Cucumber benefits and Side Effects : खीरा आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है या नहीं सम्पूर्ण जानकारी
Cucumber benefits and Side Effects : : पोषक तत्वों से भरपूर खीरा आपकी सेहत के लिए कितना फायदेमंद है और कितना नुक्शानदायक है ? जानिए खीरा इफेक्ट
खीरा क्या है ?
सलाद के रूप में सम्पूर्ण विश्व में खीरा सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। गर्मियों में खीरा को सलाद या किसी अन्य रूप में जरूर खाया जाता है। बहुत लोगो द्वारा खीरा को सलाद के अतिरिक्त उपवास के समय फलाहार के रूप में प्रयोग किया जाता है।खीरा (कुकुम्बर) का वैज्ञानिक नाम कुकुमिस सतिवस (Cucumis sativus) है। इसके द्वारा विभिन्न प्राकर की मिठाइयाँ भी तैयार की जाती है। यह त्वचा और बालों के लिए बहुत फायदेमंद माना गया है।
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Benefits and Side Effects of Cucumber: Cucumber is beneficial for health।
खीरा में विटामिन सी, विटामिन के, कॉपर, मैग्नीशियम, पोटेशियम, मैंगनीज और सबसे महत्वपूर्ण सिलिका जैसे अनेको आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो उसे सेहत के लिए जरूरी बना देते हैं। इसे मिनरल, विटामिन और इलेक्ट्रोलाइट्स का पावरहाउस भी कहा जाता है। खीरे में 95 फीसदी पानी होता है। इसलिए खीरा के साथ में एक चेतावनी भी जुड़ी रहती है। कि खीरा खाने के बाद पानी नहीं पीना चाहिए।
खीरा के फायदे और साइड इफेक्ट्स : खीरा आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है या नहीं सम्पूर्ण जानकारी
खीरा खाने के तुरंत बाद पानी पीने से जीआई गतिशीलता में वृद्धि होती है, जिससे पाचन और अवशोषण की प्राकृतिक प्रक्रिया को नुकसान पहुंचता है। खीरे के साथ या उसके बाद पीने पीने से बॉडी का पीएच लेवल डिस्टर्ब हो सकता है। भोजन पचाने के लिए शरीर को पीएच लेवल की आवश्यकता होती है।
Benefits and Side Effects of Cucumber: Cucumber is beneficial for health
बहुत अधिक पानी पीएच स्तर को कमजोर कर सकता है। इसके अलावा खीरे के ऊपर पानी पीने से खाद्य पदार्थों को पचाने के लिए आवश्यक एसिड प्रभावी ढंग से काम नहीं कर पाते, यदि आप खीरे के साथ पानी पीते हैं, तो आपको डायरिया और लूज मोशन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
जिससे आपको पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसा तरबूज के विषय में भी कहा जाता है। की तरबूज खाने के बाद या पहले पानी नहीं पीना चाहिए नहीं तो डायरिया और लूज मोशन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है
हालांकि अगर आप पाचन और कब्ज जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो आपके लिए उच्च पानी वाले खाद्य पदार्थ जैसे खीरा, तरबूज, नीबू, संतरे आदि रामबाण साबित हो सकते है। यह आपकी आंतों को आराम पहुचायेगे लेकिन यदि आप खीरे के साथ पानी पीते हैं, तो आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
Benefits and Side Effects of Cucumber: Cucumber is beneficial for health
इसके अतिरिक्त पेट की गड़बडी तथा कब्ज में भी खीरा को औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। खीरा में अधिक मात्रा में फाइबर मौजूद होता है खीरा कब्ज़ दूर करता है। पीलिया, प्यास, पथरी, ज्वर, शरीर की जलन, गर्मीयो की सारी परेशानिया, चर्म रोग आदि में खीरे का रस या खीरा खाना बहुत लाभदायक माना जाता है। पेशाब में जलन, घुटनों में दर्द को दूर करने और मधुमेह में भी खीरा खाना लाभदायक होता है।
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खीरा फल या सब्जी क्या है आइए जानें ?
अनेक लोग खीरे को लौकी परिवार से संबंधित मानते हैं और यह कई किस्मों में आते हैं, तथा पौष्टिक होते हैं और एक स्वस्थ आहार को स्वादिष्ट बनाते हैं।पाक प्रथाये स्वाद और बनावट के अनुसार सब्जियों से फलों को अलग करती है।
Benefits and Side Effects of Cucumber: Cucumber is beneficial for health
खीरे का उपयोग अक्सर नमकीन व्यंजनों में किया जाता है, जो कि एक सब्जी के रूप में अपनी प्रतिष्ठा हासिल करता है। याद रखने वाली महत्वपूर्ण बात यह है कि खीरे का उपयोगों कई पाक और कॉस्मेटिक के साथ बहुमुखी और पौष्टिक रूप से किया जाता हैं।
तो यह फल है या सब्जी इस बात से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है हालांकि विज्ञान की नजर में खीरा ही नहीं अपितु टमाटर, कद्दू और मटर भी असल में सब्जी नहीं बल्कि फल है।
खीरे से मिलते हैं फायदेमंद एंटीऑक्सीडेंट्स- Cucumber Contains Antioxidants
एंटीऑक्सीडेंट्स कई बीमारियों के खतरे को कम करते हैं। फ्री रेडिकल्स की वजह से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस होता है जिससे दिल की बीमारियों और कैंसर का संबंध भी पाया गया है। वहीं, एंटीऑक्सीडेंट्स ऑक्सिडेशन रोकने का काम करते हैं और यह खीरे में काफी अधिक पाया जाता है।
एक स्टडी के दौरान करीब 30 दिनों तक लोगों को खीरे का सप्लीमेंट दिया गया और आखिर में पाया गया कि खीरे की वजह से एंटीऑक्सीडेंट एक्टिविटी बढ़ गई। खीरे में फ्लेवोनॉयड्स के तत्व होते हैं जो नुकसानदायक फ्री रेडिकल्स को ब्लॉक करते हैं।
खीरा वजन घटाने में मददगार – Cucumber Help in Weight Loss
वजन घटाने के लिए सबसे जरूरी है कैलोरी इनटेक में कमी, जिसमें खीरा बहुत मददगार है। इसमें कैलोरी ना के बराबर होती है। अगर आप एक पूरा खीरा (करीब 300 ग्राम का) खाते हैं तो उससे आपको 45 ग्राम कैलोरी ही मिलेगी।
यानी कि आप कई खीरे आराम से खा सकते हैं और इससे वजन नहीं बढ़ेगा। वहीं, खीरे को अगर आप अन्य हाई कैलोरी वाले फूड की जगह सलाद या सैंडविच में इस्तेमाल करते हैं तब भी यह वजन कम करने में मदद करेगा। वजन घटाने के लिए आप खीरे से बनी डिटॉक्स ड्रिंक या सलाद को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
करीब 3600 लोगों पर की गई एक स्टडी में देखा गया था कि हाई वॉटर और लो कैलोरी वाले फूड से लोगों को वजन कम करने में मदद मिली।
किडनी स्टोन में खीरे से राहत
खाने में हर रोज इसका इस्तेमाल करने से पथरी की परेशानी से बचा जा सकता है। यह पित्ते और कीडनी की पथरी से बचाए रखती है। खीरे के रस को दिन में 2-3 बार पीना लाभकारी होता है।
ब्लड शुगर कर सकता है कम- Cucumber May Lower Blood Sugar
खीरा ब्लड शुगर लेवल घटाने में मदद कर सकता है और डायबिटीज से जुड़ी परेशानियों को कम कर सकता है। एक स्टडी में कई अन्य प्लांट फूड को भी शामिल किया गया था। इस दौरान देखा गया कि खीरा ब्लड शुगर कंट्रोल करने में अन्य प्लांट फूड से बेहतर रहा।
पीरियड्स में होने वाला दर्द खीरे से दूर करे
अक्सर लड़कियों को मासिक धर्म के दौरान काफी परेशानीयो का सामना पड़ता है वो दही में खीरे को कद्दूकस करके उसमें पुदीना,काला नमक, काली मिर्च, जीरा और हींग डालकर खाएं। इससे पीरियड्स के दर्द से काफी आराम मिलेगा।
खीरा त्वचा को निखारने में मददगार
खीरा को खाने या इसका रस चेहरे पर लगाने से टैनिंग, सनबर्न, रैशेज आदि जैसी ब्यूटी प्रॉब्लम्स भी दूर होती है। साथ ही इससे चेहरे पर नमी बनी रहती है, जिससे आप गर्मियों में होने वाली स्किन प्रॉब्लम्स से बचे रहते हैं।
घरेलू स्पा में भी खीरा लाभदायक- Cucumbers Use in Home Spa
खीरा घरेलू स्पा में भी अच्छा समझा जाता है। खीरे के स्लाइस को आंखों के ऊपर रखने से काफी लाभ मिलता है। घरेलू फेशियल मास्क में भी खीरे को मिलाना अच्छा होता है। अगर धूप की वजह से स्किन पर सनबर्न हो गया तो उस पर भी ताजे कटे हुए खीरे के स्लाइस रखने से फायदा होगा।
खीरा हड्डियों के लिए अच्छा है –
खीरे में विटामिन K पाया जाता है। विटामिन K ब्लड क्लॉटिंग में मदद करता है और हड्डियों के लिए भी अच्छा होता है। विटामिन K बॉडी को कैल्शियम अब्जॉर्प्शन में मदद करता है। 142 ग्राम खीरे में 10 ग्राम विटामिन K पाया जाता है। वयस्क महिलाओं को रोज 90 ग्राम और पुरुषों को 120 ग्राम विटामिन K रिकमेंड किया जाता है। खीरे में कैल्शियम की भी होती है। जो हडियो को मजबूत करता है।
खीरा कैंसर से बचाव करता है।
हाल ही में हुए कई शोध इस बात को साबित कर रहे हैं कि रोजाना खीरा खाने से कैंसर का खतरा कम हो सकता है। खीरा में पाए जाने वाले प्रोटीन हमारे शरीर में कैंसर से लड़ने की ताकत पैदा करते हैं। यह कैंसर या ट्यूमर के विकास को रोकता है।
खीरा खाने के साइड इफेक्ट्स – Side Effects of Cucumber
रात में खीरा खाने के साइड इफेक्ट्स
जब रात को खीरा के साथ भारी भोजन खाते हैं, तो आपके शरीर को उस भोजन के जल्दी पचाने में मुश्किल होती है। उसके पचने में बहुत ज्यादा समय लगता है। इस तरह आप अपनी रात की अच्छी नींद को खराब करते हैं।
कुछ लोग खाने के मामले में बेहद संवेदनशील होते हैं। कुछ भी थोड़ा सा खा लेते हैं तो उन्हें पचता नहीं है। खीरा शरीर के स्वास्थ्य फायदों के लिए शानदार है, मगर जो चीज़ खाने में लाभदायक है वह नुकशान भी पहुँचती है। बहुत ज्यादा खीरा खाना ब्लोटिंग और पेट फूलने की वजह बन सकता है।
खीरा साइनसाइटिस बढ़ाता है
साइनसाइटिस, जिसे आम तौर पर साइनस का संक्रमण भी कहा जाता है, एक मेडिकल स्थिति है, जिसमें आपकी नाक के रास्ते में सूजन हो जाती है। अगर आप ताजा या यहां तक कि पुराने साइनस संक्रमण से पीड़ित हैं, तो बेहतर है कि खीरा का इस्तेमाल ना करें।
इसके पीछे वजह है कि खीरा ठंडा होता है और इससे साइनोसाइटिस से पीड़ित लोगों की तकलीफ़ बढ़ सकती है। सांस की समस्या वाले लोग खीरे से ज्यादा फायदा नहीं उठा सकते। खीरे का सेहत पर ठंडा प्रभाव पड़ता है।
खीरे को हमेशा गर्म पानी से धो कर खाये –
खीरे के पौधों पर कीटनाशक दवाइयों का प्रयोग होने की वजह से छिलके के साथ खीरा खाना कई बार नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए या तो छिलके को उतारकर खाएं या फिर गर्म पानी से खीरे को अच्छी तरह साफ़ कर लें। इससे खीरा अधिक सुरक्षित हो जाएगा।
प्रेगनेंट महिलाओं को अधिक खीरे का सेवन नहीं करना चाहिए
प्रेगनेंट महिलाओं को अधिक खीरे खाने से अपच की समस्या हो सकती है। साथ ही खीरे में मौजूद पानी की अधिक मात्रा की वजह से प्रेगनेंट महिलाओं को बार-बार यूरिनेशन भी हो सकता है। कुछ लोगों को खीरे से एलर्जी होती है जिससे सूजन और इचिंग की तकलीफ हो सकती है।
बालम खीरा क्या है और कहा पाया जाता है?
बालम खीरा का मूल स्थान पश्चिम अफ्रीका है। यह वृक्ष उष्ण कटबंधीय जलवायु वाले देशो में पाया जाता है। अब अफ्रीका के साथ-साथ बालम खीरा भारत लगभग सभी राज्यों में पाया जाता हैं।। इस वृक्ष की ऊँचाई 20 मीटर तक होती है।इसके फल 60 सेंटीमीटर तक लम्बे और 4 किलोग्राम भार वाले पाए जाते हैं।
बालम खीरे आकार
इनका आकार खीरे की तरह होता है जो शाखाओं से लटकते रहते हैं। इसके बीज त्वचा कैंसर के ईलाज में प्रयोग किये जाते हैं। बालम खीरे में एक साथ ही सात या नौ पत्तियाँ होती हैं। यह एक औषधीय वृक्ष है। इसकी पत्तियाँ ,छाल ,पुष्प एवम जड़ भी औषधि के रूप में प्रयुक्त होती है। कई स्थानों पर इसे पार्कों की शोभा बढ़ाने के लिए वहाँ रोपित किया जाता है।
बालम खीरा एक औषधीय
बालम खीरे को मधुमेह, पेचिस, निमोनिया, गुर्दे की त्वचा रोग , रक्त स्त्राव, गठिया, दांत दर्द, सूखी खांसी, पाचन संबंधी, पेट दर्द , आँतों की सूजन , शीघ्रपतन, बालों का सफ़ेद होना, कमर तथा जोड़ों के दर्द का होना तथा पथरी के इलाज़ आदि में प्रयोग किया जाता है । यह 100 से ज्यादा गंभीर से गंभीर समस्याओं को जड़ से ख़त्म कर देता है। लेकिन बालम खीरा गर्भवती महिलाओं को नहीं खिलाये
बालम खीरे का पाउडर कैसे बनाये ? और इसका पथरी एवं निमोनिया में उपयोग कैसे करे ?
अगर किस व्यक्ति के पथरी हो रही हो तो यह फल उस व्यक्ति के लिए किसी रामबाढ़ से कम नहीं है। यह आपकी पथरी को बहुत ही आसानी से बहार निकल देगा। पथरी को बाहर निकालने के लिए आपको बालम खीरा को अच्छी तरह से सुखाना है और फिर उसे अच्छी तरह से पीसकर उसका चूर्ण बना ले
Benefits and Side Effects of Cucumber: Cucumber is beneficial for health
और इस चूर्ण में एक चम्मच काला नमक मिलाकर हर रोज रात को सोते हुए 5 ग्राम पानी के साथ लेना है। कुछ ही दिनों में आपकी पथरी बाहर निकल जाएगी किसी व्यक्ति या किसी बच्चे को बुखार या निमोनिया रोग हो गया है तो उस व्यक्ति को बालम खीरा की छाल को पीसकर सुबह के समय खाली पेट पिलानी चाहिए . यह बुखार और निमोनिया में बहुत ही जल्दी असर करेगा।



गर्भवती महिलाओं को बालम खीरा खिलाये की नही
बालम खीरा गर्भवती महिलाओं को नहीं खिलाये



खीरा कड़वा क्यों होता है ?
खीरे में कुकुर बिटैकिन्स और टेट्रासाइकिल ट्रिटरपेनॉयड्स नाम के टॉक्सिक कंपाउंड भी होते हैं। इससे कभी-कभी खीरे में कड़वा टेस्ट आता है। अगर ये टॉक्सिक कंपाउंड काफी अधिक मात्रा में शरीर में चला जाए तो गंभीर नुकसान हो सकता है।
खीरा कैसे खाएं ?
रायता, खीरा सलाद, खीरा अचार सैंडविच के अलावा सूप में भी डाल सकते हैं। खीरे के पकौड़े भी खूब लजीज होते हैं। खीरे को ड्रिंक्स में भी यूज किया जा सकता है।
खीरा कब खाना चाहिए?
खीरे का सेवन हमेशा सुबह या दोपहर के समय ही करना चाहिए। जिससे यह आसानी से डायजेस्ट हो जाए एवं शरीर में दिन भर कि थकान से हुयी पानी कि कमी को भी पूरा कर सके।
गमले में खीरा कैसे लगाएं
किसी भी फसल की पैदावार के लिए उत्तम बिज़ का होना बहुत आवश्यक है। बिज़ उत्तम होने के बाद गमले में मिट्टी को डालें और एक से दो बार अच्छे से खुरेंच दीजिये। मिट्टी खुरेंचने से मिट्टी नरम हो जाएगी और फसल की पैदावार भी सही होगा। मिट्टी खुरेंचने के टाइम पर थोड़ा खाद को उसमें ज़रूर डालें।
और हमेसा प्राकृतिक खाद (गांय, भैंस का गोबर, फल और पत्तियों ) का ही इस्तेमाल करें। रासायनिक खाद बीज और उसके टेस्ट को ख़राब कर देते हैं अब मिट्टी को खुरेंचने के बाद कुछ समय के लिए उसे धूप में भी ज़रूर रखे ताकि मिट्टी के अंदर से नमी निकल जाए।
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इसके बाद 2 से 3 इंच गहरे मिट्टी में बीज को लगाएं। कभी-कभी मिट्टी के ऊपर ही बीज को लगा देने के बाद हवा या पानी से बीज को नुकसान पहुंच जाते हैं। बीज लगाने के बाद उचित और समय पर पौधे में पानी भी देना ज़रूर है।
और बारिस ,धुप का का विशेष ध्यान दे बीज जब तक अंकुरित न हो आप ज़रूरत के हिसाब से भी पानी डालें। समय-समय पर गमले से खर-पतवार हटाते रहे । ये खर पतवार पौधे को ख़राब भी कर देते हैं ऐसे में समय-समय पर दवा का छिड़काव ज़रूर करें।
खाली पेट खीरा खाने से क्या होता है ?
खाली पेट खीरा खाने से पेट में दर्द, सीने में जलन और पेट फुलने की समस्या हो सकती हैं
खीरा (ककड़ी) कैसे लगाएं ?
लगभग ज्यादा फसलों की बुवाई का समय फरवरी महीने से शुरू होता है। और मार्च तक बुवाई चलती है। इस समय बोने पर ये फसलें अच्छी पैदावार देती हैं। इस मौसम में खीरा, ककड़ी, करेला, लौकी, तोरई, पेठा, पालक, फूलगोभी, बैंगन, भिण्डी, अरबी जैसी अनेको सब्ज़ियों की बुवाई की जाती है ।
हाइब्रिड खीरा का बीज
नई तकनीक यानी हाइब्रिड तकनिकी के अंतर्गत किसान प्लास्टिक के गिलास में नवंबर के महीने में मिट्टी डालकर उसमें हाइब्रिड प्रजाति के खीरे का बीज डाल देते हैं। यह बीच अंकुरित होने के बाद एक महीने तक उसी गिलास में रहता है।
और जनवरी के अंतिम दिनों में धान की फसल कटने के बाद उन पौधों को खेतों में रोपित कर दिया जाता है। बाजार में जब खीरा काफी कम मात्रा में आता है उस समय यह खीरा निकलना शुरू हो जाता है। उस समय 30 से 40 रुपये प्रति किलो की दर से खीरा बिक रहा होता है।
खीरे में जरूरी न्यूट्रिएंट्स और मिनरल्स
करीब 300 ग्राम ke बिना छिले हुए खीरे में कैलोरी- 45 ग्राम, फैट- 0 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट- 11 ग्राम, प्रोटीन- 2 ग्राम, फाइबर- 2 ग्राम, विटामिन C – RDI (Reference Daily Intake) का 14 फीसदी, विटामिन K- RDI का 62 फीसदी,
मैग्नीशियम- RDI का 10 फीसदी, पोटेशियम- RDI का 13 फीसदी और मैंगनीज- RDI का 12 फीसदी होता है। खीरे में मौजूद तमाम पोषक तत्वों को पाने के लिए इसे बिना छिले खाने की सलाह दी जाती है। खीरे को छिलने से फाइबर और कुछ विटामिन्स की मात्रा घट जाती है।