Parwal Benefits and Uses in Hindi | parwal Pointed Gourd Benefits, Uses and side effects in Hindi | parwal ke fayde upyog aur nuksan | parwal is good for health in hindi | health benefits of pointed gourd or parwal
Parwal Benefits and Uses in Hindi | Pointed Gourd Benefits, Uses and side effects in Hindi | parwal ke fayde upyog aur nuksan | parwal is good for health in hindi| health benefits of pointed gourd or parwal
Parwal (Pointed Gourd): आपने कई सब्जियों के नाम सुने होगे और उनका जायका भी लिया होग। उन्हीं में से एक है परवल (Pointed Gourd) इन दिनों सब्जी मंडियों में परवल (Pointed Gourd) खूब दिख रहे हैं. हरे रंग के परवल के गुणों (Benefits) की बात करें तो यह आयुर्वेदिक (Ayurvedic) सब्जियों की श्रेणी में आता है.जो इसे हमारी सेहत (Health) के लिए बहुत ही उपयोगी बना देते हैं।
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यह सब्जी देखने में तो छोटी है, लेकिन सेहत के लिए इसके बड़े फायदे हैं। sangeetaspen.com के इस blog post में आपको परवल के बारे में जानेंगे । आर्टिकल Pointed Gourd Benefits, Uses and side effects in Hindi में हम बताएंगे सेहत के लिए परवल के फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में।
परवल क्या है? What is Pointed Gourd (Parwal) in Hindi
परवल का वैज्ञानिक नाम ट्राइकोसेन्थेस डायोइका रोक्सब. (Trichosanthes dioica Roxb.) है। यह पाधों के कुकुरबिटास (Cucurbitaceae) परिवार से संबंध रखता है।रवल (Parwal) एक ऐसी सब्जी है जिसे सभी प्रांत के लोग खाना पसंद करते हैं। परवल की भुजिया और सब्जी में (parwal ki sabji) विटामिन ए, विटामिन बी1, विटामिन बी2 और विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है। इन गुणों के कारण परवल सेहत के लिए फायदे है।
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कई शोधों में पाया गया कि परवल में कई औषधीय गुण पाये जाते हैं। परवल के औषधीय गुण में एंटीहाइपरग्लाइसेमिक (रक्त में ग्लूकोज के स्तर को कम करने वाला गुण), एंटीहाइपरलिपिडेमिक (कोलेस्ट्रॉल कम करने वाला गुण), एंटीट्यूमर, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीडायरियल (दस्त के लक्षणों से राहत देने वाला गुण) शामिल हैं । ये सभी गुण सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद हो सकते हैं और कई बीमारियों के लक्षण को भी कम कर सकते हैं।
परवल (Parwal) का उपयोग मूत्र संबंधी समस्याओं और मधुमेह (Diabetes) के इलाज में मुख्य रूप से किया जाता है. इसके अलावा यह कब्ज, स्किन प्रॉब्लम, पाचन (Digestion), एजिंगआदि के नियंत्रण में भी फायदेमंद (Beneficial) है.
परवल के फायदे – Benefits of Pointed Gourd (Parwal) in Hindi
ब्लड प्यूरीफाई करे – ब्लड प्यूरीफाई करने में यह बहुत उपयोगी माना जाता है.आयुर्वेद के अनुसार, यह हमारे शरीर के ब्लड को साफ करने में मदद करता है और स्किन की देखभाल करता है. दरअसल शरीर में खून की सफाई होना बहुत ही जरूरी है जिससे कई तरह की बीमारियों से हमारा बचाव होता है . ऐसे में परवल ब्लड को साफ तो करता ही है, आपके रक्त प्रवाह को भी ठीक रखता है.
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पाचन में सुधार – परवल में भरपूर फाइबर होता है जो सही तरह से पाचन के लिए बहुत जरूरी है. यह गैस्ट्रोइंटस्टाइनल और लिवर को भी कई समस्याओं से दूर रखता है.इसके रेग्युलर सेवन से आपका पाचन तंत्र हमेशा सही तरीके से काम करेगा.
एजिंग को करे नियंत्रित – परवल में एंटी ऑक्सीडेंट, विटामिन ए और सी मौजूद होता है जो फ्री रेडिकल्स के अणुओं को नियंत्रित रखता है और एजिंग की प्रक्रिया को कम कर देता है.
कब्ज को रखे दूर – अगर आपके इंटस्टाइन में बहुत दिनों तक अपशिष्ट पदार्थ रह जाते हैं तो यह कई बीमारियों की वजह बनने लगते हैं इसलिए कब्ज को हल्के में नहीं लेना चाहिए. अगर आप कब्ज से जूझ रहे हैं तो परवल के बीज कब्ज दूर करने में सहायक होते हैं.
ब्लड शुगर करे नियंत्रित – हालांकि ब्लड शुगर एक लाइफ स्टाइल और वंशानुगत से जुड़ी बिमारी है लेकिन खान पान में बदलाव लाकर आप इसे कंट्रोल में रख सकते हैं. जब भी आप परवल बनाते हैं तो इसके बीज को ना फेकें. परवल को अपने भोजन में रेग्युलरली शामिल करें, यह आपके ब्लड शूगर के लेवल को नियंत्रण में रखेगा.
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वजन घटाने में – परवल में कैलोरी बहुत ही कम होती है और फाइबर भी भरपूर होता है. ऐसे में अगर आप नियमित परवल का सेवन करते हैं तो यह आपके वजन को बढ़ाएगा नहीं. यह आपके पेट को भी भरा रखता है जिससे आपको जल्दी भूख नहीं लगती. यह फूड क्रेविंग को भी कम करता है.
इम्यूनिटी बढ़ाए – आयुर्वेद के अनुसार परवल आपके इम्यूनिटी को बढ़ाता है. यह बदलते मौसम में होने वाले फ्लू और ठंड से आपको दूर रखता है.
पीलिया में फायदेमंद – लिवर के लिए परवल फायदेमंद है इसलिए यह पीलिया के इलाज में भी काफी काम आता है. यह लिवर की कार्य क्षमता को बढ़ाता है और पाचनतंत्र में सुधार करता है.
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परवल के अन्य आयुर्वेदिक उपयोग और प्रयोग का तरीका
- सिर में दर्द हो तो परवल के जड़ को पीसकर सिर में लगाएं. दर्द में राहत मिलेगा.
- परवल के पत्ते को घी में फ्राई कर खाने से आंखों की समस्या दूर होती है.
- हार्पिस रोग में परवल के पत्ते, मूंग दाल और आमल रस का काढ़ा बनाकर पिएं, दर्द से राहत मिलेगी .
- स्मॉल पॉक्स के शुरुआती लक्षण के दौरान इसके जड़ और पत्ते को मुलेढ़ी के साथ मिलाकर इसका काढ़ा पीने से राहत मिलेगी .
- धनिया के साथ परवल के पत्ते और जड़ को बराबर मात्रा में लें और काढ़ा बनाएं, इससे बुखार उतरेगा.
परवल के नुकसान – Side Effects of Pointed Gourd in Hindi
- परवल के औषधीय गुण जहां इसको फायदेमंद बनाते हैं,वहीं जानकारी के अभाव में इसका सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है।
- जिनका शुगर लो है, उनके लिए परवल का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। इसका एंटीहाइपरग्लाइसेमिक गुण रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर सकता है।
- कई लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है, उन्हें परवल से एलर्जी होने का खतरा हो सकता है।
- उम्मीद है कि इस आर्टिकल के माध्यम से आपने परवल के फायदे और उपयोग के बारे में जान ही लिया होगा। परवल के ऊपर हुए शोधों के अनुसार अगर इसका उपयोग सही तरीके से किया जाए, तो इसके स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। परवल पर लिखा sangeetaspen.com का यह लेख आपको कैसा लगा, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
FAQ :
Q : परवल की तासीर क्या है?
Ans : परवल को अंग्रेजी में Pointed gourd (पॉइन्टड गुअर्ड) कहा जाता है और परवल की तासीर ठंडी होती है।
Q : क्या आप परवल के बीज खा सकते हैं?
Ans : हां आप परवल के बीज खा सकते हैं क्युकी परवल के बीज फाइबर से भरपूर और कैलोरी में कम होती है जो वजन कम करने और संतुलित रखने में मदद करती है
Q : क्या परवल सेहत के लिए अच्छा है?
Ans : जी हां परवल सेहत के लिए अच्छा है क्युकी परवल वजन घटाने में प्रभावी रूप से सहायता कर सकता है। इसके साथ ही यह बार-बार होने वाले जुकाम और सर्दी से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। इसके साथ ही यह पाचन में भी मददगार है, कब्ज की समस्या को ठीक करता हैयर और एजिंग की प्रक्रिया में देरी करता है। यह हमारे रक्त में कोलेस्ट्रॉल और शर्करा के स्तर को भी नियंत्रित करता है।
Q : परवल कहां पाया और उगाया जाता है? (Where is Parwal Vegetable is Found or Grown?)
Ans : यह उत्तर-भारत के मैदानी प्रदेशों में तथा आसाम, पूर्व बंगाल एवं गुजरात में पाया जाता है।
Q : परवल का इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use Parwal in Hindi?)
Ans : हर बीमारी के लिए परवल के सेवन और इस्तेमाल का तरीका पहले ही बताया गया है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के इलाज के लिए परवल का उपयोग कर रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें।
चिकित्सक के परामर्शानुसार-
5 मिली- परवल के पत्ते का रस ,
10-30 मिली- काढ़ा और
1-3 ग्राम-चूर्ण का सेवन कर सकते हैं।
Q : परवल के उपयोगी भाग (Useful Parts of Parwal)
Ans : परवल के उपयोगी भाग (Useful Parts of Parwal)
आयुर्वेद में परवल का पत्ता, फल, जड़ तथा पंचांग औषधि के रुप में ज्यादा प्रयोग किए जाते हैं।