Sankashti Chaturthi August 2021:संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए इस तरह करें पूजा

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Sankashti Chaturthi 2021 पूजा का शुभ मुहूर्त और गणेश जी को प्रसन्न करने के उपाय जानें
Sankashti Chaturthi 2021 पूजा का शुभ मुहूर्त और गणेश जी को प्रसन्न करने के उपाय जानें

Sankashti Chaturthi August 2021:संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए इस तरह करें पूजा

Sankashti Chaturthi 2021 : आज 25 अगस्त 2021 को भादों मास की संकष्टी चतुर्थी है. इस दिन भगवान गणेश जी की विशेष पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन विधि- विधान से भगवान गणेश की पूजा करने से आपके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.संकष्टी चतुर्थी का अर्थ है संकट को हरने वाली चतुर्थी इसलिए इस दिन को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है.

Sankashti Chaturthi 2021 : इस बार यानी की 2021 में संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2021) बुधवार दिन होने के कारण इसका महत्व और अधिक बढ़ गया है. संकष्ट चतुर्थी का दिन हर महीने के दोनों पक्षों की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है.परन्तु पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है

और अमावस्या के बाद आने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है.भाद्रपद माह में आने वाली गणेश चतुर्थी संतान सुख प्रदान करती है और समस्त मनोकामनाओ की पूर्ति करती है।

चतुर्थी तिथि 25 अगस्त 2021 को शाम को 4 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगा. लेकिन भगवान गणेश की पूजा दिन के समय में होती है. इसलिए 25 अगस्त यानी आज संकष्टी चतुर्थी मनाई जा रही है. आज के दिन भगवान गणेश की पूजा करके बुध ग्रह को भी मजबूत किया जा सकता है.


Sankashti Chaturthi 2021: हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य देव माना जाता है. किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. हिंदी कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद मास गणेश जी को समर्पित होता है.

इस महीने में गणेशजी की पूजा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. आज भादों मास की संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2021)है. इस दिन भगवान गणेश पूजा होती है.आइए जानते हैं

भगवान गणेश की पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारे में.

Sankashti Chaturthi 2021 : संकष्टी चतुर्थी का अर्थ है संकट को हरने वाली चतुर्थी. इस दिन सभी दुखों को खत्म करने वाले भगवान गणेश का पूजन (Lord Ganesha Worship) किया जाता है. साथ ही गौरी पुत्र गणेश जी के लिए व्रत रखा जाता है.

इस दिन पूरे विधि-विधान से पूजा-पाठ किया जाता है. संकष्टी चतुर्थी का ये दिन गणपति को समर्पित है. गणेश जी को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है.इस दिन बुध ग्रह का भी उपाय कर सकते हैं. जिन लोगों की जन्म कुंडली में बुध ग्रह अशुभ फल प्रदान कर रहे हैं, तो उनके लिए अच्छा अवसर है.


बुध ग्रह (Mercury )

Sankashti Chaturthi 2021 : बुध ग्रह को वाणिज्य, बाजार, लेखन, दवा, कानून, वाणी और त्वचा आदि का कारक बताया गया है. बुध गणित का भी कारक है. बुध जब कमजोर या अशुभ होता है. तो इन क्षेत्रों में समस्याएं प्रदान करता है,

जिस कारण व्यक्ति को विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. बुध के कमजोर या पाप और क्रूर ग्रहों की दृष्टि पड़ने से त्वचा संबंधी रोग भी प्रदान करता है. इसलिए बुध को शुभ रखना अत्यंत आवश्यक है. बुध को सभी ग्रहों का राजकुमार माना जाता है.


बुध का राशि परिवर्तन (Mercury Transit 2021)

संकष्टी चतुर्थी 25 अगस्त को मनाई जाएगी. लेकिन चतुर्थी की तिथि 26 अगस्त 2021, गुरुवार को शाम 05 बजकर 16 मिनट तक रहेगी. बुध का राशि परिवर्तन गुरुवार को प्रात: 11 बजकर 08 मिनट पर होगा. कन्या राशि में बुध का राशि परिवर्तन हो रहा है. जो मेष से मीन राशि तक के जातकों को प्रभावित करेगा.

संकष्‍टी चतुर्थी की पूजा विधि

बुध का उपाय (Budh Grah Ke Upay)

Sankashti Chaturthi 2021 : इस बार संकष्टी चतुर्थी बुधवार के दिन पड़ रही है. जिस कारण इसका महत्व और भी बढ़ जाता है. इस दिन विधि पूर्वक गणेश जी की पूजा करें, गणेश आरती, गणेश चालीसा के साथ गणेश जी के मंत्रों का जाप करें. इसके साथ ही गणेश जी को उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाएं. दूर्वा घास चढ़ाएं, इससे गणेश जी प्रसन्न होते हैं और बुध की अशुभता दूर होती है.


पूजा का मुहूर्त (Puja Muhurat Today)

पंचांग के अनुसार संकष्टी चतुर्थी 25 अगस्त को दोपहर 4 बजकर 18 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन यानी 26 अगस्त को दोपहर 5 बजकर 16 मिनट पर समाप्त होगी.

संकष्टी चतुर्थी पर करें इन मंत्रों का जाप

भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है. इनकी पूजा करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती है. इसलिए भगवान गणेश की चतुर्थी तिथि को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से आपकी सभी परेशनियां दूर हो जाती हैं.

इसलिए इसे संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है. कई श्रद्धालु भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं. इस दिन कुछ मंत्रों का जाप करने से आपके जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती है.

1. ‘ॐ गं गणपतये नम’ – जीवन में खुशहाली का मंत्र

2. ‘ॐ वक्रतुंडाय हुं’ – संकंट को दूर करने का मंत्र

3. ‘ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा’ – सौभाग्य प्राप्ति का मंत्र

Sankashti Chaturthi 2021 पूजा का शुभ मुहूर्त और गणेश जी को प्रसन्न करने के उपाय जानें
Sankashti Chaturthi 2021 पूजा का शुभ मुहूर्त और गणेश जी को प्रसन्न करने के उपाय जानें
  • भाद्रपद मास में संकष्‍टी चतुर्थी के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्‍नान कर लें.
  • इसके बाद उत्तर दिशा की ओर मुंह कर पूजा स्थल में लाल रंग के आसन पर भगवान गणेशजी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें. और उन्‍हें जल में तिल मिलाकर ही अर्घ्‍य दें.
  • भगवान गणेश को सिंदूर का तिलक लगाएं, धूप, दीप, गंध और फूल और दूर्वा चढ़ाएं.शाम के समय विधिवत् गणेश जी की पूजा करें.
  • गणेश जी को दुर्वा या दूब अर्पित करें. मान्‍यता है कि ऐसा करने से धन-सम्‍मान में वृद्धि होती है.गणेश जी को तुलसी कदापि न चढ़ाएं. कहा जाता है कि ऐसा करने से वह नाराज हो जाते हैं.मान्‍यता है कि तुलसी ने गणेश जी को शाप दिया था.उन्‍हें शमी का पत्ता और बेलपत्र अर्पित करें.
  • तिल के लड्डुओं का भोग लगाकर भगवान गणेश की आरती उतारें.
  • इसके बाद चांद को अर्घ्‍य दें.
  • अब तिल के लड्डू या तिल खाकर अपना व्रत खोलें.
  • इस दिन तिल का दान करना चाहिए.
  • इस दिन जमीन के अंदर होने वाले कंद-मूल का सेवन नहीं करना चाहिए.यानी कि मूली, प्‍याज, गाजर और चुकंदर न खाएं.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं.sangeetaspen.com इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

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