Spinach benefits and side effects : पालक के फायदे व नुकसान

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Palak and Palak Juice Fayde
Palak and Palak Juice Fayde

Spinach benefits and side effects : हरी सब्जियों में सभी पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में होते है.हरी पत्तेदार सब्जी खाने की सलाह हर डोक्टर के द्वारा दी जाती है. हरी सब्जियों के नाम पर सबसे पहले पालक (Spinach) को याद किया जाता है.

इसलिए यहां हम आपको बता रहे हैं पालक के फायदे व नुकसान (Spinach benefits and side effects in hindi) और  पालक से बनी मल्‍टीग्रेन रोटी की रेसिपी साथ ही बताएंगे बच्‍चों को पालक से मिलने वाले फायदों के बारे में।

पालक (Spinach) शीतऋतु की फसल है तथा पाले को सहन कर सकता है, किंतु अधिक गर्मी नहीं सह सकता। जब दिन लंबे तथा रातें छोटी होती हैं, तब इसमें बीज के डंठल निकलने लगते हैं और पौधों का बढ़ना कम हो जाता है।

पालक कई प्रकार की मिट्टियों में सुगमता से उगाया जा सकता है, पर बलुई, दुमट, सादमय दुमट (silty loams) तथा दुमट भूमियों पर अधिक अच्छा उगता है। अम्लता को यह अधिक सहन कर सकता है। 

इसको 6.0 से 7.0 पीएच की आवश्यकता है। पानी के निकास का अच्छा प्रबंध आवश्यक है, अन्यथा पत्तियों में बीमारी लग जाती है। इसमें प्रति एकड़ 75 से 100 पाउंड नाइट्रोजन की आवश्यकत होती है, जो आंशिक रूप से ऐमोनियम्‌ सल्फेट के रूप में, कई बार करके, प्रत्येक कटाई के बाद दी जाती है। अधिक अच्छा होगा कि खाद पहले वाली फसल को दी जाए।

पालक (Spinach) के बीज की बुआई का मुख्य समय वर्षा के बाद है तथा बुआई लगातार नंवबर तक चलती है। छोटे पैमाने से बुआई वर्षा ऋतु में भी ऊँची उठी हुई भूमियों में की जा सकती है।

बीज खेत में 6 इंच से 9 इंच की दूरी पर, की गहराई पर तथा बीज से बीज की दूरी पर बोया जाता है। यदि बुआई अधिक घनी है तो पत्तियों में बीमारी लगने का भय रहता है। 100 वर्ग फुट की बुआई करने के लिए लगभग 25 ग्राम बीज की आवश्यकता होगी।

पहली कटाई एक माह बाद तथा बाद की कटाइयाँ प्रत्येक तीन सप्ताह बाद की जाती है। प्रत्येक कटाई के बाद खेत के खर पतवार निकालकर, एक मन प्रति एकड़ की दर से ऐमोनियम्‌ सल्फेट डालकर खेत की सिंचाई करनी चाहिए।

छिटकावाँ बुआई भी प्रचलित है, मगर इस प्रकार में निकाई करना कठिन हो जाता है। पर्वतों पर बुआई फरवरी के अंत से लेकर अप्रैल के अंत तक की जा सकती है। पालक की औसत उपज लगभग 120 मन प्रति एकड़ है।


असली पालक स्पिनेशिआ ओलरएसिइ (Spinacia oleraceae) कहलाता है तथा कीनोपोडिएसिइ कुल (Chenopodiaceae family) के अंतर्गत आता है। भारत में यह अत्यधिक विस्तार से नहीं बोया जाता। आमतौर पर भारतीय पालक ‘वेर वलगैरिस’ जाति (Var Vulgaris) के अंतर्गत आते हैं

Spinach benefits and side effects : पालक स्वाद के अलावा स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा होती है. पालक सबसे अधिक ठंड के मौसम में आती है, और ठण्ड में इसे खाने के फायदे भी बहुत है. वैसे आजकल 12 महीने सभी सब्जियां मिल जाती है,

लेकिन बरसात में आने वाली पालक (Spinach)में मिट्टी व कीटाणु बहुत होते है, इसलिए इसे इस मौसम में नहीं खाना चाहिए. खून की कमी होने पर सबसे पहले लोग पालक खाने की सलाह देते है, इससे शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ता है.

पालक को हमेशा अच्छे से 2-3 बार साफ पानी से धोकर खाना चाइये. पालक सलाद व सब्जी के रूप में खाया जाता है. पालक (Spinach) के पकोड़े भी बहुत स्वादिष्ट लगते है.


पालक के फायदे व नुकसान ( Spinach benefits and side effects in hindi )

  • पालक खाने के फायदे – Spinach benefits
    सर्दियों के मौसम में सबसे स्वास्थ्यवर्धक सब्जी मानी जाती है। पालक में जो गुण पाये जाते है वे समान्यत:अन्य सब्जियों में नहीं पाये जाते।
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पालक व पालक के जूस के फायदे – (Palak and Palak Juice Fayde)

  • पालक (Spinach) में मौजूद मिनिरल्स शरीर के PH लेवल को कण्ट्रोल करने में सहायक है. पालक में प्रोटीन भी अधिक होता है, जितना आपको मीट में प्रोटीन मिलेगा उतना ही आपको पालक खाने से भी मिलेगा. हाई प्रोटीन खाने वालों को पालक अपनी डाइट में शामिल करना ही चाहिए.

  • पालक में मौजूद मिनिरल्स शरीर के PH लेवल को कण्ट्रोल करने में सहायक है. पालक में प्रोटीन भी अधिक होता है, जितना आपको मीट में प्रोटीन मिलेगा उतना ही आपको पालक खाने से भी मिलेगा. हाई प्रोटीन खाने वालों को पालक अपनी डाइट में शामिल करना ही चाहिए.
  • पालक का सूप भी बना कर पिया जाता है. पालक में गाजर व पत्ता गोभी के मुकाबले आयरन दोगुना होता है. पालक को पकाकर खाने से उसके बहुत से पोषक तत्व नष्ट हो जाते है, इसलिए इसे साफ़ करके धोकर सलाद या सूप के रूप में लेने की सलाह दी जाती है.
  • पालक विटामिन सी होता है जो इम्‍यूनिटी को बढ़ाता है। यह कई तरह के विटामिनों और खनिज पदार्थों से युक्‍त होता है जिससे स्किन और बाल अच्‍छे रहते हैं।
  • पालक (Spinach) कैल्शियम से युक्‍त होता है जो हड्डियों को स्‍वस्‍थ रखता है। इसमें मौजूद फोलिक एसिड बच्‍चे के तंत्रिका तंत्र के विकास में मदद करता है।
  • पालक में लोहे का अंश भी बहुत अधिक रहता है, पालक में मौजूद लोहा शरीर द्वारा आसानी से सोख लिया जाता है। इसलिए पालक खाने से खून के लाल कणों की संख्या बढ़ती है।
  • पालक (Spinach) में मैग्नीशियम, विटामिन्स व रेशा होता है, जो कैंसर की बीमारी के कीटाणु को शरीर में आने से रोकता है, व लड़ने में भी सहायक होता है.
  • हार्ट अटैक, या दिल से जुड़ी सभी बीमारियों को पालक खाकर दूर किया जा सकता है.
  • वजन कम करने की चाह रखने वालों को पालक जरुर खाना चाहिए, क्यूंकि इसमें कैलोरी भी कम होती है, साथ ही प्रोटीन अधिक होता है, जो फायदेमंद होता है. इसके खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है.
  • पालक खाने से शरीर में खून बढ़ता है, जिससे एनीमिया की बीमारी नहीं होती है.
  • पालक खाने से गठिया के रोग में आराम मिलता है.
  • इसमें विटामिन C भी होता है, जो ब्लीडिंग की परेशानी दूर करता है.
  • पालक खाने से आँखों की रोशनी बढ़ती है, साथ ही रात का अंधेपन की परेशानी दूर होती है.
  • पालक (Spinach) में फाइबर भी होता है, जिससे पेट की परेशानी अल्सर, अपच, कब्ज, एसिडिटी दूर होती है.
  • पालक में विटामिन K भी होता है, जो हड्डियों को मजबूत करने में सहायक होता है. इससे हड्डी मजबूत होती है, और शरीर में कैल्शियम की कमी दूर होती है. हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी पालक खाने से दूर होती है.
  • गर्भवती महिला के लिए पालक किसी वरदान से कम नहीं है. उसमें सारे पोषक तत्व है, जो गर्भवती महिला के शरीर के लिए जरुरी होते है. इसके अलावा ये माँ के शरीर में दूध को भी बढ़ाता है.यह भी पढ़ें :

पालक खाने से त्वचा स्वस्थ रहती है.

  • उम्र के साथ चेहरे पर आने वाली झुरियां, मुहांसे, दाग धब्बे पालक खाने से दूर हो जाते है
  • पालक का जूस रोज पीने से चेहरे पर ग्लो आता है, इससे स्किन हाइड्रेटेड भी रहती है.
  • क्रीम या कोई दवाई उपयोग करने की जगह पालक का जूस रोज पीना चाहिए.
    बाल आपकी सुन्दरता का मुख्य पार्ट होते है, बालों में खुजली आम समस्या है, सबके सामने ऐसा करने से शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है.
  • बालों को मजबूत घना बनाने के लिए हेयर टॉनिक या केमिकल युक्त शैम्पू का उपयोग न करें. इसकी जगह आप रोज पालक का सूप पियें. पालक में विटामिन B काम्प्लेक्स भी होता है, जिससे बालों की परेशानी दूर होती है.
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किन चीजों की जरूरत है

बच्‍चों के लिए फाइबर और आयरन से भरपूर इस रोटी को बनाने के लिए आपको चाहिए दो चम्‍मच ज्‍वार का आटा, दो चम्‍मच बाजरे का आटा, 4 चम्‍मच बारीक कटा हुआ पालक, दो चम्‍मच घिसा हुआ पनीर, एक चुटकी नमक और दो चम्‍मच तेल

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​पालक की रोटी बनाने का तरीका / स्‍टेप्‍स

  • सबसे पहले एक बर्तन लें और उसमें ज्‍वार का आटा डालें। इसमें बाजरे का आटा डालकर मिलाएं।
  • पालक को पानी से अच्‍छी तरह से साफ कर के बारीक काट लें।
  • अब आटे में पालक को भी डाल दें और पनीर को घिस लें। सभी चीजों को  मिक्‍स करें।
  • अब पर्याप्‍त पानी डालकर मुलायम आटा तैया कर लें।
  • आटे को चार बराबर हिस्‍सों में बांटकर लोई बना लें।
  • अब इसे पेस्ट्री रोलर (pastry roller) पर बेलें और तवे पर धीमी आंच पर सेक लें।

​इन बातों का रखें ध्‍यान

  • आप इस रोटी में पनीर के साथ या इसके अलावा और कोई भी सब्‍जी डाल सकती हैं।
  • ज्‍वार और बाजरे के आटे से रोटी में फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है जिससे बच्‍चे का पेट साफ रहेगा और उसे कब्‍ज नहीं होगी।
  • आप अलग-अलग तरह के आटे का इस्‍तेमाल कर सकती हैं जैसे कि नाचनी का आटा या ओट्स का आटा।

​पालक की रोटी के गुण

इस मल्‍टीग्रेन पालक पनीर रोटी में फाइबर के साथ-साथ आयरन और फोलिक एसिड भरपूर मात्रा में है। इससे हीमोग्‍लोबिन का लेवल संतुलित रहता है।

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​बच्‍चों के लिए पालक के फायदे

  • पालक (Spinach) आसानी से पच जाता है और इससे बच्‍चे के विकास के लिए जरूरी पोषक तत्‍व मिलते हैं।
  • पालक एंटीऑक्‍सीडेंट्स से युक्‍त होता है जो बच्‍चे की मांसपेशियों के विकास के लिए अच्‍छा होता है।
  • पालक में विटामिन ए भी होता है जो बच्‍चे की आंखों को स्‍वस्‍थ रखता है और आंखों की रोशनी में भी सुधार आता है।

पालक जहाँ फायदेमंद है, वहीँ उसके कुछ नुकसान भी है. अधिक सेवन से ये फायदे की जगह शरीर को नुकसान देने लगता है. हम आपको इसके बारे में भी बताते है.

पालक के नुकसान (Spinach side effects) 

  • पालक (Spinach) की अधिकता हमारे शरीर में खनिज अवशोषण की क्षमता पर असर डालता है. शरीर में इतनी क्षमता नहीं होती कि वो इन तत्वों को पर्याप्त मात्रा में ग्रहण कर सके. यह हमारे सिस्टम की सामान्य कार्यप्रणाली में बाधा और खनिज की कमी से संबंधित विभिन्न बीमारियों को जन्म दे सकता है।
  • पालक की अधिकता पेट की परेशानी की वजह बन सकती है. पालक में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है. 1 कप सूप में 6 ग्राम फाइबर होता है. अच्छे पाचन के लिए फाइबर की आवश्कता होती है.
  • लेकिन अधिक सेवन से ने पाचनतंत्र को नुकसान देता है. इससे गैस, कब्ज की परेशानी होती है. एक स्थ ज्यादा पालक खाने से इस तरह की परेशानी सामने आती है, इसलिए पालक को धीरे धीरे अपनी डाइट में शामिल करना चाइये.
  • पालक को दुसरे किसी फाइबर युक्त पदार्थ के साथ खाने से शरीर में फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है. जिससे बुखार, सर दर्द की परेशानी होने लगती है. इससे डायरिया भी हो जाता है.
  • पालक खाने से किडनी में स्टोन की परेशानी हो सकती है. पालक में मौजूद आर्गेनिक पदार्थ शरीर में जाकर यूरिक एसिड में बदल जाते है. ये शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक है. परिणामस्वरुप किडनी में छोटी से लेकर मध्यम आकर का स्टोन बन जाता है.
  • गठिया रोग में अधिक पालक का सेवन नहीं करना चाइये.
  • पालक खाने के बाद दांत में कीरकिराहट होती है. इस परेशानी से बचने के लिए पालन खाने के बाद ब्रश करें.

Q: पालक खाने से क्या क्या लाभ होता है?
Ans: पालक में पर्याप्त मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं। पालक खाने से शरीर में संक्रमण का खतरा कम हो जाता है और आप बीमार नहीं पड़ते हैं। पालक खाने से हड्डियां मजबूत होती है, आंखों की रोशनी भी बढ़ती है इसके अलावा और भी कई फायदे होते हैं।

Q: पालक खाने से कौन सा रोग होता है?
Ans: किडनी रोग के मरीजों को डॉक्टर की सलाह के बाद ही पालक का सेवन करना चाहिए।

Q: पालक में कौनसा विटामिन होता है?
Ans: पालक में विटामिन बी, सी और ई पाया जाता है. इसके अलावा इसमें पोटैशि‍यम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और ओमेगा 3 फैटी एसिड्स भी भरपूर होते हैं. ये सभी तत्व बालों की लंबाई के लिए बेहद जरूरी होते हैं. पालक में मौजूद आयरन शरीर में ऑक्सीजन के बहाव को बढ़ाता है.

Q: पालक का जूस पीने से क्या होता है ?
Ans:पालक के जूस के सेवन से इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है और कई तरह के वायरल इंफेक्शन से बचा जा सकता है. पालक का जूस आंखों की रोशनी को भी बढ़ाता है. इसके अलावा पालक के जूस के सेवन से पाचन तंत्र को बेहतर किया जा सकता है. पालक के जूस का सेवन करने से पाचन क्रिया बेहतर होती है

Q: कच्चा पालक खाने के फायदे
Ans: हड्डियों को मजबूत बनाता है- कैल्शियम से हड्डियां मजबूत होती है तो यह तो आप भी जानते होगें।
आंखों की रोशनी बढ़ती है- विटामिन ए आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए फायदेमंद होता है।
इम्यून सिस्टम मजबूत होता है- पालक में पर्याप्त मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं।

 Q:पालक का जूस कब और कैसे पिए?
Ans: गिलास पालक जूस को रोज सुबह मॉर्निंग वॉक से लौटने के बाद भी पी सकते हैं।

Q: पालक कितना खाना चाहिए?
Ans: अगर आप हर दिन में 100 ग्राम पालक खाते हैं तब आपके शरीर में बस 23 कैलोरीज़ ही बढ़ेगी। जितना ज़्यादा न्यूट्रियेन्ट्स ये आपको देता है उसकी तुलना में यह बहुत कम है। पालक एक ऐसा पौष्टिक आहार जिसमें हर तरह के जरूरी विटामिन होते है जैसे कि विटामिन ए, सी, के , फोलिक एसिड्स , कैल्शियम और आयरन

Q: पालक को कैसे खाएं?
Ans: आमतौर पर पालक को कच्चा या पकाकर दोनों तरह से खाया जा सकता है। इसमें कैलोरी बहुत कम मात्रा में पायी जाती है, जिससे आपका स्वास्थ्य बेहतर रहता है और वजन भी नहीं बढ़ता है। यह इम्यून सिस्टम को बढ़ाता है और ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित रखता है।

Q:पालक का जूस कैसे और कब पीना चाहिए ?
Ans: अगर आपको पालक खाने का पूरा फायदा लेना है तो इसका जूस बना कर पीएं. आप इसमें टमाटर या और कोई वेजीटेबल भी एड कर सकते हैं. इसके अलावा आप पालक की सब्जी बना सकते हैं जैसे- आलू पालक, पालक पनीर, पालक कोर्न या फिर पालक का साग. आप सुबह उठकर पालक के 8-10 पत्ते खा सकते हैं.


Q: पालक खाने से कौन सा रोग होता है?
Ans: अधिक मात्रा में पालक खाने से सेहत को नुकसान भी पहुंच सकता है। किडनी रोग के मरीजों को डॉक्टर की सलाह के बाद ही पालक का सेवन करना चाहिए।

Q: पालक में प्रोटीन की मात्रा कितनी होती है?
Ans: 50 कैलोरीः 2.5 ग्राम प्रोटीन

पालक को अपनी डाइट में शामिल करने के लिए एक प्रॉपर डाइट प्लान फॉलो करें, जिससे आपके शरीर को इससे फायदा मिले न की नुकसान

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