National Voters Day | 25 January National Voters Day 2022 | मतदाता दिवस

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National Voters Day | 25 January National Voters Day 2022 | मतदाता दिवस
National Voters Day 2021, Rashtriya Matdata Diwas
IMAGE BY : jagranjosh

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National Voters Day | 25 January National Voters Day 2022 | मतदाता दिवस

National Voters Day 2022: 25 जनवरी को है मतदाता दिवस, जानिये यह क्‍यों व कैसे मनाते हैं

मतदाता के पास वह ताकत होती है कि वह सरकार बना भी सकता है और बदल भी सकता है, इसलिए कभी भी एक अदद वोट की ताकत को कम नहीं आंकना चाहिये।

National Voters Day 2022: राष्ट्रीय मतदाता दिवस का इतिहास पता है, क्यों खास है हमारे लिए 25 जनवरी का दिन ?

भारत में वोटिंग का क्‍या महत्‍व है, यह चुनावों में आपने देखा ही होगा। वोटर्स डे इसी का अहम अंग है। आइये जानें कि मतदाता दिवस क्‍या है और इसे क्‍यों व कैसे मनाया जाता है। 

National Voters Day 2022, Rashtriya Matdata Diwas, Theme, History: भारतीय चुनाव आयोग 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voters Day) मना रहा है.क्या आप जानते है

राष्ट्रीय मतदाता दिवस ठीक अगले दिन 26 जनवरी 1950 को भारत ने अपना पहला गणतंत्र दिवस मनाया था । और हमारे सविधान को बनने में 2 साल 11 माह 18 दिन का समय लगा था।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं का सूची में नाम जोड़ना,युवाओ को मतदान के लिए प्रोत्साहित करना है,मतदाताओं के बीच जागरूकता फैलाना .एवं नए मतदाताओं को वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने के लिए प्रेरित करना है तथा इस अवसर पर नए मतदाताओं को वोटर कार्ड देकर सम्मानित भी किया जाता है ।

भारत में जितने भी चुनाव होते है उनको निष्पक्ष से सम्पन्न करने की पूरी जिम्मेदारी भारत निर्वाचन आयोग की होती है। और भारत निर्वाचन आयोग का गठन हमारे सविधान के लागू होने से ठीक एक दिन पहले यानी की 25 जनवरी 1950 को हुआ था।

क्युकी 26 जनवरी 1950 को भारत एक गणतांत्रिक देश बनने वाला था। देशभर में लोकतांत्रिक प्रकिर्यो से चुनाव करने के लिए निर्वाचन आयोग का गठन बहुत जरुरी था इसलिए 25 जनवरी 1950 को भारत निर्वाचन आयोग का गठन हुआ। इस वर्ष चुनाव आयोग 11वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनारहा है

विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में मतदान को लेकर कम होते रुझान को देखते हुए चुनाव आयोग ने 25 जनवरी 2011 से हर चुनाव में लोगो की भागेदारी को बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग का स्थापना दिवस 25 जनवरी को ही राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मानाने की सुरुवात की थी।

25 जनवरी 2011 इस दिन का शुभारंभ तत्कालीन राष्ट्रपत‌ि प्रतिभा पाटिल ने किया था। इस बार यानी की 25 जनवरी 2021 में दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) वर्चुअली शामिल होंगे.

राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2022 थीम

हर साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उत्सव विभिन्न समर्पित विषयों के इर्द-गिर्द घूमता है. राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2022 की थीम ‘मजबूत लोकतंत्र के लिए चुनावी साक्षरता’ है. इस राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर, आप देश के नागरिक के रूप में अपनी जिम्मेदारियों के प्रति ईमानदार रहने के लिए अपनी पूरी कोशिश करें. चाहे वह अंतिम रूप से मतदान करने के लिए पंजीकरण करना हो या अन्य युवा मतदाताओं को पंजीकरण कराने में मदद करना हो.

राष्ट्रीय मतदाता दिवस की विषय वस्तु (National Voters Day all Theme)

  • National Voters Day 2022 : प्रति वर्ष मतदाता दिवस पर एक थीम के तहत कार्यक्रमों का राष्ट्रीय एवं स्थानीय स्तर पर आयोजन किया जाता है। उदाहरण के लिए
  • वर्ष 2020 में राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम (National Voters Day 2020 Theme) थी मज़बूत लोकतंत्र के लिए चुनावी साक्षरता।
  • वर्ष 2021 की मतदाता दिवस पर थीम (National Voters Day 2021 Theme) थी मतदाता बनें सशक्त, सतर्क, सुरक्षित और जागरूक।
  • वर्ष 2022 की थीम है- निर्वाचन को ‘समावेशी, सुगम एवं सहभागी बनाना’ (National Voters Day 2022 Theme : Making Election Inclusive, Accessible and Participative)।

बेहतरीन काम करने वालों को मतदाता दिवस पर दिए जाते है यह पुरस्कार

राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voters Day 2022) पर स्थानीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर भारत के चुनावों में अहम भूमिका निभाने वालों को प्रोत्साहित किया जाता है। चुनावों में लोगों की हिस्सेदारी बढ़ाने के मामले में सरकारी विभागों में सबसे अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत दिया जाता है।

इस वर्ष सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन के प्रधान महानिदेशक सत्येंद्र प्रकाश भी पुरस्कार प्राप्त करने वाले हैं। उनको ये पुरस्कार प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए काम के लिए 2019 के लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र, बंगाल, बिहार और केरल राज्यों में विधानसभा चुनावों में मतदाताओं की सहभागिता बढ़ाने के लिए दिया जा रहा है।

इस बार ऑनलाइन होंगे कार्यक्रम

25 जनवरी 2022 को भारत अपना ग्यारहवाँ मतदाता दिवस मनाने जा रहा है। निश्चित रूप से इस का उद्देश्य न केवल लोगों में मतदान के प्रति जागरूकता लाना है बल्कि चुनाव प्रक्रिया में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना है। इस वर्ष राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voters Day 2022) पर कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान रखते हुए ऑनलाइन कार्यक्रम करवाए जाएँगे। कार्यक्रम जिला स्तरीय, मतदान केंद्रों, अनुमंडल स्तर में आयोजित किए जाएंगे।

National Voters Day 2022 : मतदान अधिकार है – नागरिक निभाएं कर्त्तव्य

National Voters Day 2022: मतदान चुनाव का अहम हिस्सा है। चुनाव के माध्यम से हम अपनी सरकार चुनते हैं। हमारे मौलिक अधिकारों के संरक्षण का जिम्मा हम सरकार पर छोड़ते हैं। इसके लिए हमें जागरूक रहना होगा कि कौन योग्य है। मतदान करना आवश्यक है। मतदान के माध्यम से आप लोकतन्त्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हैं।

सभी का मतदान करना सही मायनों में देश को लोकतांत्रिक बनाता है। मतदान करना आपका अधिकार है और इस अधिकार का प्रयोग करना आपका कर्त्तव्य। राष्ट्रीय मतदान दिवस 2022 के अवसर पर प्रत्येक वर्ष की तरह नागरिकों को इस कर्त्तव्य पालन की शपथ भी दिलाई जाएगी।

अपने जीवन में भी करें सही चुनाव

आँखें खुली रखकर निष्पक्ष निर्णय लें

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मतदान करने की आयु सीमा क्या है ?

पहले मतदान करने की आयु 21 वर्ष थी लेकिन 1988 में इसे 18 वर्ष कर दिया ऐसा करने का मुख्य कारण यह था की विश्व के अनेक देशो में आधिकारिक मतदान की आयु 18 वर्ष ही की थी और उसी समय भारतीय युवा शाक्षार और राजनैतिक रूप से जागरूक हो रहा था

61 विधेयक संशोधन 1998 ने भारत में मतदान की आयु सीमा को काम करके 18 वर्ष कर दिया तभी से भारत में वोटिंग के लिए 18 साल की आयु सीमा निर्धारित है। 18 का होने पर व्‍यक्ति को मताधिकार प्राप्‍त हो जाता है। इसके बाद वह सभी प्रकार के लोकतांत्रिक चुनावों में वोट डाल सकता है।

सभी मतदान केंद्र वाले क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष उन सभी पात्र मतदाताओं की पहचान की जाती है, जिनकी उम्र एक जनवरी को 18 वर्ष हो चुकी होगी।

इस क्रम में 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज किए जाते हैं। साथ ही उन्‍हें वोटर आईडी प्रदान की जाती है।

नए मतदाताओं को पहचान-पत्र बांटने का काम समाजसेवी, शिक्षक एवं गैर-राजनीतिक व्यक्त‌ि करते हैं। इस अवसर पर वोटर्स को बैज भी दिया जाता है जिस पर लिखा होता है, – ‘मतदाता बनने पर गर्व है, मतदान को तैयार हैं।’

वेब रेडियो ‘हैलो वोटर्स’ का शुभारंभ

इस साल राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर ई वोटर्स कार्ड की शुरुआत की जाएगी. जबकि, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद वेब रेडियो ‘हैलो वोटर्स’ का शुभारंभ भी करेंगे. इस डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए मतदाताओं में जागरूकता फैलाई जाएगी.

एफएम रेडियो सर्विस की तर्ज पर वेब रेडियो से कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे. हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाओं में श्रोताओं को मतदान से जुड़ी जानकारियां दी जाएगी.

वेब रेडियो ‘हैलो वोटर्स’ क्या है ?

इंटरनेट रेडियो (जिसे वेब रेडियो, नेट रेडियो, स्ट्रीमिंग रेडियो और ई-रेडियो के नाम से भी जाना जाता है) इंटरनेट के द्वारा प्रसारित एक ध्वनि सेवा है। इंटरनेट पर संगीत की स्ट्रीमिंग को सामान्यतः वेबकास्टिंग कहा जाता है

क्योंकि इसे मोटे तौर पर बेतार की मदद से प्रसारित नहीं किया जाता है।इंटरनेट रेडियो में मीडिया की स्ट्रीमिंग होती है, सुनने वालों को अनवरत ध्वनि का प्रवाह मिलता है जिसे रोका या पुनः बजाया नहीं जा सकता है; ये इस तरह से मांग पर फाइल की प्रस्तुतीकरण की सेवा से भिन्न होता है।इंटरनेट रेडियो सेवाएं दुनिया में किसी भी स्थान से सुगम है