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Bajra Benefits | pearl millet benefits
Bajra Benefits | pearl millet benefits

Bajra Benefits, Uses, and Nutrition | pearl millet benefits | bajre ke fayde aur nuksan | bajre ki roti | bajra health benefits and side effects in hindi

Bajra : बाजरा एक प्रमुख फसल है। एक प्रकार की बड़ी घास जिसकी बालियों में हरे रंग के छोटे छोटे दाने लगते हैं। इन दानों की गिनती मोटे अन्नों में होती है। प्रायाः सारे उत्तरी, पश्चिमी और दक्षिणी भारत में लोग इसे खाते हैं।

आमतौर पर भारतीय रसोइयों में गेहूं के आटे से बनी रोटियां ही खायी जाती हैं । लेकिन कई जगहों पर लोग गेंहू के आटे कि जगह बाजरे की रोटी (bajre ki roti) खाना पसंद किया जाता । हालांकि एक समय बाजरे ( pearl millet / bajra ) को गरीबो का अनाज या पशुओ का चारा कहा जाता था पर इसके पोषक तत्वो के बारे में जान्ने के बाद ये अब , हेल्दी इटिंग के नये ट्रेंड्स मे बहुत ज्यादा उपयोग किया जा रहा है।

बाजरा (bajra ) एक तरह का अनाज है जिसे पहले के ज़माने पर पशुओं के लिए उगाया जाता था। किंतु बाजरा के गुणों के बारे में जानने के बाद लोग अपने आहार में शामिल करने लगे।अंग्रेजी में इसे पर्ल मिलेट (pearl millet ) के नाम से जाना जाता है ।और इसके गुणों के कारण दुनिया भर में इसका सेवन किया जाता है।

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भारत में pearl millet की खेती खासतौर पर गर्म स्थान राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र में होती है। बाजरा में बहुत से विटामिन और खनिज होते है जो सेहत को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें भरपूर मात्रा में पौष्टिक तत्व होता है। इसमें ऊर्जा, कैलोरी, नमी, प्रोटीन, खनिज फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फास्फोरस और आयरन आदि है।अक्सर लोग बाजरे की रोटी खाना पसंद करते है । यह वजन कम करने में सहायता करता है ।

बाजरे में गेहूं और चावल से कई गुना अधिक पौष्टिकता की मात्रा पाई जाती है। बाजरे का सेवन ना केवल खाने के लिए किया जाता है बल्कि आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में भी किया जाता है। bajra से बने पौष्टिक आहार ना केवल खाने में ही स्वादिष्ट होते हैं । बल्कि इसके औषधीय गुण खाने की इच्छा बढ़ाने के साथ दर्दनिवारक और पेट संबंधी बीमारियों से निजात दिलाने और इनके संक्रमण से दूर रखने में भी मदद करता है।

pearl millet benefits |  Bajra Millet Benefits | pearl millet benefits | बाजरे के स्वास्थ्य लाभ

बाजरा पाचनतंत्र को दुरुस्त – बाजरा पाचनतंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है। ऐसे में यदि आप गैस, कब्ज, उल्टी, दस्त की समस्या से ग्रसित रहते हैं तो नियमित तौर पर बाजरे की रोटी का सेवन करें। तथा पेट दर्द में बाजरा रामबांण सिद्ध होता है। इसके लिए पेट दर्द होने पर बाजरे की पोटली बनाकर उसे गर्म करके पेट की सिकाई करें। इससे पेट दर्द मिनटों में गायब हो जाएगा।

एनर्जी – बाजरा (Bajra Millet benefits) में स्टार्च अधिक होता है। जो, कि एक हाई-एनर्जी फूड है। जैसा कि स्टार्च के विघटन में अधिक समय लगता है। इसीलिए, बाजरे का सेवन करने से देर तक आपको एनर्जी मिलती रहेगी। इसके सेवन से बहुत देर तक पेट भरा हुआ होता है। जिससे, आपको बहुत देर तक भूख नहीं लगती।

पचने में आसान – बाजरे में महत्वपूर्ण अमिनो एसिड होते हैं। जो, बाजरे को गेहूं की तुलना में आसानी से पचने वाला अनाज बनाते हैं। बाजरे में इनसोल्यूबल फाइबर होता है जो, कब्ज़ यानि कॉन्स्टिपेशन (Food for Constipation) से बचाता है।

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मधुमेह के लिए फायदेमंद – मधुमेह के रोगियो को अपने खान पान का सही पालन करना चाहिए। अक्सर इन मरीजों को कब्ज की शिकायत होती रहती है। इसका मुख्य कारण आहार की कमी होना इसलिए बाजरा की रोटी का सेवन करनी चाहिए। आप अपने रात के भोजन में सब्जी के साथ गेहू की रोटी के जगह पर बाजरे की रोटी ले सकते है। इसके अलावा हर महीने चिकिस्तक से अपने शुगर की जांच करवाते रहे। मीठे व्यंजनों से बचाव करे।

कैंसर को रोकने में – कैंसर के शुरुवाती लक्षण नजर आने पर मरीज को तुरंत उपचार करना शुरू करना चाहिए। महिलाओं को स्तन कैंसर की समस्या को कम करने के लिए आहार में बाजरा की रोटी का सेवन करना चाहिए। इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा में होती है जो स्तन कैंसर की समस्या से छुटकारा दिलाती है। जिन महिलाओं को स्तन से जुडी समस्या है, उनको बाजरा की रोटी का सेवन करना चाहिए। (और पढ़े – स्तन कैंसर क्यों होता है और स्तन कैंसर का उपचार)

अस्थमा दूर करने में – अस्थमा श्वसन संबंधित समस्या है जिसमे व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इन समस्या को ठीक करने के लिए बाजरा का सेवन रोजाना करना चाहिए। अस्थमा को विकसित होने से बाजरा रोकता है। कुछ शोध में बतलाया गया है की अगर बच्चे को पहले से अस्थमा है तो बाजरा खिलाते रहे, इससे अस्थमा धीरे-धीरे ठीक होने लगता है। इसलिए जिन लोगो को अस्थमा की समस्या है उनको बाजरा का सेवन जरूर करना चाहिए।

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आयरन से भरपूर – आयरन से भरपूर बाजरा स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है, इससे शरीर में आयरन की कमी नहीं होती हैं। ऐसे में जो लोग एनीमिया की समस्या से ग्रस्त हैं उन्हें नियमित तौर पर बाजरे का सेवन करना चाहिए। यह आपके शरीर में हीमोग्लोबिन का निर्माण तेजी से करता है और शरीर में प्लेटलेट्स सामान्य रहता है।

वजन कम करने में – आजकल लोग अपने मोटापे से परेशान है और इसलिए तरह तरह के डाइट प्लान बनाते है। इन डाइट में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका बाजरा निभाता है। इसमें अच्छी मात्रा में फाइबर होता है जो वसा की कमी करता है। कैलोरी को कम करता है। शरीर का वजन संतुलित होने लगता है। अगर आप डाइट काट रहे है तो बाजरा की रोटी को जरूर खाये

मिर्गी के इलाज में फायदेमंद – मिर्गी एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है इससे निपटने के लिए बाजरे का सेवन आपके लिए लाभकारी हो सकता है। इसके लिए एक कटोरी दही में एक से दो चम्मच चीनी डालकर बाजरे की रोटी के साथ नियमित तौर पर इसका सेवन करें। एक से दो महीने लगातार इसका सेवन करने से आप बहुत जल्द इस समस्या से निपट सकते हैं।

हेल्दी हार्ट – इस हेल्दी अनाज के सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है। जो, हार्ट डिज़िज़ेज़ की संभावना कम करता है। बाजरा में पाए जाने वाले मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे मिनरल्स ब्लड प्रेशर कम करते हैं। इसी तरह बाजरे में मौजूद लिगनिन (lignin) नामक फाइटोकेमिकल्स कार्डियाक अरेस्ट के खतरे को कम करते हैं।

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 pearl millet side effects | bajre ke nuksan | Bajra Millet side effects | बाजरे के साइड-इफेक्ट्स  

  • एक हेल्दी अनाज होने के कारण बाजरा आमतौर पर सेफ ही होता है। लेकिन, बाजरे के बहुत अधिक सेवन से थायरॉयड ग्लैंड्स के एक्टिव होने का डर होता है। जिससे, गले में थायरॉयड हो सकता है।
  • थायराइस से पीड़ित लोग भूलकर भी ना करें इसका सेवन – बाजरा का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से थाइरोइड और घेंघा की समस्या उत्पन्न होती है। क्योंकि बाजरा में कुछ ऐसे पदार्थ होते है जो आयोडीन को अवशोषित करते है।
  • बाजरे की तासीर गर्म होती है इसलिए अधिक मात्रा में इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं स्वास्थ्य संबंधी बाजरे के सेवन के नुकसानदायक परिणाम।
  • गुर्दे या किडनी में पथरी की समस्या से ग्रस्त व्यक्तियों को भूलकर भी बाजरे का सेवन नहीं करना चाहिए। तथा अधिक मात्रा में बाजरे का सेवन करने से पथरी की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • जिन लोगो को थायरॉइड की समस्या है उनको इसका सेवन करने से परहेज करना चाहिए। यह थायरॉइड की समस्या को बढ़ावा देता है।

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FAQ :

Q : क्या बाजरा गर्म होता है?

Ans : बाजरे की तासीर गर्म होती है,

Q : रोज बाजरा खा सकते हैं?

Ans : रोजाना इसे अपनी डाइट में शामिल करना नुकसानदायक होता है।

Q : बाजरे की रोटी कब खानी चाहिए?

Ans : बाजरे की रोटी को आप रात के खाने में खा सकते हैं। मगर ध्यान रहे सोने से कम से कम 4 घंटे पहले इसका सेवन करें और हां… थोड़ा घी और गुड़ इसके साथ खाना न भूलें, यह बेहद स्वादिष्ट लगेगी

Q : क्या बाजरे का बाज़ार का पैकेट बंद आटा सच में 3 महीने में खराब हो जाता है?

Ans : चक्की पर पिसवाया शुद्ध आटा 15 दिन तक चल सकता है। जो पैकेट बंद आटा आता है उसमें परिरक्षण(preservative) मिलाये जाते हैं ताकि आटा कई दिन तक खराब ना हो। बाजरे का आटा अधिकतम दस दिन तक खाने लायक रह सकता उसके बाद कड़वा या खट्टा हो जाता है।

Q : बाजरा का दूसरा नाम क्या है?

Ans : भारत और अफ्रीका में मूलतः पाया जाने वाला अद्भुत अनाज है ‘बाजरा’। अंग्रेजी में इसे पर्ल मिलेट के नाम से जाना जाता है और इसके गुणों के कारण दुनिया भर में इसका सेवन किया जाता है।

Q : बाजरे में कौन सा विटामिन पाया जाता है?

Ans : बाजरे में सेलेनियम, विटामिन सी और विटामिन ई पाया जाता है जो सूरज से क्षति और त्वचा के कैंसर से त्वचा की रक्षा करते हैं।

Q : क्या इंसान बाजरा खा सकते हैं?

Ans : सूखे बाजरा को कूसकूस या क्विनोआ की तरह पकाया जा सकता है । पीसा हुआ बाजरा पके हुए माल में पूरे गेहूं के आटे के लिए या इसके अलावा एक बढ़िया विकल्प बनाता है। मुरमुरे को नाश्ते के रूप में खाया जा सकता है या मुरमुरे के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। बाजरा किसी भी रूप में अधिकांश आहारों के लिए एक स्वस्थ जोड़ हो सकता है।