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ChinaVirus:कोरोना वायरस से दुनिया भर में तबाही

कोरोना वायरस दुनिया भर में तबाही मचा रहा है अब तक मरने वालो की संख्या 23,588 पहुंच गयी है। दुनिया के सभी देश इसकी चपेट में आ चुके है और वह अब हर रोज इस वायरस के कारण सैकड़ो लोग मर रहे है।

दुनिया भर में हर रोज मरने वालो की संख्या 2000 तक पहुंच गयी है अब तक दुनिया भर में 519,899 लोग Covid-19 से संक्रमित हो चुके है और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

यह पहली बार चीन के मध्य हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में उभरा। वुहान सेंट्रल अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ ली वेनलियानग (34 वर्षीय), पिछले साल दिसंबर में वायरस के बारे में रिपोर्ट करने वाले पहले व्यक्ति थे, उन्होंने अपने अन्य साथी डॉक्टरों को वीचैट चैट के माध्यम से इसकी जानकारी दी थी कि उनके अस्पताल में भर्ती सात मरीज SARS जैसे लक्षणों का प्रदर्शन कर रहे थे।

ली वेनलियानग ने कहा कि सभी सात रोगियों ने हुबेई में एक ही समुद्रीय भोजन मार्केट से पशु मांस खाया था।

ली वेनलियानग के अनुसार, वह बीमारी (SARS) से मिलती जुलती थी, जिसके कारण 2003 में चीन और दुनिया भर में 800 लोगों की मृत्यु हो गई थी।

ली द्वारा दी गयी जानकारी जल्द ही सोशल मीडिया में वायरल हो गयी, ली ने सबसे पहले कोरोनोवायरस प्रकोप की चेतावनी चीनी सरकार को दी थी, लेकिन चीनी सरकार ने उनके दावों को नकार दिया और उनको पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया, दुर्भाग्यवश ली वेनलियानग की मृत्यु कोरोना के संक्रमण हो चुकी है।

चाइना के अनुसार वायरस फैलने का कारण

चीन सभी तरह के जिव जन्तुओ को खाया जाता है इस वायरस के फ़ैलाने को लेकर तर्क दिया की यह वायरस चमगादड़ के सूप पीने के कारण फैला है।

Covid-19 के जैविक हथियार होने की आशंका

जिस तरह से चाइना ने ग्लोबल कम्युनिटी से कोरोना वायरस की जानकारी को दुनिया से छुपाया उसके कारण आज दुनिया भर में चीन की आलोचना हो रही है, और ऐसी आशंका जताई जा रही है की चीन ने अपने वुहान स्थित प्रयोगशाला में इस वायरस को जैविक हथियार के रूप विकसित किया है।

Covid-19 से चाइना के कुछ प्रान्त ही प्रभावित हुए वही यह वायरस अन्य देशो में तबाही मचा रहा है।

वही चाइना भी इसे जैविक हथियार मानते हुए इसके लिए अमेरिका को जिम्मेदार मान रहा है चाइना के अनुसार कुछ अमेरिकी सेनिको द्वारा यह वायरस उनके देश में फैलाया गया।

कोरोना वायरस की वैक्सीन

कोरोना वायरस की वैक्सीन अभी तक नहीं खोजी जा सकीं है दुनिया के सभी मेडिकल साइंटिस्ट इसकी वैक्सीन खोजने में लगे हुए है।

एक्सपर्ट्स के अनुसार Covid-19 की वैक्सीन  विकसित होने में 12 से 18 महीनो का समय लग सकता है। अब तक के अध्यन से यह जानकारी सामने आयी है की मनुष्य की मज़बूत रोग प्रतिरोधक क्षमता से कई संक्रमित व्यक्ति ठीक हुए है। 

क्या चाइना के पास है कोरोना वायरस की वैक्सीन ?

worldometers वेबसाइट के Data के अनुसार 81,218 लोग संक्रमित है, चाइना 73,650 संक्रमित मरीजों को ठीक कर चूका है, इस महामारी से अबतक चीन में 3,281 नागरिको की मृत्यु हुई है, आशंका जताई जा रही है की ये सही आकड़े नहीं है 

इटली Covid-19 से अपने 8,215 नागरिको को खो चूका है हालात इतने ख़राब है 80,589 की वहां सेना को बुलाना पड़ा है ।

चीन के द्वारा 74,051 मरीजों का बिना किसी वैक्सीन के इलाज कर पाना किसी चमत्कार से काम नहीं है, यही कारण जिससे चाइना के कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की सम्भावना बताई जा रही है।

सोशल डिस्टेंसिंग

Covid -19 वायरस तेजी से फैल रहा है, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग, सेल्फ आइसोलेशन, क्वारंटाइन जैसी चीजें बहुत ही जरूरी हैं। इसी कारण से पुरे भारत में 21 Days के लिए  Total Lockdown घोषित किया गया है।

WHO पर भी चाइना को बचने का आरोप

कुछ मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार WHO को ताइवान ने पत्र लिख कर इसके एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य में फैलने को लेकर अपना संदेह व्यक्त किया था किन्तु WHO ने इसको नकार दिया और समय रहते विदेशी पर्यटकों और नागरिको के लिए किसी भी तरह के दिशा निर्देश जारी नहीं किये अगर समय रहते जरूरी कदम उठा लिए जाते तो हजारो लोगो की जान बचाई जा सकती थी

अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर Covid-19 वायरस को ‘चीनी वायरस’ कहा था।कई अमरीकी प्रशासनिक अधिकारी इसको चीनी वायरस कह रहे हैं। कई बार इसको ‘वुहान वायरस’ भी कहा जा रहा है।

चीन कोरोना वायरस को चीनी वायरस कहने पर अपना विरोध दर्ज कर रहा है। WHO ने भी इसके लिए अपनी नाराजगी जताई और कहा की Covid-19 को चीनी वायरस कहना गलत होगा

चीन की नीतियों के कारण लाखो लोगो का जीवन संकट में है साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था डूबने के कगार पर है।

जहाँ एक ओर विश्व के सभी देश आर्थिक मंदी से जूझ रहे है तो वही अगर चीनी अर्थव्यवस्था की बात की जाये तो चीन के उद्योग तेजी से सुधर रहे वहां पर इसका कोई असर नहीं है,

विश्व में अपनी छवि ख़राब होती देख चीन खुद को पीड़ित के तोर पर दिखने की कोशिस कर रहा हन्ता वायरस को भी इसी कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है

अब चीन भारत से कोरोना वायरस को चीनी वायरस ना कहने हेतु इंटरनेशनल कम्युनिटी के सामने भारत की मदद चाहता है, भारत सरकार चीन की कूटनीति को भली प्रकार से समझती है। 

चाइना ने आंतकवाद के मुद्दे पर पकिस्तान और पाक समर्थित आतंकवादियों को बार बार बचाया आया है। यह आतंकवादी भारत के खिलाफ अघोषित युद्ध छेड़े हुए है। 

वही POK में बन रहे अपने महत्वकांशी प्रोजेक्ट OBOR पर भारत के खिलाफ जाकर कार्य किया जिस जगह से होकर यह प्रोजेक्ट गुजर रहा है वह हिस्सा भारत का है पकिस्तान ने इस हिस्से पर अवैध कब्ज़ा किया है।

आज चीन को भारत से किसी भी तरह की मदद की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए और हम तो कहेंगे की कोरोना एक चीनी वायरस है जिसको पूरी दुनिया समझ चुकी है।

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