Phalsa benefits and side effect in hindi | Falsa ke fayde or nukshaan | falsa or phalsa amazing summer fruit



Phalsa benefits and side effect in hindi | Falsa ke fayde or nukshaan | falsa or phalsa amazing summer fruit | know the benefits of falsa or phalsa
phalsa : गर्मी के मौसम में हेल्थ का विशेष ध्यान रखना बेहद आवश्यक है क्योंकि गर्मियों में कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए बीमारियों से बचने और सेहतमंद रहने के लिए लोग अक्सर मौसमी फलों का सहारा लेते हैं.
Summer fruit benefits : ये फल गर्मियों में शरीर में पानी की कमी नहीं होने देते हैं
ऐसे में शरीर को नेचुरल कूल रखने के लिए फालसा फल बेहद फायदेमंद है.फालसे (Phalsa fruit) को अंग्रेजी में शरबत बैरी भी कहा जाता है। दरअसल इसका उपयोग शरबत बनाने में किया जाता था जिससे इसे यह नाम मिला है। फालसा तिलासिया परिवार का एक फल है और इसके पेड़ झाड़ीनुमा होते हैं।
तिलासिया परिवार में करीब 150 प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से फालसा (Falsa) एकमात्र ऐसा फल है जिसे खाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि फालसा भारत का स्वदेशी फल है। हालांकि इसे नेपाल, पाकिस्तान, लाओस, थाइलैंड और कम्बोडिया में भी उगाया जाता है।
मई-जून के महीने में पकते हैं। फालसा के फल बहुत नाजुक होते हैं और इसे आसानी से लम्बी दूरी तक नहीं लेकर जाया जा सकता। इस कारण इसका उपभोग मुख्यतः स्थानीय तौर पर ही किया जाता है। बड़े शहरों के निकट ही इसका उत्पादन सीमित है। फालसे के पेड़ मुख्य रूप से आम और बेल के बागानों में स्थान भरने के लिए उगाए जाते हैं।
गर्मी के महीनों में इसके फल और इससे बना शरबत ठंडक का अहसास करवाते हैं। बहुत अधिक पके हुए फल शरबत बनाने के लिए ज्यादा ठीक होते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, फालसा का शरबत गर्मी के मौसम में त्वचा को झुलसने से बचाता है और बुखार के उपचार में भी काम आता है। फालसा हृदय के लिए अच्छा होता है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन सी और खनिज तत्व ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल रखने में उपयोगी होते हैं.
इस फल के बीज के तेल में एक प्रकार का वसा अम्ल (लिनोलेनिक ऐसिड) पाया जाता है, जो मनुष्य के शरीर के लिए बेहद उपयोगी है। तो आइए आज हम आपको बताते हैं औषधीय गुणों से भरपूर फालसे के फायदों के बारे में.
एनीमिया में लाभकारी – अगर आप एनीमिया के रोगी हैं, तो ऐसे में फालसे का सेवन बेहद फायदेमंद होता है. इससे आपके शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ता है और एनीमिया के इलाज में मदद मिलती है. यह फल आयरन से भरपूर होता है.
जोड़ों के दर्द से निजात – यह आपके जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने बेहद फायदेमंद है. यह दर्द ही आगे चलकर गठिया रोग की समस्या उत्पन्न करता है. इसके सेवन से गठिया के रोग से निजात पाने में मदद मिलती है.
फालसा दूर करे कमजोरी – यह शारीरिक कमजोरी को दूर कर कई हेल्थ समस्याओं में फायदेमंद है,इसके स्वाद के कायल कई लोग इसके कठोर बीज को भी चबा जाते हैं।
मजबूत बनाएं मांसपेशियों को – फालसा मैग्नीशियम, पोटैशियम, सोडियम, फास्फोरस, कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन ए और सी से भरपूर होता है जो आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने में सहायक होते हैं. इसके नियमित सेवन से आपकी मसल्स मजबूत बनती हैं.
पित्त की समस्या से राहत – फालसा पित्त की समस्याओं को दूर करने में बेहद सहायक होता है. इसके साथ ही यह पाचन क्रिया को सुचारू बनाने में भी मददगार है.
पेट दर्द व दस्त में राहत – पेट दर्द और दस्त की परेशानी होने पर अगर आप फालसे का सेवन करते हैं, तो यह आपके पेट दर्द और दस्त को रोकने में मदद करता है. पेट दर्द के लिए आप भुनी हुई अजवायन के साथ फालसा का रस डालकर पीएं इससे आपके पेट का दर्द छू मंतर हो जाएगा.
सांस की समस्याओं में फायदेमंद फालसा – आपके सांस की समस्या और कफदोष को ठीक करने में भी मददगार होता है. इसके रस के नियमित सेवन से श्वसन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है.
इसके लिए आप फालसे के रस को नींबू और अदरक का रस मिलाकर सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा यह आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है.



फालसा शरबत
सामग्री
फालसे: 200 ग्राम
गुड़: 25 ग्राम
काला नमक: स्वादानुसार
भुना हुआ जीरा: 2 चुटकी
विधि: फालसे को अच्छी तरह से धोकर गूदे से बीज को अलग कर लें। अब गूदे को एक छन्नी की सहायता से अच्छे से निचोड़कर इसका रस निकाल लें। एक बड़े कटोरे में ठंडा पानी, गुड़, काला नमक और भुना व दरदरा पिसा हुआ जीरा मिलाएं। अब इस घोल में निचोड़े गए फालसे का रस मिलाएं और परोसें।
फालसे के साइड इफेक्ट्स herbet berry or Phalsa of side effect
प्रेगनेंट महिलाओं और ब्रेस्टफीडिंग करने वाली मांओं को फालसे का सेवन बहुत अधिक नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस फल की तासीर ठंडी होती है और इससे उनके शरीर का तापमान तेजी से गिर सकता है। कोशिश करें कि मार्केट से ताजा फालसा ही खरीदें। पुराने या सड़ चुके फालसे में शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले केमिकल बन जाते हैं जिनका सेवन आपको फायदे से ज्यादा नुकसान कर सकता है।
FAQ :
Q : फालसा फल का दूसरा नाम क्या है?
Ans : भीमल। फालसा (Grewia asiatica Linn)
Q : फालसा कब मिलता है?
Ans : मई, जून, जुलाई
Q : फालसा का पौधा कैसे लगाएं?
Ans : फालसा के पौधे जुलाई- अगस्त या फरवरी- मार्च के दौरान लगाए जा सकते हैं जब पौधे अपनी पत्तियां बहा देते हैं।
रोपण के लिए लगभग 8 से 12 महीने पुराने अंकुर बेहतर हैं।
आमतौर पर रोपण 2.5 से 3.0 मीटर के अलावा दोनों तरीकों से किया जाता है, जिसमें प्रति हेक्टेयर लगभग 1100 -1500 पौधे लगाए जाते है
Q : फालसे में कौन सा विटामिन होता है?
Ans : फालसे में विटामिन सी से भरपूर होता है
Q : फालसा कहाँ पाया जाता है?
Ans :फालसा दक्षिणी एशिया, भारत, पाकिस्तान, कम्बोडिया का मूल का फल है
Q : फालसा कौन सा फल होता है?
Ans :फालसा फल का वैज्ञानिक नाम ग्रेविआ एशियाटिक है.
Q : फालसा फल को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?
Ans :फालसा फल को अंग्रेजी falsa or grewia asiatica fruit कहते हैं
Q : फालसा की किसी होती है ?
Ans : फालसा की तासीर ठंडी होती है