Eco friendly, Handmade Rakhi 2021: उत्तराखंड की संस्कृति के प्रचार और स्वरोजगार के लिए विकल्प



Eco friendly, Handmade apan rakhi 2021: ऐपण राखी उत्तराखंड की संस्कृति के प्रचार और स्वरोजगार के लिए अच्छा विकल्प
Eco friendly, Handmade Rakhi 2021: भाई बहिन के प्यार का प्रतीक राखी का त्यौहार , रक्षाबंधन 22 अगस्त रविवार 2021 पूर्णिमा के दिन मनाया जाएगा। ऐसे में इस बार आप राखी में उत्तराखंड की संस्कृति के रंगों के साथ मनाना चाहते हैं
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तो आप इस बार ऐपण से बनी खास राखियां (Eco friendly, Handmade apan rakhi 2021) खरीद सकते हैं। इससे न सिर्फ रक्षाबंधन में पहाड़ की संस्कृति की झलक नजर आएगी बल्कि आप पहाड़ की संस्कृति को बढ़ावा देने का भी काम करेंगे।
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उत्तराखंड (Uttrakhand) के कुमाऊं क्षेत्र में यह त्यौहार पारम्परिक जनेऊ पनेउ या जनेऊ त्यौहार के रूप में मनाया जाता है।वर्तमान में कुछ उत्तराखंड के युवा इसे कुमाऊँ की लोककला ऐपण के साथ जोड़करऐपण वाली राखी (Eco friendly, Handmade Rakhi 2021) बना कर उत्तराखंड की लोककला को प्रोत्साहित कर अब भाई-बहन के प्यार के प्रतीक रक्षाबंधन के साथ जुड़कर अपना एक अलग इतिहास बना रह है
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सबसे खास बात यह है कि ऐपण राखी (Eco friendly, Handmade Rakhi 2021) पर्यावरण दृष्टि से भी बहुत ज्यादा सुरक्षित है क्योंकि इनमें कहीं पर भी प्लास्टिक या अन्य चीजों का उपयोग नहीं किया गया है।
उत्तराखंड (Uttrakhand) में रक्षाबंधन के दिन कुमाऊँ में जनेऊ पनेउ (Janeu paneu) जने पुनयु लोक पर्व के नाम से मनाया जाता है । इसका अर्थ होता है, भाद्रपद पूर्णिमा के दिन पुरानी जनेऊ त्याग कर नई जनेऊ धारण करना। इस दिन पुरोहित अपने यजमानों को मंत्रोच्चारण के साथ नई जनेऊ धारण करवाते हैं। तथा हाथ मे रक्षा धागा भी बांध के जाते हैं।
पहले गाव में जो प्राकृतिक पानी के स्रोत (नौला ) होते हैं, वहाँ सब पुरुष एकजुट होते थे, और वही पुरोहित सभी पुरूषों को स्नान के बाद जनेऊ बदलवाते थे। वर्तमान में ये प्रथा कम हो गई है। अब पुरोहित घर घर जनेऊ भेज देते हैं और लोग घर मे स्न्नान करके नइ जनेऊ धारण कर लेते हैं।
और पहले राखी नही थी, तो पुरोहित जी अपने सभी जजमानों को मौली का धागा बांध कर जाते थे। वर्तमान में पहाड़ में भी लोग राखी पहनते हैं, पहनाते हैं। बहिने भाइयों को राखी बांधती है। इस दिन खीर पूड़ी , पुए बाड़ बनाये जाते हैं।
ऐपण वाली राखी
उत्तराखंड (Uttrakhand) के कुछ युवाओं ने, उत्तराखंड की पौराणिक पारम्परिक लोककला ऐपण को राखियों में उतार कर (Eco friendly, Handmade Rakhi 2021) ऐपण कला के संवर्धन में एक नई शुरुआत की है। साथ ही ऐपण वाली राखी से , उत्तराखंड में रक्षाबंधन त्यौहार में एक नई ताजगी सी आ रही है।
ऐपण वाली राखियों ने उत्तराखंड स्वरोजगार को एक नया विकल्प दिया है। तथा उत्तराखंड (Uttrakhand) के बाजार में चीन की राखियों की टक्कर के लिए, एक विकल्प के रूप में ऐपण वाली राखी (Eco friendly, Handmade Rakhi 2021)अपना महत्वपूर्ण किरदार अदा कर सकती है।
2021 के रक्षाबंधन के लिए ऐपण वाली (Handmade Rakhi) राखी बनाने
ऐपण वाली राखी (Eco friendly, Handmade Rakhi 2021) की शुरुआत सबसे पहले मीनाक्षी खाती ने की,मीनाक्षी खाती के अलावा चंपावत निवासी ममता जोशी भी ऐपण कला के प्रचार प्रसार में कार्यरत हैं। इनके अतिरिक्त सोमेश्वर घाटी की दीक्षा उपाध्याय भी ऐपण वाली रखी और ऐपण से अन्य घरेलू पूजा पाठ की वस्तुओं को सजा रही है।इनके अलावा और कई युवक और युवतियों ने ऐपण विधा से राखी (apan rakhi) बना कर,अन्य पवित्र वस्तुओं पर ऐपण कला उकेर कर अपनी पारम्परिक लोककला को एक मजबूत स्वरोजगार के विकल्प के तौर पर प्रस्तुत कर रहे हैं।
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देवभूमी उत्तराखंड (Uttrakhand)के कुमाऊँ क्षेत्र की पारम्परिक एवं पौराणिक लोककला है ऐपण कला ।किसी शुभकार्य व त्यौहार के अवसर पर भूमि और दीवार पर लाल मिट्टी ( गेरू ) द्वारा रंगाई करके , चावल के विस्वार से और हल्दी ,जो,मिट्टी, गाय के गोबर तथा रोली ,अष्टगंध से रेखांकित की गई, शुभ आकृति को ऐपण कहते हैं।
उत्तराखंड कुमाऊँ क्षेत्र में कई प्रकार के ऐपण बनाये जाते हैं। जो निम्न है – ज्योतिपट्ट , शिव पीठ, लक्ष्मी पीठ, आसन, नाता, लक्ष्मी नारायण, चिड़िया चौकी, चामुंडा हस्त चौकी, सरस्वती चौकी, जनेउ चौकी, शिवचरण पीठ, सूर्यदर्शन चौकी स्योव ऐपण ,आचार्य चौकी, विवाह चौकी, धूलिअर्घ चौकी आदि हैं।
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ऐपण वाली राखी कहाँ से खरीदें ? -Aipan wali Rakhi kaha milegi
अपनी पारम्परिक लोककला के प्रचार और प्रसार के लिए, उत्तराखंड (Uttrakhand)में विदेशी राखियों का एक मजबूत विकल्प और अपने नए स्वरोजगार करने वाले युवाओं का साथ देने के लिए हमे 2021 के रक्षाबंधन में ऐपण वाली राखी (apan rakhi) का प्रयोग करना चाहिए।
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अब ये समस्या आ रही कि ये ऐपण वाली राखी (apan rakhi) कहाँ से खरीदे ? तो आप चिंता मत कीजिए ,उत्तराखंड (Uttrakhand) के ये युवा उद्यमी ऑनलाइन ऐपण वाली राखी बेच रहे हैं । बस आपको आर्डर देना है और ऐपण वाली राखी आपके दिए गए पते पर पहुच जाएगी।
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यदि आप अपने रिश्तेदार को राखी भिजवाना चाहते हैं, तो सीधे उनका पता दे दीजिए रखी वही पहुँच जाएगी । ऐपण वाली राखी (apan rakhi) खरीदने के लिए आप online विकल्पों amazon, flipkart,का इस्तेमाल कर सकते हैं
नोट – उपरोक्त लेख उत्तराखंड (Uttrakhand) की लोककला ऐपण का प्रचार प्रसार तथा उत्तराखंड में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लक्ष्य से लिखा गया है। इस लेख में दिए गए तथ्य जानकारियां इंटरनेट व सोशल मीडिया से ली गई है। यदि इस लेख से किसी को आपत्ति हो तो वो हमें हमारे फेसबुक पेज sangeetaspen and sangeeta kandpal पर अवगत करा सकते हैं।