सुहाना गोस्वामी, अमृता सुभाष, प्लाबिता बोर-ठाकुर, आध्या आनंद महत्वपूर्ण ने इसमें मुख्य भूमिका निभाई है।

यह सीरिज (Bombay Begums) मुंबई में विभिन्न क्षेत्रों की 5 महिलाओं के जीवन पर आधारित है। यह पहला मौका नहीं है जब कोई वेब सीरिज अपने कंटेंट को लेकर विवादों में है। हाल ही में अमेजन प्राइम वीडियो की वेब सीरिज ‘तांडव’ हिंदूफोबिक कंटेट को लेकर विवादों में थी।

ओटीटी प्लेटफॉर्म ने जितनी तेजी से देश में अपने पैर पसारे, उतनी ही तेजी से वे आए दिन अपने कंटेंट को लेकर कानूनी पचड़े में फंस जाती है।