सुष्मिता नाम की लड़की ने हिंदू शास्त्रों और तीज की कथा पर क्या कहा, क्यों लोग उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं

न्यूज़
सुष्मिता नाम की लड़की ने हिंदू शास्त्रों और तीज की कथा पर क्या कहा, क्यों लोग उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं
सुष्मिता नाम की लड़की ने हिंदू शास्त्रों और तीज की कथा पर क्या कहा, क्यों लोग उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं

आज कल सोशल मीडिया पर लोगो ने पब्लिसिटी के लिए नया तरीका अपना लिया है की हिन्दू देवी देवताओ का उपहास करो या हिन्दू धार्मिक पुस्तकों पर अमर्यादित टिप्णिया करो और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दो ऐसा ही कल एक मुस्लिम महिला हीर खान ने किया । 

और आज उसी प्रकार की हरकत सुष्मिता सिन्हा नाम की एक लड़की ने की है जिसको अब अरेस्ट करने की मांग उठ रही है।

इस वक़्त ट्विटर पर हैशटैग #अरेस्टसुष्मितासिन्हा ट्रेंडिंग कैटेगरी में है चलिए जानते है इस लड़की ने क्या किया है?

सुष्मिता सिन्हा नाम की ये ट्विटर प्रोफाइल जिस महिला की है । वह खुद को जर्नलिस्ट (‘फ्री थिंकर) बताती है। यह सब इस महिला की ट्वीटर प्रोफ़ाइल पर लिखा है। इसने हरितालिका तीज को लेकर एक वीडियो अपलोड किया। और उस वीडियो में इसने हरितालिका तीज व्रत में पढ़ी जाने वाली कथा से एक पन्ना पढ़कर सुनाया। इस पेज पर लिखी बातो को सुष्मिता ने स्त्री-विरोधी कहा।

तथा इसी वीडियो के अंत में सुष्मिता ने ये भी कहा कि यह किताब खरीद कर उनके 15 रुपए बर्बाद कर दिए . अब ये किताब उसके किसी काम की नहीं तो वो इसे टिशू पेपर की तरह इस्तेमाल करेगी.और अन्य लोगो को भी कहा की मुझे कमेंट करके बताये मैं इस किताब का क्या करू । 

यह भी पढ़े : हरतालिका तीज (Hartalika teej 2020) सम्पूर्ण जानकारी के साथ,पूजा विधि,एवं कथा

वीडियो 20 अगस्त को सबसे पहले यूट्यूब पर डाला गया था. आप यहां देख सकते हैं। उसके बाद अब ट्विटर पर घूमना शुरू हुआ है. इसके बाद से ही सुष्मिता पर आरोप लग रहे हैं । कि उसने हिंदू धर्म को मानने वालों की भावनाएं आहत की हैं. इस वजह से उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

जवाब में सुष्मिता ने एक वीडियो डाला है. इसमें कहा,

“मैंने तीज पर पढ़ी जाने वाली किताब का एक हिस्सा पढ़ दिया. इससे लोग कह रहे हैं । कि उनके सेंटिमेंट हर्ट हो गए. लेकिन क्या जो उस किताब में लिखा है, उससे महिलाओं के सेंटीमेंट हर्ट नहीं होते? जब से मैंने ये वीडियो अपलोड किया है, तब से मुझे रेप थ्रेट्स दिए जा रहे हैं,

एसिड अटैक करने की धमकी दी जा रही है. मेरा घर जलाने की बात कही जा रही है. ये लोग जो ये बातें कर रहे हैं, क्या इन्हें अरेस्ट नहीं किया जाना चाहिए? क्या कोई कानून नहीं है कि इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो?”

लोगो की नाराजगी की वजह, BJP के प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट करके कहा,

“एक महिला हिंदू शास्त्रों को “Toilet-Paper” के रूप में इस्तेमाल करना चाहती है ..क्या मुझे कोई बता सकता है ये महिला कौन है ..”

सुष्मिता ने अपने वीडियो में कहा (और कैप्शन में भी लिखा) कि लोग उसे घेर रहे हैं, क्योंकि उसने कथा के महिला-विरोधी हिस्सों को सामने रख दिया. ये भी कहा कि उसका वीडियो काटकर चलाया जा रहा है. लेकिन लोग इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि एक धार्मिक किताब को टिशू पेपर या टॉयलेट पेपर की तरह इस्तेमाल करने की बात क्यों कही सुष्मिता ने. कमेन्ट सेक्शन में भी लोगों ने यही बात कही।

इसी वजह से सुष्मिता को अरेस्ट करने की बात चल रही है। लेकिन अब सुष्मिता के खिलाफ हरियाणा में क्रिमिनल कम्प्लेंट दर्ज करा दी गई है।

ऐसे मामलो में हमारा कानून क्या कहता है?

IPC की धारा 295 A के अनुसार, कोई भी व्यक्ति जान-बूझकर गलत इरादों के साथ भारत के किसी नागरिक समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत करता है, लिखित अथवा मौखिक शब्दों के ज़रिए, उसे तीन साल तक की जेल हो सकती है. इस धारा के तहत कोई भी व्यक्ति शिकायत दर्ज करा सकता है, अगर उसे लगता है कि उसकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. 

Leave a Reply