Juniper Berry Oil | Juniper Berry Oil Benefits & Side Effects In Hindi | जुनिपर एसेंशियल ऑयल

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Juniper Berry Oil Benefits & Side Effects In Hindi
Juniper Berry Oil Benefits & Side Effects In Hindi

Juniper Berry Oil | Juniper Berry Oil Benefits & Side Effects In Hindi | जुनिपर एसेंशियल ऑयल

Juniper Berry Oil : एसेंशियल ऑयल्स हमारे समग्र स्वास्थ्य को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं। तमाम एसेंशियल ऑयल्स में से एक है जुनिपर एसेंशियल ऑयल, (Juniper Berry Oil)जो अपने गुणों के कारण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसमें एंटीसेप्टिक, एंटीस्पास्मोडिक, एस्ट्रिंजेंट, रूबेफिएंट,आदि गुण होते हैं,

जो हमें किसी न किसी रूप में आराम पहुंचाते हैं। कई इंडस्ट्रीज में जुनिपर का इस्तेमाल किया जाता है। यहां तक कि अल्कोहोलिक बेवरेज में भी इसे फ्लेवर के लिए इस्तेमाल करते हैं। यूरोप में होने वाली यह एवरग्रीन श्रब अपने हेल्थ बेनिफिट्स के लिए मशहूर है।

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जूनिपर बेरी तेल (Juniper Berry Oil) आमतौर पर ताजा या सूखे जामुन और जूनिपरस कम्युनिस पौधों की प्रजातियों से आता है। Juniper Berry Oil एक शक्तिशाली डिटोक्सिफायर और प्रतिरक्षा प्रणाली बूस्टर के रूप में जाना जाता है, जूनियर बेरी पौधों बुल्गारिया से निकलते हैं और बीमारियों को रोकने में मदद करने का जूनिपर बेरी तेल (Juniper Berry Oil) एक लंबा इतिहास है।

जुनिपर क्या है ?

जुनिपर (Juniper) एक औषधीय गुणों वाला पेड़ है। इसका वानस्पतिक नाम जुनिपेरस कम्युनिस (Juniperus Communis)है। यह औषधि, बेरी और ऑयल के रूप में भी उपलब्ध है। इस औषधि के बेरी का इस्तेमाल मसालों से लेकर जड़ी बूटी के तौर पर किया जाता है। साथ ही इसके अर्क, तेल का उपयोग भी खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है।

यहां तक कि इस औषधि का लाभ पाने के लिए इसका इस्तेमाल तेल बनाने, साबुन बानने और सौंदर्य प्रसाधनों में सुगंध के रूप में किया जाता है। ये एक स्ट्रॉन्ग एरोमेटिक हर्ब है जो पाचन क्रिया दुरुस्त करने के लिए लाभदायक मानी जाती है। इस औषधीय पेड़ की लगभग 50 से 67 प्रजातियां पाई जाती है।

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यह पेड़ मुख्य रूप से यूरोप, उत्तरी अमेरिका और एशिया के कुछ हिस्सों के जंगलों में पाया जाता है। इस पेड़ की कई किस्में हैं, लेकिन जुनिपरस कम्युनिस (Juniperus Communis)उत्तरी अमेरिका में सबसे आम होता है।

जुनिपर का उपयोग ​किस लिए किया जाता है?

कुछ लोग पाचन से जुड़ी समस्याओं, मूत्र पथ के संक्रमण (यूटीआई), गुर्दे और मूत्राशय की पथरी के साथ कई अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के उपचार के लिए इस औषधि का सेवन करते हैं। इसके साथ ही, कुछ लोग जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द या चोट के उपचार के लिए भी इसका इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, स्वास्थ्य स्मस्याओं के उपचार में यह किस तरह से काम करता है, इस दिशा में अभी भी उचित अध्ययन करने की आवश्यकता है।

जुनिपर कैसे काम करता है?

इस औषधि के बेरी में कुछ ऐसे केमिकल्स होते हैं, जो पेट में सूजन और गैस को कम करते हैं। इसके अलावा, ये बैक्टीरिया और वायरस को खत्म करने में उपयोगी साबित होते हैं।

दांतों और मांसपेशियों के लिए – for teeth and gums juniper oil : एस्ट्रिंजेंट के कारण, यह दांतों के दर्द को ठीक करने में मदद करता है। आपके मसूड़ों को भी मजबूती देता है। अगर आपके मसूड़ों की पकड़ मजबूत होगी तो दांत भी ढीले होने से या गिरने से बच सकते हैं। यह ढीली मांसपेशियों को भी मजबूत करता है। इस गुण का उपयोग दस्त को भी ठीक करने के लिए किया जा सकता है। जुनिपर एसेंशियल ऑयल ब्लड वेसल को कॉन्ट्रैक्ट कर सकता है और इस प्रकार रक्तस्राव की संभावना को कम कर सकता है।

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ब्लड सर्कुलेशन के लिए -blood cirulation juniper oil : इसमें रूबेफिएंट गुण होते हैं यानी कि यह ऐसा एजेंट है जो आपके चेहरे की लालिमा को बढ़ाता है। शरीर के बाकी हिस्सों में भी जब इसे लगाया जाता है, तो यह त्वचा के नीचे ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, जिससे त्वचा लाल होती है। सही ब्लड सर्कुलेशन होने से त्वचा की कई समस्याओं से छुटकारा भी मिलता है। हालांकि इसे बहुत अधिक मात्रा में नहीं लगाया जाना चाहिए, नहीं तो इससे जलन हो सकती है।

पेट की समस्याओं के लिए- treat stoch issue juniper oil : जुनिपर का तेल पेट के लिए फायदेमंद होता है। यह पेट के विकारों और अल्सर को ठीक करने में भी मदद कर सकता है। पाचन के लिए पेट में पित्त, गैस्ट्रिक जूस और एसिड के उचित प्रवाह को सुनिश्चित करता है। कभी-कभी, लंबे समय तक एसिडिटी के कारण पेट की अंदरूनी परत क्षतिग्रस्त हो जाती है और अंततः अल्सर का रूप ले लेती है। जुनिपर का तेल इस स्थिति से बचने में आपकी मदद कर सकता है क्योंकि यह पेट में पित्त के स्राव को बनाए रखता है। पित्त प्रकृति में बेसिक होता है और एसिड को निष्क्रिय करता है।

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Juniper Berry Oil
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गैस की परेशानी से छुटकारा -gastric problems juniper oil : जुनिपर जैसे कार्मिनेटिव एजेंट आंतों की गैस को कम करने में मदद करते हैं। पेट फूलना या शरीर में अतिरिक्त गैस सीने में दर्द, अपच और बेचैनी का कारण बन सकती है, रक्तचाप बढ़ा सकती है, दिल की बीमारियां हो सकती हैं और पेट में तेज दर्द दे सकती है। एसिडिटी आदि के कारण पेट में मरोड़े उठने लगते हैं, जो जुनिपर ऑयल से ठीक हो सकता है। कुछ लोग लंबे समय से गैस की समस्या से जूढ रहे होते हैं, उनके लिए भी यह फायदेमंद है।

जुनिपर के सेवन से क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं?

आमतौर पर भोजन में पाए जाने वाली जुनिपर की मात्रा ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है। कुछ ऐसे शोध हैं जिनमें पाया गया है कि जुनिपर को दवाई के रूप में थोड़े समय तक लेना वयस्कों के लिए सुरक्षित माना जाता है। इसके साथ यह भांप के द्वारा सांस में लिया जाए या त्वचा पर लगाया जाए तो भी सुरक्षित है। परन्तु कुछ शोध यह बताते हैं कि इसमें मौजूद केमिकल्स शरीर में कुछ प्रतिक्रिया कर सकती है: जैसे

  • गैस और पेट की परेशानी में
  • बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने के लिए
  • मूत्र संबंधित समस्याओं में
  • प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीडिंग करवाती महिलाओं के लिए भी इस औषधि का इस्तेमाल सही नहीं है, क्योंकि इसका गर्भाशय पर असर बच्चे को हानि पंहुचा सकता है और गर्भपात की संभावना बढ़ा सकती है।
  •  मधुमेह की दवाइयां (Anti-diabetic drugs) जैसे की ग्लिमीपिराइड, गलिपिजाइद, ग्लाइब्युराइड, क्लोरप्रोपमाइड, पाइयोग्लिटजोन, इन्सुलिन, रोसीग्लिटजोन, टॉलब्यूटमाइड इन दवाइयों के साथ जुनिपर क्रिया में आ सकता है।
  •  उच्च रक्तचाप की दवाइयां (Anti-hypertensives/Diuretic drugs) जैसे कि क्लोरथायजाइड, क्लोरथालिडोन, फ्यूरोसमाइड, हाइड्रोक्लोरथायजाइड इन दवाइयों के साथ भी जुनिपर लेना उचित नहीं।

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आमतौर पर कितनी मात्रा में जुनिपर खाना चाहिए?

जुनिपर बेरी टिंचर

हर्बल सपेशलिस्ट के अनुसार, इसे दिन में दो से तीन बार 2-3 मि ली लिया जाता है।

जुनिपर बेरी टी

एक चम्मच जुनिपर बेरी की पत्तियों को पानी में ढक कर 20 मिनट तक उबालें।

जुनिपर बेरी एसेंशियल ऑयल

जुनिपर बेरी एसेंशियल ऑयल को ऑयल बर्नर में भांप के रूप में ले सकते हैं। इसे मसाज ऑयल और क्रीम में भी मिलाकर इस्तेमाल किया जा सकता है। नहाने के पानी में इसकी 6-8 बूंदे मिला सकते हैं।

इस हर्बल सप्लिमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।

जुनिपर किन रूपों में उपलब्ध है

  • तेल
  • जुनिपर बेरी एक्सट्रैक्ट
  • जुनिपर टिंचर

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